कानपुर के हैलट अस्पताल में मरीजों की ये समस्या हुई हल, तीमारदार भी हो सकेंगे चिंतामुक्त

यहां गंभीर मरीज भर्ती होते हैं। उन्हें जांच के लिए लेकर जाने में अब दिक्क्त नहीं होगी। इसी तरह यहां से वार्डों से शिफ्ट करने में भी दिक्क्त नहीं होगी। यह अस्पताल के लिए बड़ी उपलब्धि है। अर्से बाद लिफ्ट की मरम्मत हो सकी है।

By Shaswat GuptaEdited By: Publish:Mon, 15 Mar 2021 03:56 PM (IST) Updated:Mon, 15 Mar 2021 03:56 PM (IST)
कानपुर के हैलट अस्पताल में मरीजों की ये समस्या हुई हल, तीमारदार भी हो सकेंगे चिंतामुक्त
कानपुर मेडिकल कॉलेज के हैलट अस्पताल की सांकेतिक तस्वीर।

कानपुर, जेएनएन। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के हैलट अस्पताल के इमरजेंसी ब्लॉक की लिफ्ट एक अर्से के बाद शुरू हुई है। हैलट इमरजेंसी का दो मंजिला नया ब्लॉक बनने के बाद गंभीर मरीजों को नीचे से ऊपर एवं ऊपर से नीचे लाने के लिए लिफ्ट लगाई गई थी। जो कभी चली ही नहीं। इस वजह से मरीजों को रैंप से लेकर जाना पड़ता था। इस समस्या से प्राचार्य प्रो. आरबी कमल ने शासन को अवगत कराया था। शासन के निर्देश पर लिफ्ट ठीक कराई गई है।

हैलट इमरजेंसी में मेडिसिन विभाग एवं न्यूरोलॉजी का आइसीयू भूतल पर है। वहीं एनस्थेसिया, सर्जरी और न्यूरो सर्जरी विभाग का आइसीयू पहली मंजिल पर है। जहां गंभीर मरीजाें ही भर्ती होते हैं। आइसीयू में भर्ती मरीजों की सीटी स्कैन, एमआरआइ जांच एवं एक्सरे जांच के लिए लाने एवं ले जाने के लिए स्वजन उन्हें अभी तक स्ट्रेचर से रैंप के द्वारा उतारते थे। लिफ्ट की मरम्मत होने के बाद अब उन्हें इस समस्या से मुक्ति मिल गई है। प्राचार्य प्रो. आरबी कमल ने बताया कि हैलट इमरजेंसी के पहली मंजिल में ऑपरेशन थियेटर और आइसीयू है। जहां गंभीर मरीज एवं सर्जरी के मरीज भर्ती होते हैं। वहीं, प्री ऑपरेटिव पेशेंट (पीओपी) वार्ड एवं एनओटी वार्ड हैं। यहां गंभीर मरीज भर्ती होते हैं। उन्हें जांच के लिए लेकर जाने में अब दिक्क्त नहीं होगी। इसी तरह यहां से वार्डों से शिफ्ट करने में भी दिक्क्त नहीं होगी। यह अस्पताल के लिए बड़ी उपलब्धि है। अर्से बाद लिफ्ट की मरम्मत हो सकी है।

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