ऑफर के लालच में लिंक क्लिक न करें, Cyber Crime से बचने के लिए अपनाएं ये टिप्स Kanpur News
डॉ. वीरेंद्र स्वरूप इंस्टीट््यूट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज में विशेषज्ञों ने जानकारी दी।
कानपुर, जेएनएन। साइबर अपराध तेजी से बढ़ रहा है और शातिर अपराधी मोबाइल पर सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को शिकार बना रहे हैं। जरा सी असावधानी से साइबर अपराधी आसानी से डाटा चुरा रहे हैं और लोग बैंक खातों से लाखों की रकम गंवा रहे हैं। कुछ जरूरी सावधानी बरतने और जानकारियों से साइबर अपराध का शिकार होने से बचा जा सकता है। आइए जानते हैं कि साइबर विशेषज्ञों ने डॉ. वीरेंद्र स्वरूप इंस्टीट््यूट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज में क्या जरूरी टिप्स दिए...।
सभी मैसेज का न दें जवाब
इंर्फामेशन कम्युनिकेशन टेक्नॉलजी (आइसीटी) के एक्सपर्ट कमलेश शर्मा ने बताया कि कंप्यूटर, मोबाइल का दुरुपयोग साइबर अपराध की श्रेणी में आता है। बच्चों को फेसबुक और वाट्सअप न चलाने दें। ऑनलाइन बचत ऑफर और इनाम वाले लिंक पर क्लिक करने से बचें। ऐसे लिंक पर क्लिक करने से आपका डाटा साइबर ठगों तक पहुंच जाता है। कहा, किसी भी वेबसाइड पर क्लिक करने से पहले अच्छी तरह से स्पेलिंग पढ़ लेनी चाहिए। अक्सर साइबर अपराधी उसी से मिलते जुलते नाम से फर्जी वेबसाइट तैयार करके फ्राड करते हैं। बारीकी से पढऩे के बाद ही क्लिक करना चाहिए। सभी मैसेज का जवाब देना भी जरूरी नहीं है, कई बार देखा गया है कि मैसेज का जवाब देते ही आपका पर्सनल डाटा साइबर अपराधियों तक पहुंच जाता है।
सूनसान स्थान वाले एटीएम का न करें इस्तेमाल
इंडियन बैंक मार्केटिंग मैनेजर मोहित सक्सेना ने एटीएम से धोखाधड़ी और उनसे बचाव की जानकार दी। उन्होंने कार्ड स्किमिंग के बारे में बताया कि पूर्व में साइबर ठग एटीएम मशीन के रीडर पर डिवाइस लगाकर एटीएम कार्ड की क्लोनिंग करते थे, जो अब संभव नहीं है। क्योंकि सभी बैंको ने मशीनों में एंटी स्किमिंग रीडर लगा दिए हैं। उसके बाद से क्लोनिंग के मामले महज एक से दो फीसद ही रह गए हैं। सूनसान स्थान वाले एटीएम बूथ का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए। हो सके तो बैंक शाखा के बाहर लगे एटीएम बूथों का इस्तेमाल करना चाहिए। रुपये निकालने के बाद वहीं पर गिनना चाहिए। अगर कोई नोट कटा फटा है तो उसे वहां लगे कैमरे के सामने दिखाने के बाद संबंधित शाखा में इसकी शिकायत दर्ज करानी चाहिए।