Farmers Protest in UP: फतेहपुर में 127 और हमीरपुर में 72 सपाइयों की हुई गिरफ्तारी, दिन भर चला प्रतिपक्षी नेताओं का प्रदर्शन

उत्तर प्रदेश में अब शायद ही काेई एेसा जिला बचा होगा जहां के डीएम एसडीएम या किसी भी अफसर के पास किसान बिल के विरोध में कोई ज्ञापन नहीं पहुंचा होगा। ऐसे में जिलों के कुछ ऐसे भी किसान हैं जो सरकार के इस बिल का समर्थन कर रहे हैं।

By ShaswatgEdited By: Publish:Mon, 14 Dec 2020 08:54 PM (IST) Updated:Mon, 14 Dec 2020 08:54 PM (IST)
Farmers Protest in UP: फतेहपुर में 127 और हमीरपुर में 72 सपाइयों की हुई गिरफ्तारी, दिन भर चला प्रतिपक्षी नेताओं का प्रदर्शन
फतेहपुर में प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं को संबोधित करते जिलाध्याक्ष।

कानपुर, जेएनएन। कानपुर शहर हो या उसके आसपास के जिले सभी जगह किसान बिल के विरोध में प्रतिपक्ष के नेता जोरदार प्रदर्शन कर रहे हैं। इस तनातनी के बीच सभी जगह प्रशासन ने भी शहर में शांति बनाए रखने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा दिया है। जहां एक ओर नेता उग्र प्रदर्शन करने की मंशा से अाए दिन सड़क पर उतर रहे हैं और उसकी रूपरेखा तैयार कर रहे हैं तो वहीं प्रशासन बार-बार उनके मंसूबों को नाकाम कर दे रहा है। उत्तर प्रदेश में अब शायद ही काेई एेसा जिला बचा होगा जहां के डीएम, एसडीएम या किसी भी अफसर के पास किसान बिल के विरोध में कोई ज्ञापन नहीं पहुंचा होगा। ऐसे में जिलों के कुछ ऐसे भी किसान हैं जो न केवल केंद्र सरकार के इस बिल का समर्थन कर रहे हैं अपितु अपनी प्रगतिशील किसानी से एक मिसाल कायम कर रहे हैं। फिलहाल इस बिल पर राजनीतिक रोटियां सेकने का मूड बना चुके विपक्ष के नेताओं का जिलों में सोमवार को कैसा रहा प्रदर्शन आइए जानते हैं -  

कानपुर : 

किसान बिल के विरोध में दोपहर करीब 12 बजे सबसे पहले सपा विधायक अमिताभ बाजपेयी पूर्व सांसद सुभाष अली कार्यकर्ताओं के साथ बड़ा चौराहा पहुंचे। उनके पहुंचने की सूचना मिली तो मौके पर दूसरे दलों के पदाधिकारी और कार्यकर्ता भी पहुंच गए। सभी बड़ा चौराहा स्थित भारत माता प्रतिमा के सामने जमीन पर बैठ गए और नारेबाजी का सिलसिला शुरू कर दिया। काफी देर तक वहां मौजूद प्रशासन से प्रतिक्रिया नहीं दी जब पुलिस ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी तो कार्यकर्ता प्रतिमा स्थल के बाहर आ गए। 

कानपुर देहात : 

पूरे जिले में सपाइयों व भाकिूय कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। माती में पुलिस ने सपाईयों पर हल्का बल प्रयोग किया लाठी चलाई। एमएलसी कल्लू यादव, जिला पंचायत अध्यक्ष रामसिंह समेत कई सपाईयों को गिरफ्तार लाइन में ले जाया गया, वहीं कई सपाइयों के वाहनों का चालान किया गया। वहीं क्षेत्र में कई सपा नेता घरों में ही नजरबंद कर दिया गया। कहीं भी सड़क जाम नहीं हो सकी।

औरैया: 

