मंडप विसर्जन के मंगल गीतों के बीच यमुना में चार बच्चों के डूबने से मच गई चीख पुकार

किशुनपुर यमुना घाट पर दो बच्चों की डूबकर मौत हो गई है जबकि दो बच्चे सकुशल बाहर निकाले गए।

By AbhishekEdited By: Publish:Sat, 25 May 2019 12:20 PM (IST) Updated:Sat, 25 May 2019 04:56 PM (IST)
मंडप विसर्जन के मंगल गीतों के बीच यमुना में चार बच्चों के डूबने से मच गई चीख पुकार
मंडप विसर्जन के मंगल गीतों के बीच यमुना में चार बच्चों के डूबने से मच गई चीख पुकार

फतेहपुर, जेएनएन। किशुनपुर कस्बा स्थित यमुना घाट पर शनिवार सुबह मंडप विसर्जन के दौरान महिलाएं मंगल गीत गा रही थीं, अचानक हुए हादसे के बाद चीख पुकार मच गई। महिलाओं के साथ आए चार बच्चे नदी में डूब गए। शोर सुनकर नदी में कूदे लोगों ने चारों बच्चों को बाहर निकाला लेकिन इनमें दो की मौत हो चुकी थी। इसकी जानकारी होते ही परिजनों में कोहराम मच गया। दो बच्चों को अस्पताल ले गए, जहां उपचार के बाद उनकी हालत अब खतरे से बाहर है।

किशुनपुर कस्बा स्थित छीछापर मोहल्ला निवासी संतोष सोनकर के पुत्र धर्मेंद्र की तीन दिन पहले शादी हुई थी। शनिवार को घर पर मंडप उखाडऩे की रस्म हुई, इसके बाद महिलाओं की टोली मंडप विसर्जन के लिए यमुना नदी किनारे पहुंची। महिलाओं के साथ कई बच्चे भी यमुना किनारे गए थे। महिलाएं मंगल गीत गाते हुए मंडप विसर्जन करने लगीं, इस बीच धाता कस्बा से रिश्तेदारी आईं कंचन सोनकर के दो पुत्र 10 वर्षीय अंकित व 13 वर्षीय अर्पित, छीछापर निवासी संतोष सोनकर की 12 वर्षीय पुत्री मनीषा तथा नईबस्ती मुहल्ला निवासी फूलचंद्र का 11 वर्षीय पुत्र राहुल नदी में नहाने लगे। गहराई में जाते ही चारों बच्चे डूब गए तो महिलाओं ने चीख पुकार मचानी शुरू कर दी।

आस-पास मौजूद लोग नदी में कूद पड़े और चारों बच्चों को बाहर निकाला। इससे पहले संतोष की 12 वर्षीय पुत्री मनीषा व कंचन सोनकर के 10 वर्षीय पुत्र अंकित की मौत हो गई। अर्पित व राहुल को निजी चिकित्सक की क्लीनिक पर भर्ती कराया गया, जहां अब उनकी हालत में सुधार है। हादसे के बाद शादी वाले घर में कोहराम मचा है। किशुनपुर थानाध्यक्ष कमलेश कुमार पाल फोर्स लेकर मौके पर पहुंच गए। तहसीलदार चंद्रशेखर यादव राजस्व कर्मियों के साथ पहुंचे और घटना की जानकारी ली।

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