मेट्रो की मॉडल टाउनशिप में अब नहीं कोई बाधा

कानपुर, जागरण संवाददाता: मेट्रो परियोजना की सबसे बड़ी बाधा दूर हो गई है। समाज कल्याण विभाग की भूमि पर

By Edited By: Publish:Wed, 25 May 2016 07:53 PM (IST) Updated:Wed, 25 May 2016 07:53 PM (IST)
मेट्रो की मॉडल टाउनशिप में अब नहीं कोई बाधा

कानपुर, जागरण संवाददाता: मेट्रो परियोजना की सबसे बड़ी बाधा दूर हो गई है। समाज कल्याण विभाग की भूमि पर मॉडल टाउनशिप बसाने के फैसले के विरुद्ध लगाई गई याचिका के खारिज होने से केडीए अफसरों ने राहत की सांस ली है। अब समाज कल्याण विभाग इंदिरा नगर स्थित सौ एकड़ भूमि कानपुर मेट्रो रेल कारपोरेशन के नाम कर देगा। विभाग को अब कारपोरेशन के कंपनी के रूप में रजिस्टर्ड होने का इंतजार है।

शहर में मेट्रो दो रूटों पर चलाई जानी है। एक रूट आईआईटी से नौबस्ता तो दूसरा रूट सीएसए से बर्रा आठ तक है। करीब 17 हजार करोड़ रुपये की इस परियोजना को लाभ का सौदा बनाने के लिए ही स्टेशनों पर दुकानें, इंदिरा नगर में मॉडल टाउनशिप की स्थापना का लक्ष्य रखा गया है। टाउनशिप में दुकानों, फ्लैटों के आवंटन, स्टेशनों पर फ्लैटों के आवंटन से होने वाली अच्छी खासी आय को ध्यान में रखकर ही मेट्रो का फाइनेंसियल इंटरनल रेट ऑफ रिटर्न 8.61 प्रतिशत रखा गया है। इंदिरा नगर स्थित समाज कल्याण विभाग की भूमि भातू समाज के लोगों को पट्टे पर दी गई थी। शर्त रखी गई थी कि वे इस भूमि पर सिर्फ खेती करेंगे, लेकिन इस शर्त का उल्लंघन कर तमाम लोगों ने मकान और दुकानें बना लीं। केडीए के अफसर चाहते हैं कि जल्द से जल्द मेट्रो रेल कारपोरेशन कंपनी का गठन हो जाए ताकि भूमि कारपोरेशन के नाम समाज कल्याण विभाग से कराई जा सके। सूत्रों की माने तो जून के पहले पखवारे में ही कंपनी का गठन हो जाएगा। इसके बाद भूमि के हस्तांतरण की प्रक्रिया शुरू होगी।

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