किसान बिल के विरोध में कई राजनीतिक दल सड़क पर आए। सपाइयों के प्रदर्शन को लेकर प्रशासन सतर्क रहा और जिला मुख्यालय पर धरना के बाद प्रदर्शन कर सपाइयों को गिरफ्तार कर लिया गया। उन्हें पॉलीटेक्निक की अस्थाई जेल में रखा गया है। सपाइयों के प्रदर्शन से दिबियापुर-औरैया मार्ग पर जाम रहा है। वाहनों की कतारें लग गई। लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। एंबूलेंस भी फसी रही। प्रशासन की सख्ती से जाम ज्यादा देर तक न लग सका। इधर अन्य राजनैतिक दलों ने तहसील में ज्ञापन दिया। उनके प्रदर्शन से कोई प्रभाव नहीं पड़ा। 

बांदा : 

कृषि बिल के विरोध में किसान आंदोलन को लेकर पुलिस प्रशासन पूरी तरह सतर्क रहा। शहर के अशोक लाट, जीआईसी, रोडवेज सहित कई स्थानों पर भारी संख्या में पुलिस फोर्स के साथ अधिकारी मौजूद रहे। वहीं सपा व कुछ किसान संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया। पुलिस की सतर्कता व सख्ती की वजह से आंदोलनकारी जाम नहीं लगा सके। सपा जिलाध्यक्ष विजय करण यादव, चेयरमैन मोहन साहू सहित कई नेताओं की अगुवाई में कार्यकर्ता सड़क पर पहुंचे, पर पुलिस व प्रशासन अधिकारियों ने उन्हें रोके रखा। वहीं हिंदुस्तान किसान यूनियन व भारतीय किसान यूनियन ने भी अशोकलाट के पास धरना दिया। कृषि बिल के विरोध में नारे लगाए। ग्रामीण क्षेत्रों में भी पुलिस प्रशासन की सख्ती से आंदोलनकारी जाम नहीं लगा सके। शांतिपूर्वक विरोध प्रदर्शन कर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। 

फतेहपुर : 

फतेहपुर : कृषि बिल के विरोध हुआ फुस्स, पुलिस ने सपाइ्रयों को पकड़ा  कृषि बिल के विरोध को लेकर सपाइयों ने जिला मुख्यालय घेराव की घोषणा की थी। यह घोषणा धरी की धरी रह गई है। पुलिस ने चालाकी दिखाते हुए धरना प्रदर्शन के लिए जा रहे सपाइयों को रास्ते में हिरासत में ले लिया। जिले भर में 127 गिरफ्तारियां हुई हैं। शहर के चौराहों को पुलिस छावन में तब्दील कर दिया था। 

फर्रुखाबाद : 

सपाइयों और किसानों के आंदोलन के चलते चक्का जाम की आशंकाओं को प्रशासन की मुस्तैदी ने विफल कर दिया। अधिकांश सपा और बसपा नेताओं को घरों में नजरबंद कर दिया गया। सुबह से ही शहर में प्रमुख मार्गों और स्थानों पर  पुलिस बल तैनात रहा। कुछ सपाइयों ने कलेक्ट्रेट तिराहे पर पहुंच कर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। किसानों ने भी शहर में जुलूस निकालकर कलेक्ट्रेट पहुंच ज्ञापन सौंपा। 

इटावा : 

सोमवार को किसानों के समर्थन में समाजवादी पार्टी के प्रदर्शन को पुलिस ने रोक दिया और सपा कार्यालय के बाहर ही करीब डेढ़ सौ कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया। सपा कार्यकर्ता पैदल मार्च कर कचहरी जा रहे थे। जिलाध्यक्ष गोपाल यादव, जिला पंचायत अध्यक्ष अभिषेक यादव, युवा कार्यकर्ता कार्तिकेय यादव, कुलदीप गुप्ता संटू सहित कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर दो बसों में पुलिस लाइंस ले जाया गया। वहीं सैफई में पूर्व सांसद तेज प्रताप सिंह यादव को उनके आवास पर ही प्रशासन ने नजरबंद कर दिया। सैफई में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के आवास पर भी पुलिसबल तैनात रहा। भारतीय किसान यूनियन टिकैत गुट ने भी कचहरी में प्रदर्शन किया और ज्ञापन दिया। 

हमीरपुर : 

