बीटेक छात्र हिंदी में कर सकेंगे कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई, कानपुर क्षेत्रीय कार्यालय से मिली नए सत्र के लिए मान्यता

इंजीनियरिंग की पढ़ाई कराने को लेकर मंथन चल रहा है। एआइसीटीई के कानपुर क्षेत्रीय कार्यालय ने इस वर्ष आए आवेदनों में कालेजों के इंफ्रास्ट्रक्चर शिक्षकों की संख्या प्रयोगशाला व अन्य संसाधनों का निरीक्षण करने के बाद उनमें से 12 कालेजों को मान्यता दी है

By Akash DwivediEdited By: Publish:Thu, 08 Jul 2021 11:05 AM (IST) Updated:Thu, 08 Jul 2021 11:05 AM (IST)
बीटेक छात्र हिंदी में कर सकेंगे कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई, कानपुर क्षेत्रीय कार्यालय से मिली नए सत्र के लिए मान्यता
संबंधित क्षेत्रीय कार्यालयों में कोर्स की मान्यता के लिए आवेदन आए थे

कानपुर, जेएनएन। इंजीनियरिंग के छात्रों को अब कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई करने के लिए अंग्रेजी में पारंगत होने की जरूरत नहीं है। वे रोजाना बोली जाने वाली हिंदी भाषा में इस विषय की पढ़ाई कर सकेंगे। यह पहली बार है जब किसी भी ब्रांच को पूरी तरह हिंदी में पठन पाठन की मान्यता मिली है। डा. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विवि (एकेटीयू) ने 12 से अधिक कालेजों को उनके आवेदन पर हिंदी में इस ब्रांच में पढ़ाई कराए जाने की अनुमति दी है। अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआइसीटीई) के कानपुर क्षेत्रीय कार्यालय से भी इन कालेजों को सत्र 2021-22 के लिए मान्यता मिल गई है। इसके लिए कोर्स को नया डिजाइन किया गया है।

उत्तर प्रदेश व बिहार में कई वर्षों से हिंदी में भी इंजीनियरिंग की पढ़ाई कराने को लेकर मंथन चल रहा है। एआइसीटीई के कानपुर क्षेत्रीय कार्यालय ने इस वर्ष आए आवेदनों में कालेजों के इंफ्रास्ट्रक्चर, शिक्षकों की संख्या, प्रयोगशाला व अन्य संसाधनों का निरीक्षण करने के बाद उनमें से 12 कालेजों को मान्यता दी है। अब हिंदी में कंप्यूटर साइंस ब्रांच पढ़ाने वाले शिक्षकों को शैक्षणिक विकास कार्यक्रम में प्रशिक्षित करने के लिए एकेटीयू रूपरेखा तैयार कर रहा है। एआइसीटीई के क्षेत्रीय अधिकारी डा. मनोज तिवारी ने बताया कि यूपी, बिहार व उत्तराखंड के तकनीकी शिक्षण संस्थानों को कानपुर के क्षेत्रीय कार्यालय से कोर्स की मान्यता दी जाती है। हिंदी में कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई कराने के लिए मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान प्रदेशों से भी संबंधित क्षेत्रीय कार्यालयों में कोर्स की मान्यता के लिए आवेदन आए थे।

अन्य ब्रांच में भी शुरू कराई जाएगी हिंदी में पढ़ाई :कंप्यूटर साइंस के बाद अब दूसरी ब्रांच में भी हिंदी में पढ़ाई शुरू कराई जाएगी। एआइसीटी अब इसकी रूपरेखा तैयार कर रहा है। अगले वर्ष इंफोर्मेशन टेक्नोलाजी, इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल व सिविल समेत बीटेक की कई ब्रांच के कोर्स की पढ़ाई छात्र हिंदी में भी कर सकेंगे।

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