कानपुर में इंजीनियर मौत मामले में गैस लीकेज की छानबीन में जुटी फॉरेंसिक टीम

सिलिडर लीकेज हुआ या किया गया इस पर टीम काम कर रही है

By JagranEdited By: Publish:Sun, 03 Jan 2021 02:01 AM (IST) Updated:Sun, 03 Jan 2021 02:01 AM (IST)
कानपुर में इंजीनियर मौत मामले में गैस लीकेज की छानबीन  में जुटी फॉरेंसिक टीम
कानपुर में इंजीनियर मौत मामले में गैस लीकेज की छानबीन में जुटी फॉरेंसिक टीम

जेएनएन, कानपुर : नौबस्ता के केशव नगर में इंजीनियर आरजू की मौत के मामले में फॉरेंसिक टीम की जांच गीजर की गैस लीकेज के इर्दगिर्द घूम रही है। सिलिडर लीकेज हुआ या किया गया इस पर टीम काम कर रही है। जांच के बाद टीम उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट सौंपेगी। शहडोल मध्य प्रदेश निवासी नीरज कटारे ने इंजीनियर बेटी आरजू की शादी बीती आठ दिसंबर को केशव नगर निवासी अमनदीप से की थी। शादी के 17 दिन बाद बाथरूम में आरजू का शव मिला था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मुंह दबाकर हत्या किए जाने की पुष्टि हुई थी। पुलिस ने नीरज की तहरीर पर ससुरालियों के खिलाफ दहेज हत्या की रिपोर्ट दर्ज करने के बाद अमनदीप को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। मामले में तीन बार फॉरेंसिक टीम ने अलग-अलग बिंदुओं पर फ्लैट और बाथरूम में जांच की। शुक्रवार को पुलिस ने बाथरूम में ध्वनि परीक्षण भी किया था। छानबीन में गीजर के सिलिंडर से गैस लीकेज की पुष्टि हुई थी। फॉरेंसिक एक्सपर्ट का मानना है कि सिलिडर आठ दिसंबर के बाद लीकेज हुआ है। अगर लीकेज पुराना होता तो 25 दिसंबर के पहले सिलिडर खत्म हो जाना चाहिए था। अब फॉरेंसिक टीम लीकेज हुआ या किया गया इस बिदु पर छानबीन कर रही है। फॉरेंसिक एक्सपर्ट का कहना है कि अब तक की छानबीन में हत्या किए जाने के साक्ष्य नहीं मिले हैं। ट्रेन की चपेट में आने से वृद्ध की मौत, कानपुर : कैंट में ट्रेन की चपेट में आने से जाजमऊ मोती नगर निवासी 70 वर्षीय जगदेव प्रसाद की मौत हो गई। स्वजन ने बताया कि शुक्रवार को कैंट में रहने वाले रिश्तेदार के निधन पर वह गए थे। लौटते वक्त कैंट के गेट नंबर 42 पर वह गश खाकर गिर पड़े और ट्रेन की चपेट में आने से उनकी मौत हो गई। फर्जी आधार बनाने वाला मुख्य आरोपित अस्पताल में भर्ती, कानपुर : फर्जी आधार कार्ड, निवास प्रमाणपत्र व अन्य दस्तावेज बनाने वाला आरोपित दिव्यांग सुनील पाल इन दिनों सिविल लाइंस स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती है। फरारी के दौरान ही उसकी तबीयत बिगड़ गई थी। शनिवार शाम जानकारी मिलते ही पुलिस अस्पताल पहुंची, लेकिन तबीयत ठीक न होने के कारण आरोपित से पूछताछ नहीं हो सकी। पिछले माह पुलिस ने जाजमऊ चौकी क्षेत्र के एक साइबर कैफे में छापा मारकर फर्जी आधार कार्ड व अन्य पहचानपत्र बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया था। मौके से साइबर कैफे के कर्मचारी शैलेंद्र साहू को गिरफ्तार किया गया था, इस दौरान संचालक सुनील पाल फरार हो गया था। पुलिस ने लैपटॉप व डेस्कटॉप का डाटा खंगाला तो पता लगा कि आरोपित पश्चिम बंगाल व असोम के रहने वाले तमाम लोगों के फर्जी आधार कार्ड बना चुके थे। कैंट सीओ निखिल पाठक ने बताया कि आरोपित सुनील पाल का पता लगा है। वह पैरों से दिव्यांग है और कचहरी के पास एक अस्पताल में भर्ती है। फरारी के बाद वह कोर्ट में सरेंडर करने गया था, जहां उसकी तबीयत बिगड़ गई। निगरानी कराई जा रही है। आरोपित से जल्द पूछताछ की जाएगी और ठीक होने के बाद उसे जेल भेज दिया जाएगा। घर में चल रहा था स्लॉटर हाउस, पांच गिरफ्तार, कानपुर : अनवरगंज पुलिस ने शनिवार रात बांसमंडी स्थित घर में अवैध रूप से चल रहे स्लॉटर हाउस का पर्दाफाश किया। मौके से पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया गया। तलाशी में घर से कटे हुए पड़वे (भैंस का बच्चा) का मांस, तीन जीवित पड़वे और जानवर काटने वाले औजार बरामद हुए।

थाना प्रभारी गंगाधर सिंह चौहान ने बताया कि कई दिन से क्षेत्र में अवैध रूप से मांस बिकने की सूचना आ रही थी। इस पर सादे कपड़ों में टीम भेजकर जांच कराई गई तो बांसमंडी में गुरबतउल्ला पार्क के पास रिजवान के घर में स्लॉटर हाउस चलने की जानकारी मिली। शनिवार रात फोर्स के साथ दबिश देकर आरोपित रिजवान, उसके भाइयों इमरान व गुफरान और साथियों नफीस व बेगमपुरवा निवासी मुफीद को गिरफ्तार कर लिया गया। मौके से एक कटा हुआ जानवर व तीन बंधे हुए पड़वे मिले। आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। बरामद मांस की जांच कराई जा रही है। आरोपितों को कोर्ट में पेश किया जाएगा।

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