किसानों के समर्थन में सोमवार को समाजवादी पार्टी की ओर से किसान यात्रा निकाली गई। जैसे ही सपाई कार्यालय से आगे बढ़े पुलिस ने उन्हें रोकना चाहा लेकिन सपाई पुलिस से धक्कीमुक्की करते हुए कलेक्ट्रेट की ओर दौड़ पड़। सपाइयों के पीछे दौड़ी पुलिस ने सभी को पुलिस परेड ग्राउंड के बाहर बैरियर लगाकर रोक लिया और परेड के अंदर बंद कर मुख्य में ताला लगा दिया। वहीं कुछ युवा सपाइयों ने परेड का चहारदीवारी फांदकर भी कलेक्ट्रेट जाने का प्रयास किया लेकिन पुलिस बल ने उन्हें भी हिरासत में लेते हुए परेड ग्राउंड में बंद कर दिया। इस दौरान काफी देर तक मुख्य मार्ग में जाम की स्थिति बनी रही। जिसमें एंबुलेंस समेत सरकारी बसें व प्राइवेट वाहन फंसे रहे। इस प्रदर्शन में कुल 72 सपाइयों को हिरासत में लिया गया है। 

महोबा:  

सपा की ओर से सोमवार को किसान बिल का विरोध करते हुए किसानों के हक में सांसद, विधायक आवास के सामने प्रस्तावित धरना को लेकर पुलिस पूरी तरह मुस्तैद रही। सभी जगह शांति बनी रही, मुख्यालय सहित कुछ क्षेत्रों में सपाइयों को पुलिस ने पकड़ा बाद में छोड़ दिया। सुरक्षा को लेकर आइजी चित्रकूट धाम मंडल बांदा के सत्यनारायण, डीएम सत्येंद्र कुमार, एसपी अरुण कुमार श्रीवास्तव ने गश्त कर जायजा लिया। 

उन्नाव :

 एमएसपी बिल वापस लेने की मांग को लेकर संघर्ष कर रहे किसानों के समर्थन में समाजवादी पार्टी ने  जिला मुख्यालय धरना देने का ऐलान किया था। सपा नेताओं को धरना प्रदर्शन में  पहुंचने से रोकने के लिए पुलिस ने रविवार रात से ही सपा नेताओं को नजरबंद करना शुरू कर दिया था। सोमवार को सुबह से ही शहर में प्रवेश करने वाले प्रमुख मार्गों पर पुलिस ने नाकाबंदी कर मोर्चा संभाल लिया था लेकिन उसके बाद भी सपा जिलाध्यक्ष धर्मेंद्र ङ्क्षसह यादव, एमएलसी सुनील यादव साजन और पूर्व विधायकों में उदयराज यादव, बदलू खां, मनीषा दीपक समेत कई वरिष्ठ नेता कार्यकर्ताओं के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचे और पूर्व निर्धरित स्थल पर मौन धरने पर बैठ गए। 

कन्नौज : 

जिले में सोमवार को किसानों के समर्थन में सपाई का जिला मुख्यालय पर प्रस्तावित धरना नहीं हो सका। कलेक्ट्रेट में अधिक संख्या में कार्यकर्ताओं के आने व उपद्रव की जानकारी पर प्रशासन ने अनुमति नहीं दी। सुरक्षा की ²ष्टि से कलेक्ट्रेट के हर आनेजाने वाले रास्ते सील कर पुलिस बल तैनात कर दिया गया। वहीं, सपाइयों को कलेक्ट्रेट के बजाय पार्टी कार्यालय पर ज्ञापन या फिर गिरफ्तारी देने की अनुमति दी गई। सपाइयों ने पार्टी कार्यालय पर ही प्रदर्शन किया और कई कार्यकर्ता हिरासत में लिए गए। गिरफ्तारी को लेकर अफसरों से नोकझोंक हुई। छिबरामऊ में पूर्व विधायक अरङ्क्षवद यादव नजरबंद रहे तो पूर्व चेयरमैन दिनेश यादव एक्सप्रेस-वे पर चढ़ गए। सदर विधायक अनिल दोहरे को आवास के बाहर हिरासत में लेने को लेकर पुलिस से धक्कामुक्की हुई। इसी तरह सदर, ठठिया, तिर्वा, छिबरामऊ, गुरसहायगंज में सपाइयों को नजरबंद किया गया। घरों के बाहर पुलिस बल तैनात रहा। दुकानें व वाहन बंद होने से लोगों को परेशानी हुई।

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