अपराध शाखा को स्थानांतरित किया गया महोबा का बहुचर्चित भ्रष्टाचार का मामला

बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे में लगी गाडिय़ों से मांगे जा रहे थे रुपये खरेला पुलिस ने पांच ट्रकों को किया था सीज निलंबित हुए थे पूर्व एसपी सहित चार लोग इधर नवागंतुक एसपी अरुण कुमार श्रीवास्तव ने कई पुलिसकर्मियों को किया था निलंबित

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Sun, 18 Oct 2020 05:07 PM (IST) Updated:Sun, 18 Oct 2020 05:07 PM (IST)
अपराध शाखा को स्थानांतरित किया गया महोबा का बहुचर्चित भ्रष्टाचार का मामला
तत्कालीन एसओ अब निलंबित एसओ खरेला राजू सिंह द्वारा अभियोग पंजीकृत किया गया था।

महोबा, जेएनएन। कबरई के व्यापारी कांड के पूर्व तत्कालीन एसपी सहित चार लोगों पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम में मुकदमा दर्ज कर उन्हें निलंबित किया गया था। आरोप है कि बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे में लगी गाडिय़ों से पैसे मांगे जा रहे थे। ऐसा न होने पर पांच ट्रकों को भी पकड़वाया गया था।अब यह मामला अपराध शाखा महोबा में स्थानांतरित हो गया है। शाखा के प्रभारी निरीक्षक राजकुमार सिंह ने मुकदमे से संबंधित साक्ष्य अभिलेख प्राप्त कर जांच शुरू कर दी है।

बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे में लगे वाहनों से हुई उगाही

सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे में लगे वाहनों को भी निशाना बनाया गया और अवैध उगाही का दबाव भी बना। निलंबित आरक्षी राजकुमार कश्यप द्वारा मई माह में पीपी पांडेय इंफ्रास्ट्रक्चर प्रा. लि. लखनऊ के प्रोजेक्ट मैनेजर अमित तिवारी से तत्कालीन निलंबित एसपी मणिलाल से कराई गई वार्ता विफल हुई तो उनके वाहनों पर कार्रवाई शुरू की गई। कई बार कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर से वार्ता कर पैसों का दबाव बनाया गया था। वार्ता बेनतीजा निकलने पर 27 जून की शाम पांच बजे कंपनी के गिट्टी लदे ट्रकों को खरेला मंडी समिति के सामने चरखारी की ओर आने पर पकड़ा गया। तत्कालीन एसओ अब निलंबित एसओ खरेला राजू सिंह द्वारा अभियोग पंजीकृत किया गया था। वाहनों के कागजात अपूर्ण होने पर यह कार्रवाई की गई।

10 सितंबर को भी दर्ज कराया गया था मुकदमा

पूर्व में हुई जांच के अनुसार वाहनों के कागजात मौजूद थे। मुकदमे में नामित कंपनी के चालक शिवानंद, जितेंद्र व अरविंद की जमानत सात जुलाई को कराई गई थी। कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर अमित तिवारी ने इस मामले में शासन सहित उच्चाधिकारियों से शिकायत की थी। पीपी पांडेय इंफ्रास्ट्रक्चर की ओर से कंपनी के डायरेक्टर नीतीश पांडेय की तहरीर पर 10 सितंबर को सदर कोतवाली में आरोपितों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम में मुकदमा दर्ज कराया गया था।

इधर नवागंतुक एसपी अरुण कुमार श्रीवास्तव ने तत्कालीन एसओ खरेला राजू सिंह, एसओ खन्ना राकेश कुमार सरोज व सिपाही राजकुमार कश्यप तथा कबरई के तत्कालीन एसओ देवेंद्र शुक्ला को निलंबित कर दिया था। अब यह मामला अपराध शाखा महोबा को स्थानांतरित किया गया है। एसपी अरुण कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि महोबा अपराध शाखा निरीक्षक राजकुमार सिंह ने इस प्रकरण से जुड़े अभिलेख लेकर इसकी विवेचना शुरू की है।  

chat bot
आपका साथी