दीपावली पर घर आ रहे थे दंपती, रोडवेज बस में कार टकराने से हुई दर्दनाक मौत

औरैया में हाईवे पर बस के अचानक ब्रेक लगाने से हुआ हादसा। गुरुग्राम हरियाणा की सॉफ्टवेयर कंपनी में नौकरी करते थे पति-पत्नी।

By AbhishekEdited By: Publish:Tue, 06 Nov 2018 04:16 PM (IST) Updated:Tue, 06 Nov 2018 05:02 PM (IST)
दीपावली पर घर आ रहे थे दंपती, रोडवेज बस में कार टकराने से हुई दर्दनाक मौत
दीपावली पर घर आ रहे थे दंपती, रोडवेज बस में कार टकराने से हुई दर्दनाक मौत

कानपुर (जेएनएन)। दीपावली पर्व पर उरई में रहने वाले निगम परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। गुरुग्राम हरियाणा में रहने वाला बेटा व बहू त्योहार पर घर आते समय मंगलवार को हादसे का शिकार हो गए। हाईवे पर चालक द्वारा अचानक ब्रेक लगाने से तेज रफ्तार कार पीछे घुस गई, जिसमें सवार दंपती की मौत हो गई। पुलिस ने जेब में मिले आइडी कार्ड से शिनाख्त के बाद परिजनों को सूचना दी तो कोहराम मच गया।
गुरुग्राम की साफ्टवेयर कंपनी में नौकरी करते थे पति-पत्नी
जालौन के उरई सुभाष नगर निवासी दीपक निगम के पुत्र अमन की शादी तीन साल पहले कानपुर निवासी श्वेता से हुई थी। दोनों ही गुरुग्राम हरियाणा में रहकर एक साफ्टवेयर कंपनी में नौकरी करते थे। सोमवार की शाम अमन ने फोन करके घर में बताया था कि दीपावली पर मंगलवार सुबह वह उरई के लिए रवाना होंगे। अमन अपनी पत्नी के साथ कार से घर आ रहे थे। औरैया अजीतमल कोतवाली क्षेत्र के ग्राम गढिय़ा ओवरब्रिज के पास हाईवे पर रोडवेज बस चालक ने सवारियों को उतारने के लिए अचानक ब्रेक लगा दिया। इससे पीछे चल रहे अमन की कार अनियंत्रित हो गई और बस में घुस गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि कार का आधा से अधिक हिस्सा बस के नीचे जाकर फंस गया।
क्रेन से निकाली गई कार
हादसा होते ही लोगों की भीड़ जुट गई और घटना जानकारी कोतवाली पुलिस को दी। सूचना पर पहुंचे सीओ लालता प्रसाद शुक्ला व कोतवाली निरीक्षक बलिराज शाही ने क्रेन बुलाकर कार को बस से बाहर निकलवाया। टोल प्लाजा की एंबुलेंस से दंपती को सीएचसी भिजवाया, यहां पर डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। अमन की जेब से निकले आइडी कार्ड व ड्राइविंग लाइसेंस से शिनाख्त की गई। पुलिस ने मोबाइल नंबर से परिजनों को घटना की सूचना दी।
इटावा पहुंच गया हूं पापा
अमन ने हादसे से कुछ देर पहले ही दीपक निगम को फोन करके कहा था कि इटावा पहुंच गया हूं पापा, बस दो घंटे और इंतजार करें, वह श्वेता के साथ पहुंच रहा है। दोपहर लगभग पौने दो बजे दीपक के मोबाइल पर फोन आया कि अजीतमल पहुंच जाइए, यह जिनका मोबाइल है, उनका एक्सीडेंट हो गया है। इतना सुनते ही दीपावली पर्व की तैयारी में जुटे परिवार में कोहराम मच गया। हालांकि तबतक परिवार वाकिफ नहीं था कि बेटा और बहू अब इस दुनिया में नहीं हैं।


निगम परिवार पर टूटा दुख का पहाड़
एसबीआइ से सेवानिवृत्त प्रदीप निगम सुभाष नगर मोहल्ले में रहते हैं। तीन बेटों में सबसे बड़ा पियूष उरई में ही दयानंद वैदिक महाविद्यालय में कैंटीन का संचालन करता है। सबसे छोटा अंकित उर्फ बिशू दिल्ली में इलेक्ट्रानिक का व्यवसाय करता है और पत्नी के साथ वहीं रहता है। अमन गुरुग्राम हरियाणा में पत्नी श्वेता के साथ रहकर नौकरी कर रहा था। दीपावली पर अमन व श्वेता की मौत की जानकारी होते ही निगम परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। प्रदीप अपनी पत्नी नूपुर व बेटे पियूष व घर आए अंकित के साथ कार से घटनास्थल के लिए रवाना हो गए।
पूरा परिवार एक साथ मनाता था दीपावली का त्योहार
नाना एसके निगम ने बताया कि अमन की पढ़ाई कानपुर में हुई और बाद में उसने बंगलूरु में नौकरी की। फिर दिल्ली के बाद गुडग़ांव में नौकरी करने लगा। उसकी ससुराल कानपुर में हैं और पत्नी श्वेता भी साथ ही गुरुग्राम हरियाणा में नौकरी करती थी। परिवार के सभी लोग दीपावली एक साथ मनाते थे। इसके चलते अंकित अपने परिवार के साथ घर आ चुका था। अमन ने मंगलवार सुबह गुरुग्राम से घर के लिए निकलने की जानकारी दी थी। पिछली बार ईद की छुट्टी पर दोनों घर आए थे। दो घंटे पहले ही फोन पर इटावा पहुंचने की जानकारी दी थी।

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