बागवानी से किसानों को मिलेगी आर्थिक मजबूती

जागरण संवाददाता, कन्नौज : गेहूं के बाद अब जिले में बागवानी की तैयारी शुरू हो गई है। अधिका

By JagranEdited By: Publish:Fri, 20 Apr 2018 05:21 PM (IST) Updated:Fri, 20 Apr 2018 05:21 PM (IST)
बागवानी से किसानों को मिलेगी आर्थिक मजबूती
बागवानी से किसानों को मिलेगी आर्थिक मजबूती

जागरण संवाददाता, कन्नौज : गेहूं के बाद अब जिले में बागवानी की तैयारी शुरू हो गई है। अधिकांश किसान राष्ट्रीय बागवानी मिशन के तहत आम व अमरूद की पैदावार से कमाई करेंगे। पिछले साल किसानों को इसमें फायदा होने से इस बार रुचि भी बढ़ी है। उद्यान विभाग ने बागवानी का रकबा भी बढ़ाया है। इसकी कार्य योजना बनाकर शासन को भेजी जा चुकी है। 20 हेक्टेयर क्षेत्रफल में आम व अमरूद के पौधे लगाए जाएंगे। बागवानी के लिए वर्तमान में तापमान बेहतर बताया जा रहा है। इसलिए किसानों ने गड्ढे खोदने का काम शुरू कर दिया है। किसान किसी तरह की देरी नहीं कर रहे हैं। आम व अमरूद के पौधे भी उद्यान विभाग अनुदान पर उपलब्ध कराएगा। पंजीकरण कराने के बाद इनकी खरीद सरकारी पौधशाला से करनी होगी। इसके बाद किसानों के खातों में रकम भेजी जाएगी। इस बार अनुदान राशि भी काफी बढ़कर मिलेगी। इसके साथ कुछ किसान निजी खर्च पर आंवला, बेर, बेल, तोरई, कद्दू, लौकी समेत अन्य पर भी फोकस रख रहे हैं। इसमें लागत कम और मुनाफा कई गुना है। ¨सचाई का भी झंझट नहीं है। प्याज व लहसुन पर नजर, मिलेगा अनुदान

बागवानी के साथ उद्यान विभाग प्याज व लहसुन लगाने पर भी जोर दे रहा है। पिछले साल 18-18 हेक्टेयर में अच्छी पैदावार हुई थी। किसानों को मुनाफा भी खूब हुआ था। अन्य प्रांतों में जिले का प्याज व लहसुन खूब बिका था। इस बार भी जिले से मांग है। इसको लेकर उद्यान विभाग सक्रिय है। प्याज व लहसुन का 20-20 हेक्टेयर क्षेत्रफल का लक्ष्य रखा गया है। उद्यान विभाग खुद किसानों को बीज उपलब्ध कराएगा। 50 फीसद या इससे ज्यादा अनुदान भी मिलेगा। अच्छी किस्म के बीज मंगाए गए हैं। ¨सचाई के भी इंतजाम जुटा रहे किसान

बागवानी की तैयारी को लेकर किसान ¨सचाई के इंतजाम भी जुटा रहे हैं। इन पौधों की ¨सचाई के लिए रेन गन अच्छा साधन माना जा रहा है। अब तक 120 किसान उद्यान विभाग से रेन गन खरीद चुके हैं। किसानों को अनुदान भी दिया गया है। रेन गन से पौधों को किसी तरह का नुकसान नहीं है। एक जगह लगाने पर घूम-घूम कर पौधों तक पानी पहुंचाती है। इससे 80 फीसद तक बिजली व पानी की बचत भी होती है। अफसर बोले

बागवानी में लागत कम और मुनाफा कई गुना है। इसलिए किसान हरदोई, लखनऊ, उन्नाव आदि जिलों की तर्ज पर आम व अमरूद की पैदावार करेंगे। किसानों की मांग पर रकबा बढ़ा है। पौधे, बीज व ¨सचाई से लेकर सभी सुविधाएं दी जाएंगी।

-मनोज चतुर्वेदी, जिला उद्यान अधिकारी।

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