यूपी के सभी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में पढ़ाया जाएगा CSJMU में तैयार ई-कंटेंट

विश्वविद्यालय में विशेषज्ञ तैयार करेंगे कला विज्ञान समेत सात विषयों का ई-कंटेंट और ऑनर्स डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स की पाठ्य सामग्र्री भी जल्द बनेगी।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Sun, 02 Aug 2020 08:32 AM (IST) Updated:Sun, 02 Aug 2020 08:32 AM (IST)
यूपी के सभी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में पढ़ाया जाएगा CSJMU में तैयार ई-कंटेंट
यूपी के सभी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में पढ़ाया जाएगा CSJMU में तैयार ई-कंटेंट

कानपुर, जेएनएन। छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय (सीएसजेएमयू) में तैयार किया गया पाठ्यक्रम प्रदेश भर के विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में पढ़ाने की तैयारी है। विवि को सात विषयों का ई-कंटेंट तैयार करने की जिम्मेदारी दी गई है। इसमें कला, विज्ञान, इंजीनियरिंग और मेडिकल चारों संकाय के स्नातक व स्नातकोत्तर के सामान्य कोर्स अलावा ऑनर्स, डिप्लोमा व सर्टिफिकेट कोर्स के लिए भी पाठ्य सामग्री तैयार की जाएगी।

ऐसे तैयार होंगे कोर्स

कला व ह्यूमैनिटीज संकाय : विषय विशेषज्ञ अंग्रेजी, यूरोपियन लैंग्वेज व गृह विज्ञान विषय के लिए ई-कंटेंट तैयार करेंगे। यह कोर्स बीए और एमए के अलावा बीए ऑनर्स, डिप्लोमा, सार्टिफिकेट, प्रोफीशिएंसी के छात्र छात्राओं के लिए होगा।

विज्ञान संकाय : बायो साइंस का ई-कंटेंट बीएससी, एमएससी, डिप्लोमा, सर्टिफिकेट, बीसीए व एमसीए के छात्र-छात्राओं के लिए होगा।

इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग : बीटेक-बीई, एमटेक-एमई के छात्रों के लिए यह कोर्स भी यहीं तैयार होगा।

मेडिकल संकाय : इसके तहत बीएससी व एमएससी छात्र-छात्राओं के लिए फार्मेसी व फार्मास्यूटिकल कोर्स भी तैयार कराया जाएगा।

सपोर्टिंग कंटेंट के रूप में आएगा काम

विवि के अंग्रेजी विषय के कनवीनर डॉ. बीडी पांडेय ने बताया कि शासन ने नवंबर से ऑफलाइन कक्षाएं शुरू करने की योजना बनाई है। शासन के निर्देश हैं कि डिग्री कॉलेजों में प्रवेश प्रक्रिया दिसंबर तक पूरी कर ली जाएं। तब तक ऑनलाइन कक्षाएं चलाई जाएं। उसके आधार पर तैयारी की जा रही है। कोरोना काल में तो छात्रों को ई-कंटेंट का लाभ मिलेगा ही, यह सपोर्टिंग व्यवस्था आगे भी चलेंगी। प्रदेश के विभिन्न विश्वविद्यालयों को अलग-अलग विषयों के ई-कंटेंट बनाने की जिम्मेदारी दी गई है। ऑनलाइन पढ़ाई के लिए शासन यह ई-कंटेंट तैयार करा रहा है। यह कोर्स शासन, बोर्ड ऑफ स्टडीज, एकेडमिक काउंसिलिंग व एक्जीक्यूटिव काउंसिल से पास होने के बाद लागू होगा। ई-कंटेंट तैयार होने के बाद योजना बनेगी कि इसका लाभ कैसे दूसरे विश्वविद्यालयों को मिले। -प्रो.नीलिमा गुप्ता, कुलपति, सीएसजेएमयू प्रदेश के सभी छात्र-छात्राओं को लाभ मिल सके। ऐसे अध्याय ई-कंटेंट में शामिल किए जाएंगे। -प्रो. संजय स्वर्णकार, डीन एकेडिमक अफेयर्स

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