यूपीएसआइडीसी के प्रबंधक पर कल्याणपुर थाने में भ्रष्टाचार का मुकदमा

यूपीएसआइडीसी प्रबंधक पर अवैध तरीके से करोड़ों रुपये की सम्पत्ति अर्जित की जांच कर रही उत्तर प्रदेश सतर्कता अधिष्ठान की टीम ने आरोप सही पाया है।

By AbhishekEdited By: Publish:Tue, 13 Nov 2018 03:02 PM (IST) Updated:Tue, 13 Nov 2018 05:34 PM (IST)
यूपीएसआइडीसी के प्रबंधक पर कल्याणपुर थाने में भ्रष्टाचार का मुकदमा
यूपीएसआइडीसी के प्रबंधक पर कल्याणपुर थाने में भ्रष्टाचार का मुकदमा
कानपुर (जेएनएन))। यूपीएसआइडीसी के प्रबंधक पर अवैध तरीके से करोड़ों रुपये  की सम्पत्ति अर्जित करने की जांच कर रही उत्तर प्रदेश सतर्कता अधिष्ठान की टीम ने सही पाया है। टीम के निरीक्षक ने प्रबंधक के खिलाफ कल्याणपुर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। वहीं प्रबंधक सुधीर कनौजिया का कहना है कि उनके विरुद्ध पिछले कई वर्षों से जांच चल रही थी। मुकदमा दर्ज हुआ या नहीं उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है। अब मामले की जानकारी करेंगे। 
उत्तर प्रदेश सतर्कता टीम कर रही जांच
उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण में जाजमऊ निवासी सुधीर कुमार कनौजिया प्रबंधक के पद पर तैनात हैं। उनके के खिलाफ आय से अधिक सम्पत्ति अर्जित करने की जांच उत्तर प्रदेश सतर्कता विभाग की टीम निरीक्षक सिकंदर खां की निगरानी में कर रही थी। सुधीर ने अपनी आय व अन्य श्रोतों से दो करोड़ 10 लाख दो हजार बयासी रुपये की आय अर्जित की है। परिसम्पतियों के अर्जन पर एवं भरण पोषण में दो करोड़ 37 लाख 57 हजार 792 रुपये पाया गया। जिसमें अपनी आय के सापेक्ष  27 लाख  55 हजार  710  रुपये अधिक व्यय पाया गया। जांच टीम ने प्रबंधक से पूछताछ करने के साथ उनसे इसका रिकार्ड मांगा पर वह संतोषजनक उत्तर नहीं दे सके। न ही खर्च का कोई विवरण प्रस्तुत कर सके।
अनानुपातिक सम्पत्ति अर्जन के दोषी 
जांच टीम ने सुधीर कुमार को अनानुपातिक परिसम्पत्ति अर्जन करने में प्रथम दृष्टया दोषी पाया। उनके खिलाफ भ्रष्ट्राचार निवारण अधिनियम के अन्तर्गत निरीक्षक सिकंदर खां ने कल्याणपुर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। मामले की जांच उत्तर प्रदेश सतर्कता अधिष्ठान कानपुर द्वारा की जाएगी। बता दें, सुधीर के विरुद्ध 5 साल पहले आय से अधिक संपत्ति के मामले की जांच शुरू हुई थी जांच पूरी होने के बाद सतर्कता अधिष्ठान ने यूपीएसआइडीसी एमडी ( अब सीईओ यूपीसीडा ) से मुकदमा दर्ज करने की अनुमति मांगी थी। शासन की सहमति के बाद मुकदमा दर्ज हो गया है। सतर्कता अधिष्ठान की रिपोर्ट के बाद सुधीर के विरुद्ध निलंबन की भी कार्रवाई हो सकती है, साथ ही गिरफ्तारी भी हो सकती है। 
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