स्कूलों में नहीं हो रही संस्कार, सामाजिक समरसता व अनुशासन की पढ़ाई : केशरी नाथ

बीएनएसडी शिक्षा निकेतन में स्मृति समारोह में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल ने कहा कि कानपुर की शिक्षा में बैरिएस्टर नरेंद्रजीत का काफी योगदान है।

By Edited By: Publish:Fri, 26 Oct 2018 01:52 PM (IST) Updated:Fri, 26 Oct 2018 01:56 PM (IST)
स्कूलों में नहीं हो रही संस्कार, सामाजिक समरसता व अनुशासन की पढ़ाई : केशरी नाथ
स्कूलों में नहीं हो रही संस्कार, सामाजिक समरसता व अनुशासन की पढ़ाई : केशरी नाथ
जागरण संवाददाता, कानपुर : देश में विद्यालय तो काफी स्थापित हो रहे हैं लेकिन आज गुणवत्ताहीन शिक्षा सबसे बड़ी समस्या बन गई है। स्कूलों में संस्कारयुक्त, सामाजिक समरसता और अनुसाशनयुक्त पढ़ाई नहीं हो रही है। इस पर ध्यान देने की जरूरत है। ये बात पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी ने कही। वह शुक्रवार को बीएनएसडी शिक्षा निकेतन में बैरिएस्टर नरेंद्रजीत सिंह के 25वें स्मृति समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि छात्र ही देश का भविष्य हैं। अगर बेहतर शिक्षा नहीं मिली तो हमारा देश विश्व पटल पर कैसे प्रतिस्पर्धा करेगा। इसलिए बच्चों को दी जाने वाली शिक्षा की गुणवत्ता पर ध्यान देना होगा।
राज्यपाल ने कहा कि कानपुर की शिक्षा में बैरिएस्टर नरेंद्रजीत का काफी योगदान है। उनकी उनसे पहली मुलाकात प्रयागराज में हुई थी। वह व्यहवहार में सौम्य, वाणी में सरल, विचारों में गंभीर और विधि विज्ञान में निपुण थे। उन्होंने समाज के प्रत्येक क्षेत्र में अपना योगदान देते हुए कार्य किया है। उन्होंने कहा कि पूरा देश प्रतिभावान युवाओं से भरा हुआ है बस उन्हें अवसर देने की जरूरत है।
ऐसी प्रतिभाएं देश को काफी आगे ले जा सकती हैं। इस अवसर पर रंगारंग सास्कृतिक कार्यक्त्रमों का आयोजन किया गया। समारोह की अध्यक्षता श्री ब्रह्मावर्त सनातन धर्म महामंडल के अध्यक्ष वीरेंद्रजीत सिंह ने किया। वरिष्ठ उपाध्यक्ष भगवत प्रसाद ने आभार प्रकट किया। प्रबंधक आदित्य शकर बाजपई ने विद्यालय की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की। समारोह में छात्रों ने विज्ञान प्रदर्शनी में एक से बढ़कर एक मॉडल प्रस्तुत किए। नंदिता सिंह, बीके लोहाटी, कर्नल एसएन पाडेय, प्रधानाचार्य डॉ. ममता तिवारी, बालिका विद्यालय की प्रधानाचार्य मंजू शुक्ला, आर के सिंह, अंगद सिंह समेत अन्य उपस्थित रहे।
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