ओएलएक्स को जरिया बना ठगी इन वारदातों का तरीका कर देगा हैरान

कार और बाइक बेचने का विज्ञापन दिखाकर हड़प ली हजारों की रकम।

By AbhishekEdited By: Publish:Mon, 15 Apr 2019 07:07 PM (IST) Updated:Mon, 15 Apr 2019 07:07 PM (IST)
ओएलएक्स को जरिया बना ठगी इन वारदातों का तरीका कर देगा हैरान
ओएलएक्स को जरिया बना ठगी इन वारदातों का तरीका कर देगा हैरान

कानपुर, जेएनएन। सोशल मीडिया पर निर्भर हो रहा युवा अब ऑनलाइन ठगी का भी शिकार हो रहा है। सेकेंड हैंड सामान खरीद-बिक्री की ऑनलाइन साइट पर ठग भी सक्रिय हो गए हैं। ऐसे ही दो मामले शहर में भी सामने आए हैं, जिसमें ओएलएक्स को जरिया बना दो लोगों से हजारों रुपये की ठगी को अंजाम दिया गया। पुलिस ने शिकायत पर मामलों की जांच शुरू की है।

कार खरीदने के नाम पर ठगा

चकेरी क्षेत्र में कार खरीदने के नाम पर ठग ने खुद को आर्मी जवान बताकर छात्र से ओएलएक्स पर 50 हजार रुपये की ठगी कर ली। रेलबाजार निवासी बीफार्मा के छात्र अनुराग मिश्र ने बीते माह ओएलएक्स पर एक कार देखी थी जो हरियाणा नंबर की थी। संपर्क के लिए तरुण सलूजा नाम के व्यक्ति का मोबाइल नंबर दिया था। जब उन्होंने कॉल की तो बात करने वाले ने खुद को गुडग़ांव निवासी प्रवीण कुमार बताया और खुद के आर्मी जवान होने की बात बताते हुए सर्विस नंबर तक बताया। इससे वह झांसे में आ गए और एडवांस के नाम पर 50 हजार रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिए।

इसके बाद शातिर ने कार की डिलीवरी के लिए पूरे रुपये ट्रांसफर करने की बात कही। अनुराग ने कहा कि सामने कार लेकर आओ तो रुपये वहीं दे देंगे। इसके बाद से शातिर ने फोन बंद कर लिया। उन्होंने कई बार फोन मिलाया, लेकिन फोन बंद ही आ रहा, जिससे वह समझ गए कि ठगी का शिकार हो गए। वह रेलबाजार थाने गए और तहरीर दी। अनुराग ने बताया कि उनका श्यामनगर में भी एक मकान है, वहां से भी मोबाइल पर बात हुई थी। पुलिस ने निल पर मुकदमा दर्ज करते हुए मामला चकेरी का बताते हुए मुकदमा ट्रांसफर कर दिया। थानाप्रभारी चकेरी रणजीत राय ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज की गई है जांच कर कार्रवाई होगी।

बाइक दिखाकर हड़प ली रकम

ओएलएक्स पर बाइक बिकने का विज्ञापन डालकर साइबर ठगों ने पनकी निवासी बीएससी प्रथम वर्ष के छात्र दीपांशु गुलाटी से खाते में 37 हजार रुपये जमा करा लिए। दीपांशु ने बताया कि शनिवार सुबह उन्होंने ओएलएक्स पर वर्ष 2017 मॉडल की अपाचे बाइक 40 हजार में मिलने का विज्ञापन देख फोन किया था। बाइक मालिक ने खुद को सैन्यकर्मी बताते हुए अपना आइकार्ड, पैन कार्ड व गाड़ी के कागज भेजे। 30 हजार में सौदा तय होने पर सैन्यकर्मी ने एक कुरियर कंपनी के कर्मचारी का नंबर दिया।

दीपांशु ने उस नंबर पर फोन किया तो फोन उठाने वाले ने डिलीवरी चार्ज, जीएसटी, सिक्योरिटी मनी आदि के नाम पर 37 हजार रुपये खाते में जमा करा लिए और नंबर बंद कर लिया। पनकी थाना प्रभारी अजय प्रताप ने बताया कि घटना की जांच कराई जा रही है।

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