हैलट के प्राचार्य संजय काला बोले- अस्पताल में मिले मरीजों के अनुभव से सुधारेंगे व्यवस्था

कानपुर के एलएलआर (हैलट) अस्पताल के प्राचार्य प्रो. संजय काला ने मरीजों से बात कर उन्हें बेहतर उपाएं बताएं है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अस्पताल में किसी भी प्रकार की अभद्रता या असुविधा होने पर सीधे उसकी शिकायत प्रमुख अधीक्षक कार्यालय में आकर करें।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Thu, 23 Jun 2022 04:46 PM (IST) Updated:Thu, 23 Jun 2022 04:46 PM (IST)
हैलट के प्राचार्य संजय काला बोले- अस्पताल में मिले मरीजों के अनुभव से सुधारेंगे व्यवस्था
कानपुर के एलएलआर अस्पताल के प्राचार्य ने मरीजों को इलाज के बताएं उपाएं।

कानपुर, जागरण संवाददाता। एलएलआर (हैलट) एवं संबद्ध अस्पतालों (बाल रोग अस्पताल, जच्चा-बच्चा अस्पताल, मुरारी लाल चेस्ट अस्पताल एवं संक्रामक रोग अस्पताल) में इलाज एवं व्यवस्था में सुधार के लिए नई पहल की गई है। अस्पताल में से इलाज कराकर घर जाने वाले मरीजों से डाक्टर और कर्मचारियों के बर्ताव एवं इलाज से जुड़े अनुभव की जानकारी जुटाएंगे।

उसके आधार पर व्यवस्था में सुधार किया जाएगा। मरीजों को बेहतर इलाज मुहैया कराने को सुविधाएं और संसाधन बढ़ाने के लिए प्रयासरत हैं। अस्पताल में अगर कोई अभद्रता करता है या असुविधा होती है तो प्रमुख अधीक्षक कार्यालय से लेकर प्राचार्य कार्यालय में शिकायत कर सकते हैं। उनकी समस्या का निराकरण 24 घंटे में होगा। यह बातें बुधवार को दैनिक जागरण के हैलो डाक्टर कार्यक्रम में पाठकों के सवालों का जवाब देते हुए जीएसवीएम मेडिकल कालेज के प्राचार्य प्रो. संजय काला ने कही।

- सुना है एलएलआर अस्पताल में इलाज नहीं मिलता, क्या सच्चाई है? अजय कुमार, मखौली, घाटमपुर।

- आपने गलत सुना है, ऐसा नहीं है। हर विभाग की ओपीडी और इमरजेंसी में विशेषज्ञ डाक्टरों की टीम मुस्तैद रहती है। प्रतिदिन पांच हजार से ज्यादा मरीज आते हैं। ओपीडी, इमरजेंसी एवं इनडोर में भर्ती मरीजों की समस्या के निस्तारण के अधिकारी नामित हैं। कोई समस्या होने पर उनसे संपर्क कर सकते हैं।

- 80 वर्ष उम्र है, चलने-फिरने में लाचार हूं, कैसे डाक्टर से संपर्क करें? कृष्णा मिश्रा, पनकी।

- टेलीमेडिसिन परामर्श की सुविधा है। आप अपने स्वजन के माध्यम से मोबाइल या लैपटाप के माध्यम से डाक्टर से संपर्क करके सलाह ले सकती हैं। इसके लिए ई-संजीवनी एप भी मोबाइल फोन पर डाउनलोड कर सकती हैं।

-गणेश शंकर विद्यार्थी सुपर स्पेशलिटी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट (जीएसवीएसएस पीजीआइ) में दिखाने की प्रक्रिया बताएं? नफीस अहमद, जाजमऊ।

-जीएसवीएसएस पीजीआइ में अभी न्यूरो सर्जरी और न्यूरोलाजी की ओपीडी चल रही है। जल्द ही दूसरे सुपर स्पेशलिटी विभागों की ओपीडी शुरू करेंगे। दिखाने के लिए सुबह आठ से 12 बजे तक नंबर लगा सकते हैं।

-स्पोर्ट्स इंजरी की ओपीडी डा. फहीम शुक्रवार को करते थे, अब बंद है? मो. सैफ, सिविल लाइंस।

- एलएलआर अस्पताल में हड्डी रोग विभाग की ओपीडी सप्ताह में छह दिन चलती है। उसमें सभी विधा के विशेषज्ञ बैठते हैं, डा. फहीम अंसारी गुरुवार को ओपीडी में मिलेंगे।

-पैर के पंजे की प्लास्टिक सर्जरी कराई थी, त्वचा काली पड़ रही है? संतोष यादव, पांडुनगर।

-आप सर्जरी विभाग की ओपीडी में एक बार जरूर दिखा लें। चेकअप एवं जांच के उपरांत ही कुछ बता सकेंगे।

-मेरे पुत्र को हार्निया है, कैसे राहत मिलेगी? सुनील सचदेवा, गुमटी नंबर पांच।

-हार्निया के लिए सर्जरी जरूरी है। हमारे यहां दूरबीन विधि से आपरेशन की सुविधा है। शनिवार या मंगलवार को ओपीडी के 32 नंबर कमरे में एक बार दिखा लें।

-दो माह के शिशु को लंबे समय से दस्त आ रहे हैं? अन्नपूर्णा पांडेय, आजाद नगर।

- शिशु को ज्यादा दस्त आने पर एक बार उसके मल की जांच करा लें। उसके बाद एलएलआर के बालरोग विभागाध्यक्ष को दिखा लें। तब तक शिशु को ओआरएस का घोल पिलाते रहें। बोतल से दूध भूल कर भी न पिलाएं।

-घुटने में दर्द से राहत कैसे पा सकते हैं? संतोष बग्गड़, परमट।

-उम्र बढ़ने के साथ हड्डियों का क्षरण होने लगता है। आप एलएलआर के आर्थोपेडिक विभाग की ओपीडी में दिखाएं। अपनी डाइट में कैल्शियम, विटामिन एवं मिनरल्स को शामिल करें।

इन्होंने भी किए सवाल

किदवई नगर की डा. ज्योत्सना, श्याम नगर के जीके त्रिपाठी, जरौली के महेश अवस्थी, गोविंद नगर के हरीश केशवानी, रामबाग के ऋषभ पाठक और कल्याणपुर कला के प्रेम किशोर बाजपेई। 

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