अखिलेश को साइकिल मिलने पर झूमा जिला

जागरण संवाददाता, कन्नौज : सोमवार सुबह से चुनाव आयोग के फैसले पर टकटकी लगाए कन्नौज जिले के सपाई मुख्य

By Edited By: Publish:Mon, 16 Jan 2017 09:40 PM (IST) Updated:Mon, 16 Jan 2017 09:40 PM (IST)
अखिलेश को साइकिल मिलने पर झूमा जिला
अखिलेश को साइकिल मिलने पर झूमा जिला

जागरण संवाददाता, कन्नौज : सोमवार सुबह से चुनाव आयोग के फैसले पर टकटकी लगाए कन्नौज जिले के सपाई मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को साइकिल निशान मिलने की खबर पर झूम उठे। जगह-जगह मिठाई बांटने के दौर शुरू हो गए। मंत्री, विधायक से लेकर निचले स्तर के कार्यकर्ताओं ने अखिलेश को अपना नेता बताया और मंगलवार से चुनाव मैदान में उतरने की हुंकार भरी। वहीं, सब सपा प्रमुख मुलायम ¨सह यादव को संरक्षक का दर्जा देने से भी नहीं चूके।

ऐन चुनाव से पहले पिता मुलायम ¨सह यादव व पुत्र मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बीच शुरू हुई रस्साकशी ने जिले के सपाइयों को परेशान कर दिया था। लगातार असमंजस बढ़ता जा रहा था। इससे विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव प्रचार भी धीमा था। चुनाव आयोग के फैसला सुरक्षित करने के बाद तो धुकधुकी बढ़ गई थी। सोमवार को नतीजा आने की खबर मिली तो सुबह से लोग टीवी पर चिपक गए। दोपहर बाद तक कोई निर्णय न आने पर फिर मायूसी बिखर गई। इस बीच शाम को अचानक आयोग का फैसला अखिलेश यादव के पक्ष में आया तो कन्नौज का आम से लेकर खास कार्यकर्ता झूम उठा। सबने अपने-अपने ढंग से मुख्यमंत्री के पक्ष में नारेबाजी कर मिठाई बांटी।

बोले सपाई

अखिलेश यादव शुरू से हमारे नेता रहे हैं। पार्टी में चली उठापटक के दौरान भी हमने उनका साथ नहीं छोड़ा। नेता जी संरक्षक के तौर पर हमेशा हम लोगों को नसीहत देते थे और देते रहेंगे। अब मंगलवार से चुनाव मैदान में उतरने की तैयारी कर ली है। जिले के आसपास तक पार्टी के पक्ष में माहौल बनाने का काम करेंगे। अब बेजोड़, बेदाग व विकासवादी व्यक्तित्व फिर से सूबे की सत्ता संभालेगा।

-विजय बहादुर पाल, माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री

नेताजी संरक्षक थे, हैं व रहेंगे। चुनाव आयोग ने सही कदम उठाया है। हम लोग हमेशा साइकिल के साथ रहे। थोड़ी दिक्कत हुई थी लेकिन अब मैदान में उतरने का वक्त है। मंगलवार से इसकी झलक दिखाई पड़ेगी।

-अर¨वद ¨सह यादव, विधायक छिबरामऊ

कन्नौज अखिलेश जी का था है और आगे भी रहेगा। एक-एक कार्यकर्ता अब एकजुटता के साथ मैदान में उतरेगा। नेताजी हमारे संरक्षक हैं। अब फिर से सत्ता पर पहुंचने की तैयारी हो चुकी है।

-अनिल दोहरे, विधायक कन्नौज सदर

हम अखिलेश यादव के साथ हैं। नेताजी संरक्षक हैं। वह अलग दल बनाकर मैदान में उतरे तो भी हम लोग मुख्यमंत्री के साथ रहेंगे। इससे पीछे नहीं हटेंगे। अब समाजवादी पार्टी नई ऊर्जा के साथ मैदान में होगी।

-मजहरुल हक, जिलाध्यक्ष समाजवादी पार्टी कन्नौज

विरोधी बोले सोची-समझी रणनीति

अखिलेश यादव के साथ पहले से पूरी पार्टी खड़ी थी। मुलायम ¨सह यादव ने राजनीतिक पैंतरेबाजी करते हुए बेटे को सफाई के साथ कुर्सी सौंप दी। सब कुछ पहले से तय था। यह कोई नई बात नहीं है।

-विजय मिश्र, जिलाध्यक्ष, जिला कांग्रेस कमेटी

पहले से चल रहे ड्रामे का पटाक्षेप हुआ है। मैं भी बचपन में बेटे से पंजा लड़ाने के बाद हार जाता था। ठीक वैसे ही मुलायम ¨सह यादव ने बेटे अखिलेश से हारने का नाटक खेला है। जनता सब कुछ जानती है। बेटे को बचाने के लिए भाई की बलि दे दी। सपा की नाकामी छिपाने के लिए यह खेल खेला गया।

-सुब्रत पाठक, प्रदेश अध्यक्ष, भाजयुमो

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