जिसे दुनिया में नहीं होना मान रहे थे वह तो जिंदा मिली

दस दिन पहले गंगा नदी के परियर पुल पर आइटीआइ छात्रा की स्कूटी लावारिस मिली थी। बैग के अंदर मिला था सुसाइड नोट, उन्नाव पुलिस की स्वाट टीम कर रही थी छानबीन।

By AbhishekEdited By: Publish:Tue, 18 Sep 2018 01:54 PM (IST) Updated:Tue, 18 Sep 2018 01:54 PM (IST)
जिसे दुनिया में नहीं होना मान रहे थे वह तो जिंदा मिली
जिसे दुनिया में नहीं होना मान रहे थे वह तो जिंदा मिली

कानपुर (जेएनएन)। दस दिन पहले गंगा नदी के परियर पुल पर आइटीआइ की छात्रा को कुछ देर इधर उधर घूमते और फोन पर बात करते हुए लोगों ने देखा। पुल पर मौजूद लोगों का ध्यान हटा तो वह अचानक आंखों से ओझल हो गई। आशंकित लोग दौड़कर पुल पर पहुंचे तो उसकी स्कूटी और एक सुसाइड नोट रखा मिला। पुलिस और परिजन मौके पर पहुंचे और तलाश कराई लेकिन वह नहीं मिली। उसका दुनिया में न होना मानकर सभी लौट गए।

सुसाइड नोट में लिखी थी गंगा में कूदकर जान देने की बात

सात सितंबर की शाम सफीपुर कोतवाली क्षेत्र में परियर पुल के पास पुलिस को स्कूटी पर टंगे बैग में कानपुर चौबेपुर के आलमपुर गांव निवासी शिल्पी यादव (22) पुत्री शिवकुमार के नाम का लिखा सुसाइड लेटर मिला था, जिसमें युवती द्वारा गंगा में कूदकर जान देने की बात लिखी थी। पुलिस को बैग में एक मोबाइल भी मिला, जिसे परिजनों के सुपुर्द कर दिया। पिता ने बेटी के पास दो मोबाइल होने की जानकारी दी। एसपी ने स्वॉट टीम को मामले के राजफाश की जिम्मेदारी सौंपी थी।

आठ माह पहले प्रेमी से आर्य समाज में किया था विवाह

शिल्पी के आइटीआइ में प्रवेश लेने के दौरान उसकी मुलाकात निखिल से हुई थी। इसके बाद दोनों के बीच प्यार परवान चढ़ा। मोहब्बत बढ़ती गई और परिजनों के राजी न होने के डर से दोनों ने फरवरी 2018 में केशवनगर कानपुर स्थित आर्य समाज मंदिर में शादी कर ली। इसके बाद दोनों चोरी छिपे मिलते रहे। सर्विलांस की मदद से स्वॉट टीम ने छात्रा को ढूंढ़ निकाला।

मोबाइल के सहारे पहुंची पुलिस, प्रेमी के साथ मिली छात्रा

उन्नाव स्वॉट प्रभारी कुलदीप तिवारी ने छात्रा के गायब मोबाइल की मदद से तहकीकात शुरू की। सर्विलांस पर लगाया तो पुलिस को बड़ी कामयाबी मिलती दिखी। मोबाइल की लोकेशन के आधार पर स्वॉट टीम कानपुर के बिठूर थाना क्षेत्र के होरा कछार गांव पहुंची तो छात्रा जीवित अपने प्रेमी निखिल पुत्र कैलाश के साथ उसके घर पर मिली।

प्रेमी के साथ रहने के लिए रची अपनी मौत की कहानी

शिल्पी ने बताया कि निखिल के साथ रहने के लिए ही उसने अपनी मौत का नाटक रचा। योजना के तहत सात सितंबर को परियर गंगा पुल पहुंची और लोगों के सामने पहले मोबाइल पर बात की फिर बैग में सुसाइड नोट रख निखिल के साथ चली गई। मामले में सफीपुर उन्नाव पुलिस ने युवती के परिजनों को मामले की जानकारी देकर उसके मजिस्ट्रेटी बयान की प्रकिया शुरू की है।

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