अब फर्जी आदेश पर हो गई कुर्की!

जागरण संवाददाता, कानपुर : जिलाधिकारी के नाम से जारी फर्जी आदेश पर निलंबित हुए शिक्षा विभाग के दो कर्

By JagranEdited By: Publish:Wed, 22 Mar 2017 01:01 AM (IST) Updated:Wed, 22 Mar 2017 01:01 AM (IST)
अब फर्जी आदेश पर हो गई कुर्की!
अब फर्जी आदेश पर हो गई कुर्की!

जागरण संवाददाता, कानपुर : जिलाधिकारी के नाम से जारी फर्जी आदेश पर निलंबित हुए शिक्षा विभाग के दो कर्मचारियों और नगर निगम के अधिशासी अभियंता प्रकरण पर हंगामा मचने के बाद अब एक और मामला सामने आया है। मामला इसलिए संजीदा है क्योंकि कोर्ट से जुड़ा हुआ है। घरेलू ¨हसा के एक मामले में कोर्ट से कुर्की आदेश जारी हुआ और नौबस्ता पुलिस ने कार्यवाही भी कर दी। इस आदेश को फर्जी बताकर पीड़ित ने जनपद न्यायाधीश से शिकायत की है।

यशोदा नगर के सतीश दीक्षित का पत्‍‌नी से घरेलू ¨हसा का विवाद का मुकदमा अपर मुख्य महानगर मजिस्ट्रेट की एक कोर्ट में चल रहा है। इसी संदर्भ में कोर्ट से एक स्पीड पोस्ट उन्हें प्राप्त हुआ। इसमें पत्‍‌नी को भरण पोषण के लिए सात हजार रुपये और बकाया एक लाख रुपये न देने के लिए उनकी अचल संपत्ति कुर्क करने के आदेश दिए गए थे। नौबस्ता पुलिस ने इसी आदेश के क्रम में 25 जनवरी 2015 को घर का एक कमरा कब्जे में ले लिया। सतीश स्पीड पोस्ट की प्रति लेकर कोर्ट पहुंचे और अपने अधिवक्ता को दिखाया तो उन्हें शक हुआ। अधिवक्ता विजय बख्शी ने संबंधित कोर्ट में जानकारी की तो पता चला कि ऐसा कोई आदेश उक्त कोर्ट से जारी ही नहीं हुआ। जिसके बाद इस पूरे खेल का खुलासा हुआ। अधिवक्ता के मुताबिक आदेश पर तारीख भी दर्ज नहीं है। कानूनन रिकवरी वारंट तो जारी हो सकता है, कुर्की का आदेश नहीं। अधिवक्ता के मुताबिक वह पीड़ित को लेकर जनपद न्यायाधीश से मिले और पूरे प्रकरण पर जांच की मांग की, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया।

---------

इन पर उठ रहे सवाल

अधिवक्ता के मुताबिक फजीवाड़े में पीड़ित की पत्‍‌नी, नौबस्ता एसओ, यशोदा नगर चौकी इंचार्ज की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा हो रहा है। इनके खिलाफ पुलिस अधिकारियों को प्रार्थना पत्र देंगे।

chat bot
आपका साथी