स्मार्ट सिटी पर दाग हैं चंट्टे

कानपुर, जागरण संवाददाता: स्मार्ट सिटी तभी सार्थक होगी जब शहर से चंट्टे हटेंगे। ऐसा नहीं है कि चंट्टे

By Edited By: Publish:Sat, 28 Nov 2015 02:51 AM (IST) Updated:Sat, 28 Nov 2015 02:51 AM (IST)
स्मार्ट सिटी पर दाग हैं चंट्टे

कानपुर, जागरण संवाददाता: स्मार्ट सिटी तभी सार्थक होगी जब शहर से चंट्टे हटेंगे। ऐसा नहीं है कि चंट्टे हटाने को कवायद या कार्रवाई नहीं हुई हो। 1250 चंट्टों में से सिर्फ 63 चंट्टे ही शहर से बाहर हुए हैं। पॉश इलाके तक अछूते नहीं हैं। स्वरूप नगर, तिलक नगर व आर्यनगर में चंट्टों की भरमार है। गोबर से नाली व सीवर लाइन चोक होने से सड़कों व गलियों में गंदा पानी भर रहता है। इससे मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है। महामारी फैल रही है। सरकारी विभागों को भी सफाई के नाम पर लाखों रुपये का चूना लग रहा है लेकिन इनको हटाने में जिला प्रशासन व नगर निगम असहाय साबित हो रहे हैं।

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चट्टों को बाहर करने की योजना फ्लाप

चंट्टों को बाहर करने की योजना फ्लाप हो गई है। चंट्टे बाहर करने को केडीए ने पाण्डु नदी बिनगवां के पास सवा सौ भूखंडों की कैटिल कालोनी विकसित की थी। इसमें 63 लोगों ने ही प्लाट लिये। वे भी नहीं गये। कई ऐसे लोगों ने प्लाट लिये जिनके चंट्टे नहीं थे। नगर निगम ने जांच में पकड़ उनके प्लाट निरस्त करने को लिखा था।

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पॉश इलाका अछूता नहीं

स्वरूप नगर, आर्यनगर, तिलक नगर, पाण्डुनगर, लाजपत नगर, सर्वोदय नगर, काकादेव, विष्णुपुरी, नवाबगंज, आजाद नगर इलाकों में सड़क पर चंट्टे चल रहे हैं।

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ये इलाके हो गए मशहूर

अहिराना ग्वालटोली, भूसाटोली, घुसियाना चंट्टों को लिए मशहूर हैं। यहां दर्जनों चंट्टे सड़क पर चल रहे हैं।

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श्रीनगर में गोबर से भरता सीवर

श्रीनगर में गोबर के कारण क्षेत्र की सीवर लाइन चोक हो चुकी है। कई बार अफसरों ने सीवर लाइन साफ कराई। लोगों को गोबर सीवर लाइन में न फेंकने के आदेश दिए लेकिन लोग मान नहीं रहे।

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हर साल लाखों का नुकसान

जलकल व नगर निगम को हर साल गोबर के चलते लाखों का नुकसान हो रहा है। गोबर डालने से सीवर लाइन, नाले व नाली चोक हो जाती है। इसको साफ कराने के लिए लाखों रुपये खर्च होते हैं।

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हो रही कागजी कार्रवाई

फुटपाथ व सड़क पर चंट्टे वालों को हटाने के लिए कई बार आदेश हुए लेकिन आदेश कागजों में ही रह गये। अब चंट्टे वालों पर गोबर फेंकने पर तीन बार जुर्माना लगाया जाएगा व चौथी बार मुकदमा दर्ज किया जाएगा। पहली बार पांच सौ, दूसरी बार 1200 व तीसरी बार में 5,000 रुपये जुर्माना लगाया जाएगा। यह कार्ययोजना लागू कैसे होगी इसका अभी तक खाका नहीं तैयार हुआ है।

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जनता की आवाज

चंट्टे स्मार्ट सिटी पर दाग साबित होंगे। पहले इनको शहर से हटाया जाए। अपने आप शहर स्मार्ट हो जाएगा।

विशम्भर दयाल

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सड़कों पर फैला गोबर व्यवस्था की पोल खोल रहा है। चंट्टे फुटपाथ पर चल रहे हैं, इनको हटाने की व्यवस्था होनी चाहिए।

विक्रम यादव

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गोबर के चलते नाली, सीवर लाइन चोक रहती है। जल निकासी न होने के कारण सड़कों पर बदबूदार पानी भरा रहता है।

कामेश कुलवानी

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चंट्टों को शहर से बाहर किया जाए। जुर्माना लगाया जाए। पॉश इलाके तक में चंट्टे हैं जो मुसीबत बनते जा रहे हैं।

आलोपी

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आवारा जानवरों के चलते सड़कों पर निकलना मुश्किल है। वाहन के सामने कब जानवर आ जाए। यह डर बना रहता है।

नेहा

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चंट्टों को बाहर किया जाए। इनके हटने से ट्रैफिक में भी सुधार होगा। सड़कों में दौड़ते जानवर खतरनाक हो जाते हैं।

शवेता सेंगर

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