कानपुर और आगरा में फ्लैटेड फैक्ट्री को केंद्र सरकार की मंजूरी, नए वित्तीय वर्ष में होगा टेंडर

मंधना में मुआवजे की रार की वजह से औद्योगिक क्षेत्र नहीं बस पा रहा। ऐसी समस्याएं प्रबंधन के सामने कई जगहों पर है। सिर्फ उप्र राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण ही नहीं बल्कि कई और प्राधिकरणों के सामने ऐसी समस्या है।

By Shaswat GuptaEdited By: Publish:Fri, 26 Feb 2021 07:35 AM (IST) Updated:Fri, 26 Feb 2021 07:35 AM (IST)
कानपुर और आगरा में फ्लैटेड फैक्ट्री को केंद्र सरकार की मंजूरी, नए वित्तीय वर्ष में होगा टेंडर
कानपुर में स्थित होने वाली फ्लैटेड फैक्ट्री के मॉडल का चित्र।

कानपुर, जेएनएन। आगरा के फाउंड्रीनगर और कानपुर के दादानगर में फ्लैटेड फैक्ट्री के निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। उत्तर प्रदेश लघु उद्योग निगम के प्रस्ताव पर केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय (एमएसएमई) ने दोनों शहरों में बहुमंजिली इमारतों में औद्योगिक इकाइयों की स्थापना के प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी है। अब विस्तृत प्रोजेक्ट भेजा जाएगा। अंतिम मंजूरी मिलने के साथ ही टेंडर की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। दोनों ही प्रोजेक्ट के लिए केंद्र सरकार की ओर से 15-15 करोड़ रुपये वित्तीय मदद मिलेगी।  

भूमि अधिग्रहण में दिक्कतें हैं। किसान मुआवजा लेने के बाद भी कब्जा नहीं देते हैं। मुआवजा बढ़ाने की मांग करते हैं। गंगा बैराज पर ट्रांसगंगा सिटी की स्थापना के लिए उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण को दो बार मुआवजा देना पड़ा। मंधना में मुआवजे की रार की वजह से औद्योगिक क्षेत्र नहीं बस पा रहा। ऐसी समस्याएं प्रबंधन के सामने कई जगहों पर है। सिर्फ उप्र राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण ही नहीं, बल्कि कई और प्राधिकरणों के सामने ऐसी समस्या है। यही वजह है कि सरकार ने फ्लैटेड फैक्ट्री को बढ़ावा देने का निर्णय लिया है।

खास बातें

61 करोड़ रुपये से भूतल समेत चार मंजिला इमारत दादानगर में बनेगी। 134 करोड़ रुपये से भूतल समेत पांच मंजिला इमारत का निर्माण फाउंड्री नगर में । 15-15 करोड़ रुपये की वित्तीय मदद एमएसएमई मंत्रालय की ओर से मिलेगी  

जगह का निर्धारण हो चुका

दादानगर में निगम के पास 6071.18 वर्गमीटर भूमि है। इसमें 56 फ्लैट बनेंगे तो आगरा में 20,960 हेक्टेयर भूमि है, जहां 241 फ्लैटों का निर्माण होगा।

दूसरे चरण में गाजियाबाद और लखनऊ भी शामिल

दूसरे चरण में गाजियाबाद और लखनऊ में बहुमंजिली इमारत बनेगी। कानपुर के फजलगंज में भी स्थापना होगी। गाजियाबाद में 5725.75 हेक्टेयर में भूतल समेत चार मंजिला इमारत बनाई जानी है। इसमें 60 इकाइयां स्थापित होंगी। लखनऊ के सरोजनी नगर में 6930 वर्गमीटर में भूतल सहित चार मंंजिला इमारत बनाई जाएगी। इसमें 56 इकाइयां स्थापित होंगी। इसी तरह कानपुर के फजलगंज में भूतल समेत तीन मंजिला इमारत बनेगी। इसमें आठ औद्योगिक इकाइयां स्थापित होंगी।

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