इटावा में शेरों को कोरोना होने के बाद उन्नाव के पक्षी विहार में 29 हिरन क्वारंटाइन

मालूम हो की कानपुर-लखनऊ के मध्य नवाबगंज में चन्द्रशेखर आजाद पक्षी विहार है। यहां पर वैसे तो तीन विभाग काम करते हैं। बर्ड लाईफ के हिस्से में यहां की झील है। इस समय झील में विदेशी पक्षी जा चुके हैं। कुछ देशी पक्षी हैं।

By Akash DwivediEdited By: Publish:Tue, 11 May 2021 06:05 AM (IST) Updated:Tue, 11 May 2021 06:05 AM (IST)
इटावा में शेरों को कोरोना होने के बाद उन्नाव के पक्षी विहार में 29 हिरन क्वारंटाइन
हिरनों की देखभाल करने वाले ये कर्मचारी भी क्वारंटाईन रहते हैं

कानपुर, जेएनएन। इटावा सफारी में शेर में कोरोना के लक्षण मिलने के बाद चन्द्रशेखर आजाद पक्षी विहार में सभी 29 हिरनों को क्वारंटाईन कर दिया गया। यहां पर इनकी निगरानी के लिये तीन कर्मचारी भी लगा दिये गये हैं। साथ ही पूरे परिसर को भी सैनिटाईज किया गया। किसी भी पर्यटक की इंट्री पर रोक लगा दी गयी। हिरनों को विटामिन सी औऱ मल्टीविटामिन की दवाएं भी चारे के साथ दी जा रही है। हिरनों की देखभाल करने वाले ये कर्मचारी भी क्वारंटाईन रहते हैं।

मालूम हो की कानपुर-लखनऊ के मध्य नवाबगंज में चन्द्रशेखर आजाद पक्षी विहार है। यहां पर वैसे तो तीन विभाग काम करते हैं। बर्ड लाईफ के हिस्से में यहां की झील है। इस समय झील में विदेशी पक्षी जा चुके हैं। कुछ देशी पक्षी हैं। जिनको देखने के लिये पर्यटक आते हैं। इस समय कोरोना संक्रमण को देखते हुये पर्यटकों के अंदर जाने पर रोक लगा दी गयी है। जिससे की पक्षियों को किसी भी संक्रमण से बचाया जा सके। हिरनों को देखने के लिय़े कोई भी पर्यटक नहीं जा सकता है। इसके लिए पूरी तरह से तालाबंदी कर दी गयी है। रेंजर मंयक ङ्क्षसह ने बताया की निर्देश के बाद पूरे क्षेत्र को मशीन से सैनेटाईज कराने के साथ ही पूरी तरह से प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित कर दिया गया है। आठ-आठ घंटे की ड्यूटी के लिये तीन कर्मचारी रामरुवरुप, वासुदेव औऱ कुलदीप को लगाया गया है। वो भी इन दिनों क्वारंटाईन है। घर जाने पर वो अलग कमरे में रह रहे हैं। यहां का रेस्टोरेंट भी बंद कर दिया गया है। हिरनों का माह में दो बार चिकित्सीय परीक्षण भी कराया जा रहा है।

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