कानपुर : घर से लर्निंग ड्राइविंग टेस्ट देने वाले 90 प्रतिशत फेल, 130 अभ्यर्थियों में सिर्फ 12 हुए पास

आरटीओ में आए बिना घर से ही लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस का टेस्ट की सुविधा दिए जाने की कवायद काफी समय से चल रही थी। पायलट प्रोजेक्ट के तहत बाराबंकी में इसका ट्रायल चल रहा था।अब घर से ही टेस्ट देने की सुविधा पूरे प्रदेश में लागू किया जा चुका है।

By Abhishek VermaEdited By: Publish:Tue, 18 Jan 2022 05:14 PM (IST) Updated:Tue, 18 Jan 2022 05:14 PM (IST)
कानपुर : घर से लर्निंग ड्राइविंग टेस्ट देने वाले 90 प्रतिशत फेल, 130 अभ्यर्थियों में सिर्फ 12 हुए पास
15 में से नौ सवालों के सही जवाब भी नहीं दे पा रहे आवेदक।

कानपुर, जागरण संवाददाता। घर बैठे ही लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस का घर बैठे टेस्ट देने की सुविधा शुरु हो चुकी है। बिना आरटीओ आए टेस्ट देने वालों में 90 प्रतिशत फेल हो रहे हैं। आनलाइन टेस्ट देते समय यातायात नियमों से संबंधित 15 सवालों में से नौ के सही उत्तर देना जरूरी है। अधिकांश आवेदक प्रश्नों के उत्तर नहीं दे पा रहे हैं। आरटीओ अधिकारियों का कहना है कि यातायात नियमों की जानकारी के अभाव में फेल होने वाले आवेदकों की संख्या अधिक है। सात जनवरी से अब तक 130 आवेदकों ने बिना आरटीओ आए आनलाइन टेस्ट दिया है। इनमें से केवल 12 लोग ही सफल हो सके हैं।

आरटीओ में आए बिना घर से ही लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस का टेस्ट की सुविधा दिए जाने की कवायद काफी समय से चल रही थी। पायलट प्रोजेक्ट के तहत बाराबंकी में इसका ट्रायल चल रहा था। ट्रायल में सामने आई कमियों दूर करने के बाद घर से ही टेस्ट देने की सुविधा को पूरे प्रदेश में लागू किया जा चुका है। घर बैठे टेस्ट देने की सुविधा तो शुरु हो गई लेकिन 90 प्रतिशत आवेदक इसमें असफल हो रहे हैं। घर से औसत 20 से 25 आवेदक ही टेस्ट दे रहे हैं। इनमें से दो से तीन आवेदक ही पास हो रहे हैं। वहीं आरटीओ आकर टेस्ट देने वालों में 70 से 80 प्रतिशत सफल हो रहे हैं।

बोले जिम्मेदार : घर से लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस का टेस्ट देेने वाले पहले यातायात नियमों की अच्छी तरह जानकारी कर लें। इससे उनको प्रश्नों के उत्तर देने में आसानी होगी। - सुधीर वर्मा, सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी, प्रशासन

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