मची होड़… टूट गए सोफे, राहुल और अखिलेश के साथ फोटो के लिए उतावले नजर आए नेता, प्रत्याशी को पीछे धकेल चमकाते रहे चेहरा

Lok Sabha Election News - लोकसभा चुनाव में उतारे गए प्रत्याशियों को लेकर कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के नेता कितने गंभीर है? इसकी झलक शुक्रवार को मंच पर दिखी जहां प्रत्याशी को पीछे धकेल कर अपना चेहरा चमकाने की होड़ लगी रही। नेताओं की इस हरकत पर भीड़ ने शोर भी मचाया लेकिन मंच पर मौजूद नेताओं ने ध्यान ही नहीं दिया।

By akhilesh tiwari Edited By: Shivam Yadav Publish:Sat, 11 May 2024 04:01 AM (IST) Updated:Sat, 11 May 2024 04:01 AM (IST)
मची होड़… टूट गए सोफे, राहुल और अखिलेश के साथ फोटो के लिए उतावले नजर आए नेता, प्रत्याशी को पीछे धकेल चमकाते रहे चेहरा
जीआइसी मैदान में आयोजित इंडिया गठबंधन की जनसभा में कार्यकर्ताओं के उत्सााह के कारण टूट गए सोफे। जागरण

जागरण संवाददाता, कानपुर। लोकसभा चुनाव में उतारे गए प्रत्याशियों को लेकर कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के नेता कितने गंभीर है? इसकी झलक शुक्रवार को मंच पर दिखी जहां प्रत्याशी को पीछे धकेल कर अपना चेहरा चमकाने की होड़ लगी रही। नेताओं की इस हरकत पर भीड़ ने शोर भी मचाया, लेकिन मंच पर मौजूद नेताओं ने ध्यान ही नहीं दिया।

राहुल गांधी और अखिलेश यादव के साथ फोटो में बने रहने के लिए कांग्रेस और सपा दोनों के नेताओं में हाेड़ ऐसी मची कि प्रत्याशियों को किनारे कर दिया गया। दोनों ही सीट के प्रत्याशी अपनी शराफत में बड़े नेताओं का विरोध भी नहीं कर सके। 

खूब हुई सीटों की अदला-बदली

राहुल गांधी जब भाषण दे रहे थे तो कांग्रेस प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडेय ने प्रत्याशी आलोक मिश्र को उठा दिया और खुद अखिलेश यादव के बगल में बैठ गए। सामने की पंक्ति में कोई सीट खाली नहीं दिखी तो आलोक उठकर किनारे जाने लगे तब अमिताभ वाजपेयी ने अपनी सीट खाली कर आलोक को बैठने के लिए दी। 

मंच पर बीच में अखिलेश और राहुल बैठे। अखिलेश के बगल में आलोक थे और अकबरपुर सीट से प्रत्याशी राजाराम पाल पहुंचे तो उन्होंने राहुल के बगल में बैठने के लिए फजल महमूद से अनुरोध किया, लेकिन वह नहीं माने तो फजल के बगल वाली सीट पर राजाराम बैठ गए। 

जब फजल भाषण देने के लिए उठे तो राजाराम पाल भी राहुल गांधी के बगल में बैठ गए, लेकिन लौटने पर फजल ने उन्हें हटा दिया और राहुल के बगल में बैठ गए। इससे भी ज्यादा दिलचस्प रहा कि कार्यक्रम के अंत में जब दोनों प्रत्याशियों के लिए अखिलेश और राहुल ने जनता से समर्थन मांगा तो भी राजाराम आगे नहीं आ सके।

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