चौबेपुर और शिवराजपुर एसओ मेरी सुनते ही नहीं हैं..

बिकरू कांड में विकास दुबे और गुर्गो की गोलीबारी में शहीद हुए सीओ देवेंद्र मिश्रा का एक और ऑडियो मंगलवार को वायरल हुआ है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Oct 2020 07:41 AM (IST) Updated:Wed, 21 Oct 2020 07:41 AM (IST)
चौबेपुर और शिवराजपुर एसओ मेरी सुनते ही नहीं हैं..
चौबेपुर और शिवराजपुर एसओ मेरी सुनते ही नहीं हैं..

जागरण संवाददाता कानपुर : बिकरू कांड में विकास दुबे और गुर्गो की गोलीबारी में शहीद हुए सीओ देवेंद्र मिश्रा का एक और ऑडियो मंगलवार को वायरल हुआ है। 20 मिनट के इस ऑडियो में उनकी प्रदेश के एक पूर्व डीजीपी से बातचीत का दावा किया जा रहा है। इसमें वह तत्कालीन एसएसपी के भ्रष्टाचार को लेकर पूर्व डीजीपी को जानकारी दे रहे हैं। हालांकि, दैनिक जागरण इसकी पुष्टि नहीं करता है।

बातचीत की शुरुआत पूर्व डीजीपी करते हैं। इसमें कानपुर नगर पुलिस में व्याप्त भ्रष्टाचार की चर्चा होती है। इस दौरान पूर्व डीजीपी कानपुर देहात के तत्कालीन एसपी अनुराग वत्स की तारीफ भी करते हुए कहते हैं कि अनुराग बस गलत नहीं करते। उच्चाधिकारी भी अनुराग वत्स से कोई गलत काम कहने से कतराते हैं। क्या मजाल कानपुर देहात का कोई थानेदार अपने क्षेत्राधिकारी की अवहेलना कर दे। क्षेत्राधिकारी की एक रिपोर्ट लगते ही थानेदार निलंबित हो जाएगा, जबकि कानपुर के हालात बेहद खराब हैं। इससे एक बार फिर चर्चाएं तेज हैं कि आखिर क्यों देवेंद्र मिश्रा की बातचीत से जुड़े ऑडियो ही वायरल हो रहे हैं। माना जा रहा है कि उनके गायब मोबाइल से ही ऑडियो लीक किए जा रहे हैं। ऑडियो में बातचीत के अंश

पूर्व डीजीपी : (सीओ से) उस महिला के साथ गलत किया जा रहा है। उसके साथ अन्याय हो रहा है। उनके कहने के बावजूद उसकी मदद नहीं हो रही है।

शहीद सीओ : शिवराजपुर और चौबेपुर के थाना प्रभारी मेरी सुनते ही नहीं हैं। पूर्व डीजीपी : (आश्चर्य व्यक्त करते हुए) आखिर ऐसा क्या है कि क्षेत्राधिकारी की बात थानेदार नहीं सुन रहा है। क्षेत्राधिकारी होते हुए भी उनका कोई रुतबा नहीं है।

शहीद सीओ : थानेदार एसएससी का पूर्व पीआरओ रह चुका है। एसएसपी लखनऊ में अपना मकान बनवा रहे हैं। पीआरओ रहने के दौरान वह कई बार एसएसपी के साथ लखनऊ गया। अब थानेदार बनने के बाद मकान निर्माण की पूरी जिम्मेदारी वही उठा रहा है। एसएसपी का विश्वास पात्र है। एसएसपी उसकी ही सुनते हैं। जब कोई थानेदार कप्तान का इतना करीबी हो जाए तो वह क्षेत्राधिकारी की क्यों सुनेगा।

----

सीओ के गायब मोबाइल को लेकर जांच कराई जाएगी। यह बेहद गंभीर मसला है। पुलिस को पहले इस ओर ध्यान देना चाहिए था।

-मोहित अग्रवाल, आइजी।

chat bot
आपका साथी