प्लास्टिक पैकिंग के जहरीले रसायन से बढ़ा रहे डायबिटीज

जागरण संवाददाता, कानपुर : देश में प्लास्टिक पैकिंग में खाद्य पदार्थो की बिक्री डायबिटीज के म

By JagranEdited By: Publish:Mon, 02 Apr 2018 03:01 AM (IST) Updated:Mon, 02 Apr 2018 03:01 AM (IST)
प्लास्टिक पैकिंग के जहरीले रसायन से बढ़ा रहे डायबिटीज
प्लास्टिक पैकिंग के जहरीले रसायन से बढ़ा रहे डायबिटीज

जागरण संवाददाता, कानपुर : देश में प्लास्टिक पैकिंग में खाद्य पदार्थो की बिक्री डायबिटीज के मर्ज को बढ़ा रही है। पैकिंग के जहरीले रसायन पैंक्रियाज की कार्य क्षमता को प्रभावित कर रहे हैं। इससे शरीर में इंसुलिन की कमी हो रही है। यह जानकारी रावतपुर के रेवमोती मॉल के जलसा में रविवार को कानपुर डायबिटीज एसोसिएशन की प्रेसवार्ता में अध्यक्ष डॉ. नंदिनी रस्तोगी, डॉ. ब्रिज मोहन व भास्कर गांगुली ने दी।

उन्होंने बताया कि कई दशकों से डायबिटीज की वजह खानपान, शारीरिक श्रम व अनुवांशिक गुणों को माना जाता था। दो दशकों से लगातार हो रहे अध्ययन व शोधों में प्रदूषण भी एक बड़ी समस्या के रूप में सामने आया है। इसमें कीटनाशक व औद्योगिक कचरे से निकलने वाले रसायनिक पदार्थ खानपान के जरिये रक्त में जा रहे हैं। इस पर फिनलैंड, स्पेन, स्वीडन, वेल्जियम, कनाडा, जापान एवं कोरिया में काफी अध्ययन हुआ है। भारत में हुए एकशोध में शरीर में डीडीटी की मात्रा काफी अधिक पाई गई। इसका इस्तेमाल मलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम में किया जाता है। इसे डायबिटीज का कारक माना है। इसके अलावा खाद्य पदार्थो में प्लास्टिक पैकिंग को भी डायबिटीज कारक का मुख्य स्रोत माना गया है।

बच्चों की दूध वाली बोतल भी हानिकारक

बच्चों को दूध पिलाने के लिए इस्तेमाल होने वाली प्लास्टिक की बोतल में हानिकारक रसायन पाए जाते हैं।

प्लास्टिक जलाना खतरनाक

प्लास्टिक की वस्तुएं जलाने से वातावरण में हानिकारक पदार्थ फैलते हैं। शरीर के अंदर जाकर कई तरह के हार्मोन को प्रभावित करते हैं। इससे मोटापे की समस्या होती है।

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