साइबर ठगों ने यूपीआइ एप के जरिये एमआर के खाते से उड़ाई रकम
सात बार में खाते से निकाले 98620 रुपये, खीरी में एक्सिस बैंक के एक खाते में ट्रांसफर हुई रकम।
कानपुर, जागरण संवाददाता। लोगों को जागरूक करने व सक्रियता के बाद भी साइबर अपराध की घटनाएं कम होने का नाम नहीं ले रहीं। ऐसे ही एक मामले में साइबर ठगों ने यूपीआइ एप के जरिये नवाबगंज निवासी दवा कंपनी प्रतिनिधि (एमआर) अनूप त्रिवेदी के खाते से 98620 रुपये पार कर दिए। सात बार में पूरी रकम खीरी में एक्सिस बैंक के एक खाते में ट्रांसफर हुई।
अनूप का खाता एक्सिस बैंक रामकृष्ण नगर में है। पिछले दिनों जरूरी काम से वह कर्नाटक के हुबली गए थे। रोमिंग की वजह से उन्होंने अपना सिमकार्ड निकाल लिया था और लोकल सिमकार्ड लेकर बात कर रहे थे। 29 से 31 दिसंबर के बीच किसी ने खाते से पूरा पैसा ट्रांसफर कर लिया। लौटने पर सिमकार्ड दोबारा फोन में डाला तो मैसेज आने पर घटना का पता लगा। इसके बाद बैंक जाकर शिकायत की। बैंककर्मियों ने बताया कि पैसा यूपीआइ एप से खीरी की एक्सिस बैंक में हरपाल सिंह के खाते में भेजा गया है। लेकिन हरपाल का सही पता वे नहीं बता सके। नजीराबाद इंस्पेक्टर सतीश साहू ने कहा कि साइबर सेल की मदद से जांच कराई जा रही है।
ठगी से बचने को इन बातों का रखें ध्यान
-जो मोबाइल नंबर खाते से जुड़ा है, उसे डिएक्टिवेट न करें।
-अगर नंबर डिएक्टिवेट हो तो तुरंत बैंक में अपडेट कराएं।
-समय-समय पर डेबिट व क्रेडिट कार्ड का पासवर्ड बदलते रहें।
-खाते से रकम निकले तो तुरंत पुलिस को सूचना दें।
-अनजान स्थानों पर डेबिट या क्रेडिट कार्ड स्वाइप न करें।
-एटीएम बूथ में कार्ड स्वाइप करने वाले स्थान को चेक करें, कहीं क्लोनिंग डिवाइस न लगी हो।
-मोबाइल बैंकिंग के लिए बैंक के अधिकृत एप का ही इस्तेमाल करें।
अनूप का खाता एक्सिस बैंक रामकृष्ण नगर में है। पिछले दिनों जरूरी काम से वह कर्नाटक के हुबली गए थे। रोमिंग की वजह से उन्होंने अपना सिमकार्ड निकाल लिया था और लोकल सिमकार्ड लेकर बात कर रहे थे। 29 से 31 दिसंबर के बीच किसी ने खाते से पूरा पैसा ट्रांसफर कर लिया। लौटने पर सिमकार्ड दोबारा फोन में डाला तो मैसेज आने पर घटना का पता लगा। इसके बाद बैंक जाकर शिकायत की। बैंककर्मियों ने बताया कि पैसा यूपीआइ एप से खीरी की एक्सिस बैंक में हरपाल सिंह के खाते में भेजा गया है। लेकिन हरपाल का सही पता वे नहीं बता सके। नजीराबाद इंस्पेक्टर सतीश साहू ने कहा कि साइबर सेल की मदद से जांच कराई जा रही है।
ठगी से बचने को इन बातों का रखें ध्यान
-जो मोबाइल नंबर खाते से जुड़ा है, उसे डिएक्टिवेट न करें।
-अगर नंबर डिएक्टिवेट हो तो तुरंत बैंक में अपडेट कराएं।
-समय-समय पर डेबिट व क्रेडिट कार्ड का पासवर्ड बदलते रहें।
-खाते से रकम निकले तो तुरंत पुलिस को सूचना दें।
-अनजान स्थानों पर डेबिट या क्रेडिट कार्ड स्वाइप न करें।
-एटीएम बूथ में कार्ड स्वाइप करने वाले स्थान को चेक करें, कहीं क्लोनिंग डिवाइस न लगी हो।
-मोबाइल बैंकिंग के लिए बैंक के अधिकृत एप का ही इस्तेमाल करें।