कानपुर के लिक्विड वेस्ट से चल सकती हैं 400-500 बसें : गडकरी
केंद्रीय जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्री नितिन गडकरी ने कानपुर में लिक्विड वेस्ट के निस्तारण का तरीका बताया।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ : केंद्रीय जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि कानपुर में जितना लिक्विड वेस्ट निकलता है यदि उससे बायो सीएनजी बनाई जाए तो उस ईंधन से 400 से 500 बसें चल सकती हैं। इस प्रक्रिया को अपनाने से प्रदूषण का स्तर भी कम होगा। नागपुर में निकलने वाले लिक्विड वेस्ट को साफ करके आज उसका पानी बेचा जा रहा है। साथ ही मीथेन गैस निकालने के लिए इंडियन ऑयल से करार होने जा रहा है। इसी तरह का प्रोजेक्ट कानपुर सहित दूसरे शहरों में भी लग सकता है, जो शहर के विकास के लिए भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
नितिन गडकरी गुरुवार को दिल्ली से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पत्रकारों से बात कर रहे थे। एक प्रश्न के जवाब में गडकरी ने कहा कि वह दिन दूर नहीं जब गंगा के लिक्विड वेस्ट से गाड़ियां चलेंगी। उन्होंने बताया कि नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत यूपी में प्रस्तावित 30 सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) में से आठ पूरे हो गए हैं। नौ प्रोजेक्ट में इस समय काम चल रहा है।
यूपी के 30 एसटीपी की कुल क्षमता 874 एमएलडी है। उन्होंने बताया कि मीरजापुर, वृंदावन व मथुरा के तीन प्रोजेक्ट के टेंडर लगभग अंतिम चरण में हैं। ये जल्द ही पूरे हो जाएंगे। 10 प्रोजेक्ट में टेंडर प्रक्रिया चल रही है। इनमें कानपुर, रामनगर, उन्नाव, इलाहाबाद, फर्रुखाबाद, मीरजापुर व गाजीपुर जिले के प्रोजेक्ट हैं। मंत्री ने बताया कि लिक्विड वेस्ट के बाद अब सालिड वेस्ट मैनेजमेंट के लिए भी नमामि गंगे कार्यक्रम में काम किया जाएगा।