Kanpur News : प्लास्टिक से सभी को नुकसान, सख्ती से लगाएं रोक, व्यापारी भी कर रहे रोकने का समर्थन

कानपुर में पालिथिन के प्रयोग को रोकने का समर्थन शहर के व्यापारी भी समर्थन कर रहे हैं। व्यापारियों का कहना है कि पालीथिन के प्रयोग से पर्यावरण को नुकसान होता है। सरकार को भी इसे रोकने के लिए आगे आना चाहिए।

By Abhishek VermaEdited By: Publish:Mon, 29 Aug 2022 10:48 AM (IST) Updated:Mon, 29 Aug 2022 10:48 AM (IST)
Kanpur News : प्लास्टिक से सभी को नुकसान, सख्ती से लगाएं रोक, व्यापारी भी कर रहे रोकने का समर्थन
कानपुर में पालिथिन को रोकने के लिए व्यापारी भी समर्थन कर रहे है।

कानपुर, जागरण संवाददाता। पालिथिन के प्रयोग को रोकने का समर्थन शहर के व्यापारी भी कर रहे हैं। व्यापारियों का कहना है कि पालीथिन के प्रयोग से पर्यावरण को नुकसान होता है, साथ ही जीव-जंतुओं और मानव को भी इससे बड़ी हानि हो रही है। इस पर रोक लगाने का सरकार का कदम बेहद सराहनीय है।

सिंगल यूज प्लास्टिक जरूर बंद होनी चाहिए। मैं इसका समर्थक हूं। इससे कई तरह का प्रदूषण होता है। साथ ही सीवर में जाकर इस प्लास्टिक के फंसने से जलभराव हो जाता है। पूर्व में फजलगंज के होटल में हुई कार्यशाला में नगर निगम के अधिकारियों के साथ हम लोगों ने विस्तार से चर्चा की थी और नगर निगम को आश्वस्त किया था कि हम लोग प्लास्टिक के उपयोग का पुरजोर विरोध करते हैं।

सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग जनमानस को बंद करना चाहिए। इसमें खुद जागरूक होने की नितांत आवश्यकता है तभी इसमें सरकार और नगर निगम सफल हो सकेंगे।- शेष नारायण त्रिवेदी पप्पू, अध्यक्ष, नौघड़ा कपड़ा कमेटी

पालिथिन का प्रयोग पूरी तरह से रोका जाना चाहिए। इससे सभी को नुकसान हो रहा है। कुछ लोग जाने में और कुछ अनजाने में इसकी चपेट में आ रहे हैं। इससे कैंसर समेत दर्जनों बीमारियां हो रही हैं। योगी सरकार ने सिंगल यूज प्लास्टिक पर रोक लगाकर बेहद सराहनीय कार्य किया है। दैनिक जागरण को भी साधुवाद है कि वह मानवता की रक्षा के यज्ञ में शामिल होकर लोगों को जागरूक कर रहा है।- टीकम चंद सेठिया, अध्यक्ष, कानपुर उद्योग व्यापार मंडल

प्लास्टिक पर पूरी तरह प्रतिबंध लगना सराहनीय कार्य है। पड़ोसी राज्य राजस्थान में मेरा जाना हुआ, वहां भुट्टे के छिलके से बनी प्लेट में चाट खाने को मिली। सरकार को प्रतिबंध लागू करने के साथ ही विकल्प पर भी ध्यान देना चाहिए। जब तक विकल्प मौजूद नहीं होंगे तब तक प्लास्टिक पर रोक लगाने में पूरी तरह सफलता नहीं मिलेगी।- महेश मेघानी, वरिष्ठ व्यापारी नेता

सिंगल यूज प्लास्टिक मानवता के लिए अभिशाप है। इस पर प्रतिबंध लगाने के लिए और सख्त कदम उठाने होंगे। चोरी-छिपे दोबारा प्लास्टिक बिकने लगी है। प्लास्टिक के प्रयोग से सबसे ज्यादा नुकसान गरीब तबके के लोगों को हो रहा है। वह बीमार हो रहे हैं।

ऐसे में सरकार को चाहिए कि प्लास्टिक के विकल्प वाले उद्यमों को प्रोत्साहन देकर सिंगल यूज प्लास्टिक को चलन से बाहर करने का माहौल बनाए।- कपिल सब्बरवाल, वरिष्ठ व्यापारी सेवक कानपुर उद्योग व्यापार मंडल 

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