CAA Protest: निजी खुन्नस के चलते दारोगा ने बेकसूरों को बनाया था मुलजिम, मिला इंसाफ

दारोगा ने बेकसूरों को बनाया था मुलजिम मिला इंसाफ कर्नलगंज थाने में 22 दिसंबर 2019 को हुआ था मुकदमा मोबाइल सर्विलांस वीडियो फुटेज आदि के आधार पर पता चला कि ३२ में से 27 आरोपित घटना के वक्त मौके पर मौजूद ही नहीं थे

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Fri, 09 Oct 2020 08:32 AM (IST) Updated:Fri, 09 Oct 2020 08:32 AM (IST)
CAA Protest: निजी खुन्नस के चलते दारोगा ने बेकसूरों को बनाया था मुलजिम, मिला इंसाफ
सीएए के विरोध में प्रदर्शन करते लोगों की तस्वीर

कानपुर, गौरव दीक्षित। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर कानपुर में हुए बवाल में कर्नलगंज थाने में दर्ज मुकदमे में एक दारोगा ने निजी खुन्नस के चलते बेकसूरों को मुलजिम बनाया था। जांच में सच्चाई सामने आने पर 32 आरोपितों में 27 का नाम हटाकर पुलिस ने सिर्फ पांच के खिलाफ अदालत में चार्जशीट दाखिल की है। इतने गंभीर मामले में किसी भी पुलिस अफसर ने दारोगा के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की और मामले को दबा दिया गया।

जांच में चौंकाने वाले तथ्य आए सामने

सीएए बवाल के दौरान उग्र भीड़ ने 22 दिसंबर को यतीमखाना के पास जमकर हंगामा कर गोलीबारी, पथराव, तोड़फोड़ की घटना को अंजाम दिया था। इस मामले में कायस्थाना चौराहा, ऊंची सड़क से साइकिल मार्केट तक भी हंगामा हुआ था। प्रकरण में कर्नलगंज थाने के तत्कालीन एसएसआइ परवेज अली ने 32 नामजद व 1200 अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। सीएए बवाल के दौरान जिले में दर्ज हुए मुकदमों में सबसे अधिक शिकायतें इसमें नामजदगी को लेकर हुईं। जांच शुरू होने पर आरोप भी सही मिले। मोबाइल सर्विलांस, वीडियो फुटेज आदि के आधार पर पता चला कि 32 में से 27 आरोपित घटना के वक्त मौके पर मौजूद ही नहीं थे। फिर भी इन्हें आरोपित बनाने की पड़ताल में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक, दारोगा परवेज अली ने क्षेत्र में अपना रुतबा कायम करने के लिए गलत नामजदगी की थी। कुछ ऐसे भी नाम शामिल किए, जो उसके कारनामों का विरोध करते थे। फिलहाल, बड़ा सवाल यह है कि अंतिम रिपोर्ट में 27 नाम निकलने के बाद भी दारोगा के खिलाफ अब तक कार्रवाई क्यों नहीं हुई। उधर, आरोपितों ने भी दारोगा पर गंभीर आरोप लगाए हैं।

इन्हें मिली क्लीनचिट

हयात जफर हासमी, नूरेन, अकील खिचड़ी, राजा बर्फ वाला, शान अब्बास, छोटे उर्फ राशिद, पप्पू, जुबैर, शरबलू बदमाश, गुड्डू उर्फ वकील, शोएब खान, चांद मोटा, चीन, गुड्डू रेहान, शहजादे, असद, फैज, नासिर मूसा, शोएब, परवेज, मो. शोएब, मोनिश चायवाला, शीबू, अशरफुद्दीन, रिजवाना काटा और करीम मटन शाॅप वालों के दो बेटे।

इनके खिलाफ चार्जशीट

एआइएमआइ के यूथ ब्रिगेड का जिलाध्यक्ष अजीम, शाहिद, परवेज खान उर्फ चिकना, जफर इकबाल उर्फ रेनू और दानिश। नामजद में से 27 आरोपितों के खिलाफ लगी एफआइआर।

chat bot
आपका साथी