शहर में उद्योगों के उड़ान को एयरपोर्ट का 400 करोड़ से होगा विस्तार

चकेरी एयरपोर्ट में बड़ी पार्किंग तैयार होगी और सिविल इन्क्लेव में माल ढुलाई के लिए कार्गो टर्मिनल भी बनेगा। उद्यमी अपना माल कार्गो के जरिए भेज सकेंगे।

By AbhishekEdited By: Publish:Wed, 26 Sep 2018 04:37 PM (IST) Updated:Wed, 26 Sep 2018 04:37 PM (IST)
शहर में उद्योगों के उड़ान को एयरपोर्ट का 400 करोड़ से होगा विस्तार
शहर में उद्योगों के उड़ान को एयरपोर्ट का 400 करोड़ से होगा विस्तार

कानपुर (जागरण संवाददाता)। कभी उत्तर भारत का मैनचेस्टर कहे जाने वाले कानपुर में अस्तित्व खो रहे उद्योगों के लिए एक बार फिर आस जगी है। उद्योगों को बढ़ावा देने के साथ शहर को एक और पहचान देने के लिए चकेरी एयरपोर्ट के विस्तार को नई डिजाइन को मंजूरी मिल गई है। इसमें करीब 400 करोड़ रुपये की लागत आएगी और इसके टेंडर की प्रक्रिया शुरू हो गई है। एयरपोर्ट में बड़ी पार्किंग तैयार होगी, जिसमें एक साथ आठ एयरक्राफ्ट खड़े हो सकें। अभी पार्किंग में प्राइवेट ट्रेनिंग के एयर क्राफ्ट खड़े होते हैं।

औद्योगिक नगरी को लगेंगे पंख

महानगर के उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए सिविल इन्क्लेव में माल ढुलाई के लिए कार्गो टर्मिनल भी बनेगा। इससे लेदर, प्लास्टिक, लेदर सैडलरी, फुटवियर, एल्युमिनियम प्लेट्स, कैमिकल्स, एनिमल मीट, फिनिश्ड लेदर, टेक्सटाइल सहित सहित अन्य माल बड़ी मात्रा में कानपुर से एक्सपोर्ट को बढ़ावा मिलेगा। चकेरी एयरपोर्ट नेशनल हाईवे से कनेक्ट होने के चलते कन्नौज, फतेहपुर, कानपुर देहात सहित अन्य पास के जिले के व्यापारी अपना माल कार्गो के जरिए भेज सकेंगे। अपने शहर में मसाला, लेदर, प्लास्टिक समेत कई ऐसे बड़े औद्योगिक क्षेत्र हैं।

सिविल इन्क्लेव के तहत होगा विस्तार

अहिरवां एयरपोर्ट का रनवे इंडियन एयरफोर्स के अधीन है। इस एयरपोर्ट का विस्तार सिविल इन्क्लेव के तहत किया जाना है। कुछ माह पूर्व तैयार किए डिजाइन में एयरफोर्स ने सुरक्षा की दृष्टि से एतराज जताया था। जिसके बाद एयरफोर्स की निगरानी में नए सिरे डिजाइन तैयार हुआ, जिसे एयरफोर्स स्टेशन के सीओओ ने स्वीकृति दे दी है। अहिरवां एयरपोर्ट के डायरेक्टर जमील खालिक का कहना है कि नए सिविल इन्क्लेव के लिए दिसंबर तक टेंडर की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। टर्मिनल का इस्टीमेट तैयार किया जा रहा है।

यह होंगी खासियत

-20 हेक्टेयर (50 एकड़) जमीन पर बनेगा नया टर्मिनल।

-300 यात्री की क्षमता वाला प्रतीक्षालय।

-400 करोड़ खर्च होंगे सिविल इन्क्लेव निर्माण पर।

-82 करोड़ की कीमत से ली जमीन।

-पर्यटक स्थल एवं उनकी दूरी बताने के लिए इलेक्ट्रानिक्स डिस्प्ले।

-इंडियन व चाइनीज फूड की कैंटीन।

एयरपोर्ट की मौजूदा स्थिति

-कानपुर-दिल्ली उड़ान है।

-अक्टूबर से कानपुर-मुंबई उड़ान होगी शुरू।

-एक नवंबर से कोलकाता, बागडोगरा की उड़ान शुरू होनी है।

-बेंगलुरु, अहमदाबाद, पुणे, गोरखपुर, मध्य प्रदेश समेत कई प्रांतों के लिए उड़ान भी प्रस्तावित है।

एयरपोर्ट की व्यवस्था देखने पहुंची टीम

कानपुर से मुंबई की फ्लाइट 8 अक्टूबर और कोलकाता की उड़ान पहली नवंबर से प्रस्तावित है। यात्री सुविधाओं को देखने के लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी आफ इंडिया दिल्ली की टीम ने अहिरवां एयरपोर्ट पहुंची। एयरपोर्ट अथॉरिटी के वरिष्ठ अधिकारी एचएस बलवार की अगुवाई में छह सदस्यीय टीम लखनऊ के अमौसी एयरपोर्ट पर पहुंची और सड़क मार्ग से अहिरवां एयरपोर्ट पर आई। टीम के साथ स्पाइस जेट के रीजनल मैनेजर बृजेंद्र सिंह भी थे। एयरपोर्ट के डॉयरेक्टर जमील खालिक के साथ टीम ने रनवे, आउट, इन प्रतीक्षालय, पार्किंग एवं अन्य व्यवस्थाएं देखीं। स्पाइस जेट के रीजनल मैनेजर ने बताया कि मुंबई और कोलकाता उड़ान से पूर्व सारी व्यवस्थाएं दुरुस्त होंगी, ताकि यात्रियों को दिक्कत न आये। एयरपोर्ट अथॉरिटी के अधिकारियों ने उड़ान शुरू होने से पहले सारी व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के निर्देश दिये हैं। बताते चलें कि अहिरवां एयरपोर्ट पर सर्वाधिक दिक्कत यात्रियों के बैठने की है। तमाम प्रयास के बाद भी 200 से अधिक यात्रियों के बैठने की व्यवस्था एयरपोर्ट नहीं कर सका है।

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