कानपुर के डीजीक्यूए में छह लिपिकों की भर्ती बनी अधिकारियों के गले की फांस, होगी विभागीय जांच
चार साल पहले डीजीक्यूए में छह लिपिकों की नियुक्ति की गई थीख् जिसपर सीबीआइ ने केस दर्ज करके जांच शुरू की थी। अब चयन बोर्ड में शामिल सदस्यों से सीबीआइ की एंटी करप्शन सेल पूछताछ शुरू करेगी ।
कानपुर, जेएनएन। रक्षा मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले कैंट स्थित डायरेक्टर जनरल ऑफ क्वालिटी एश्योरेंस (डीजीक्यूए) कार्यालय मे चार साल पहले हुई छह लिपिकों की नियुक्ति मामले की विभागीय जांच होगी। डीजीक्यूए के दिल्ली मुख्यालय मेें इस पर विचार किया जा रहा है। वहीं चयन बोर्ड में शामिल सदस्यों से सीबीआइ की एंटी करप्शन सेल पूछताछ करेगी।
2016 में हुई छह लिपिकों की नियुक्ति मामले में गड़बड़ी पाए जाने के बाद सीबीआइ ने सात लोगों पर मामला दर्ज किया था। माना जा रहा है कि एंटी करप्शन सेल मामले को लेकर चयन बोर्ड के चेयरमैन समेत अन्य अधिकारियों से पूछताछ कर सकती है। नियुक्ति में विभागीय अधिकारियों के अलावा एक कर्मचारी नेता का नाम भी सामने आ रहा है। सीबीआइ की रिपोर्ट में भी इस बात की तस्दीक की गई है कि रिश्तेदारों को नौकरी का लाभ दिलाने के लिए सबने मिलकर फर्जीवाड़ा किया है।
मामले में अभ्यर्थियों ने एक नई शिकायत भी की है। इसमें एक कर्मचारी नेता के बेटा और बेटी की नियुक्ति पर सवाल उठाए गए हैं। अभ्यर्थियों ने इनकी उत्तर पुस्तिकाओं की जांच कराने की भी मांग की है। लखनऊ की लगा रहे दौड़ सीबीआइ की एफआइआर के बाद इस प्रकरण में शामिल अधिकारी व कर्मचारी नेता बचने के लिए लखनऊ तक दौड़ लगा रहे हैं। शनिवार को भी कुछ अधिकारियों ने लखनऊ जाकर उच्चाधिकारियों से बात की थी।