मुजफ्फरनगर का बलराज था नकली दवाओं का मुख्य सप्लायर, पूर्वांचल कनेक्शन तलाशने में जुटी है क्राइम ब्रांच टीम
बिक्री करने वाले लखनऊ अशियाना निवासी सरगना मनीष मिश्रा को क्राइम ब्रांच की टीम ने दादा नगर पुल के पास से दो गत्ते नकली अल्ट्रासेट टेबलेट के साथ 23 जून को गिरफ्तार किया था। मनीष से हुई पूछताछ में उसने अलीगढ़ गुरुग्राम और बागपत के link मिले थे।
कानपुर, जेएनएन। नकली दवाओं के धंधेबाजों पर क्राइम ब्रांच ने शिकंजा कसा है। अब तक टीम 12 आरोपितों की गिरफ्तारी करके साढ़े चार करोड़ रुपये की नकली दवाएं, मशीनरी व कच्चा माल बरामद कर चुकी है। छानबीन में सामने आया कि लखनऊ का सरगना मनीष मुजफ्फर नगर के बलराज के माध्यम से माल मंगवाता था। बलराज उसके गिरोह का मुख्य सरगना था। वह स्थानीय सप्लायरों से दूसरे साल्ट खरीदकर मनीष को मुहैया कराता था। जिसे मनीष आगे सप्लाई करता था। टीम बलराज, मनीष व अन्य आरोपितों के पूर्वांचल कनेक्शन तलाशने में जुटी है।
नकली दवाओं की बिक्री करने वाले लखनऊ अशियाना निवासी सरगना मनीष मिश्रा को क्राइम ब्रांच की टीम ने दादा नगर पुल के पास से दो गत्ते नकली अल्ट्रासेट टेबलेट के साथ 23 जून को गिरफ्तार किया था। मनीष से हुई पूछताछ में उसने अलीगढ़, गुरुग्राम, मेरठ, मुजफ्फर नगर और बागपत के link मिले थे। इसके बाद टीम ने वहां भी छापेमारी करके फैक्ट्रियां पकड़ी थीं। कार्रवाई में क्राइम ब्रांच ने मनीष समेत कुल 12 आरोपितों की गिरफ्तारी करके 4.50 करोड़ की नकली दवाएं, मशीनरी व कच्चे माल की बरामदगी की थी। पकड़े गए आरोपितों से हुई पूछताछ में सामने आया था कि लखनऊ के सरगना के गिरोह में मुजफ्फर नगर का मुख्य सप्लायर बलराज ही था। मनीष की डिमांड पर बलराज दूसरे साल्ट की दवाएं मेरठ निवासी अजय त्यागी उर्फ कबरा व अन्य लोगों से खरीदकर मनीष को सप्लाई देता था। क्राइम ब्रांच सूत्रों ने बताया कि बलराज के हिमाचल प्रदेश के बद्दी, रुड़की, बागपत आदि कनेक्शन खंगाले जा रहे हैं। वहीं आरोपितों के पूर्वांचल कनेक्शन की जानकारी मिलने पर क्राइम ब्रांच उसे भी खंगाल रही है।
कैल्शियम की दवाओं का दिया था बड़ा आर्डर : क्राइम ब्रांच सूत्रों के मुताबिक पता चला है कि मनीष ने बलराज को कैल्शियम की करीब एक लाख गोलियों का आर्डर दिया था। 15 दिन में इतना बड़ा आर्डर पूरा करना संभव नहीं था। बलराज आर्डर की तैयारी में जुटा था। इसी बीच पुलिस ने छापेमारी कर दी, जिससे वह आर्डर की सप्लाई नहीं दे सका। यह आर्डर पकड़े जाने से 20 दिन पहले ही मनीष ने बलराज को दिया था।
इनका ये है कहना