पंचायत भवन में मवेशियों को बंद कर भूले ग्रामीण, तड़प तड़पकर आठ की मौत Mahoba News
चरखारी कनेरा ग्राम के सुदामापुरी के पुराने पंचायत भवन में बंद बेसहारा डेढ़ दर्जन गोवंश तीन दिन तक भूख-प्यास से तड़पते रहे।
महोबा, जेएनएन। चरखारी तहसील के कनेरा ग्राम सभा के सुदामापुरी में गुरुवार को दिल को झकझोर देने वाली घटना सामने आई है। यहां ग्रामीणों की एक भूल से आठ गोवंशों ने तड़प-तड़पकर दम तोड़ दिया, वहीं चार गोवंशों की हालत गंभीर बनी है। यह तब है जब प्रदेश सरकार गोसंवर्धन व गो संरक्षण के लिए जगह जगह गोशाला खुलवा रही है। घटना की जानकारी के बाद से पशुपालन विभाग समेत प्रशासनिक अफसरों में अफरा तफरी मची है।
चरखारी तहसील के कनेरा ग्राम सभा के सुदामापुरी में तीन दिन पहले कुछ ग्रामीणों ने करीब डेढ़ दर्जन गोवंशों को पुराने पंचायत भवन में बंद कर दिया था। इसके बाद दूसरे दिन उन्हें पंचायत भवन से बाहर निकालना भूल गए। खस्ताहाल पंचायत भवन में खिड़कियां ईटों से बंद होने के चलते हवा भी ठीक से नहीं पहुंची। इससे दम घुटने के साथ चारा-पानी न मिलने से भूखे-प्यासे गोवंशों की हालत बिगड़ती रही। गुरुवार को किसी से जानकारी मिलने के बाद आनन फानन ग्राम प्रधान के पति पुराने पंचायत भवन पहुंचे और दरवाजा खोला तो अंदर का नजारा देखकर स्तब्ध रह गए। बंद गोवंशों में चार सांड़, एक गाय और एक बछिया की मौत हो चुकी थी। वहीं छह गोवंश जमीन पर गिरे पड़े तड़प रहे थे। उनके साथ पहुंचे ग्रामीणों ने तुरंत खिड़की की ईंटों को गिराकर हवा और रोशनी के लिए रास्ता खोला।
प्रधान के पति ने अधिकारियों को सूचना देकर पशु चिकित्सक को बुलाया गया और गंभीर गोवंशों का इलाज शुरू हो सका। इस बीच दो और बछियों के दम तोडऩे से मृत गोवंशों की संख्या आठ पहुंच गई। पशु चिकित्सक डॉ. रवेंद्र राजपूत ने बताया कि उपचार के बाद गोवंश खतरे से बाहर हैं। एसडीएम अरविंद कुमार द्विवेदी ने बताया कि आज्ञात ग्रामीणों के खिलाफ पशु क्रूरता अधिनियम के तहत रिपोर्ट दर्ज कराने का आदेश दिया गया है। साथ ही पशुओं को पंचायत भवन में बंद करने वालों को चिह्नित किया जा रहा है। पोस्टमार्टम में दम घुटने गोवंशों की मौत होने की पुष्टि हुई है।
अब खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस, डाउनलोड करें जागरण एप