जालौन : जिला जेल के बाहर फयरिंग से मची अफरा-तफरी, पीएसी सिपाही ने बंदी रक्षक पर जताया शक
जालौन जनपद में उरई स्थित जिला कारागार के बाहर आपसी रंजिश में बंदी रक्षक द्वारा पीएसी सिपाही पर फायरिंग की बात कही जा रही है। सीओ और एएसपी ने घटना की जांच की है हालांकि फायरिंग में पीएसी सिपाही बाल बाल बच गया है।
जालौन, जागरण संवाददाता। उरई स्थित जिला कारागार के बाहर बुधवार रात फायरिंग से अफरा तफरी मच गई। आपसी खुन्नस की वजह से बंदी रक्षक द्वारा पीएसी के सिपाही पर फायरिंग करने की बात कही जा रही है, हालांकि सिपाही बाल-बाल बच गया है। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस के आला अधिकारियों ने भी मौके पर पहुंचकर जांच की। पुलिस के अाने से पहलेे बंदी रक्षक फरार हो गया, पीएसी सिपाही ने मुकदमा दर्ज कराने के लिए कोतवाली में तहरीर दी है।
पीएएसी के सिपाही अभिषेक शर्मा जिला कारागार में सुरक्षा व्यवस्था के लिए दो साल की ट्रेनिंग पर हैं। बुधवार की देर शाम ड्यूटी खत्म होने के बाद वह अपने साथी सिपाही अभिषेक सिंह के साथ खड़े होकर बातें कर रहे थे। आरोप है कि इसी दौरान बंदी रक्षक वीरेंद्र सिंह आया और खुन्नस में अभिषेक शर्मा से अभद्रता करते हुए गाली गलौज करने लगा। उसने प्रतिरोध किया तो वीरेंद्र ने तमंचा निकालकर एक के बाद एक दो फायर कर दिए। फायरिंग में अभिषेक शर्मा बाल बाल बच गए। इसके बाद जेल के बाहर हुई फायरिंग से अफरातफरी मच गई और वीरेंद्र सिंह वहां से भाग गया।
पीएसी सिपाही अभिषेक शर्मा ने फोन कर पुलिस को मामले की सूचना दी। थोड़ी ही देर में कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंच गई। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए सीओ सिटी विजय आनंद व अपर पुलिस अधीक्षक राकेश सिंह ने भी मौके पर आकर जांच की और अभिषेक शर्मा के बयान दर्ज किए। आरोपित बंदी रक्षक वीरेंद्र सिंह फरार है।
प्रभारी जेल अधीक्षक सुनीत कुमार सिंह का कहना है की आरोपित बंदी रक्षक वीरेंद्र सिंह फरुखाबाद का निवासी है। 2015 में वह बंदी रक्षक के पद पर तैनात हुआ था। अभिषेक शर्मा ने बंदी रक्षक वीरेंद्र के विरुद्ध हत्या की कोशिश का मुकदमा दर्ज कराने के लिए तहरीर दी है। पुलिस अधीक्षक रवि कुमार का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। जल्द आरोपित को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि अभिषेक से वीरेंद्र किस बात को लेकर रंजिश मानता है।
सीसीटीवी कैमरा खराब : जेल के गेट के पास घटना हुई जहां सीसीटीवी कैमरा लगे हैं, लेकिन प्रभारी जेल अधीक्षक सुनीत कुमार सिंह का कहना है कि कैमरा कुछ दिन पहले खराब हो गए हैं। उनको ठीक कराने के लिए पत्राचार किया जा चुका है।