हड़ताल ने छात्र से लेकर फरियादियों को किया परेशान

कन्नौज, जागरण संवाददाता : राज्य कर्मचारी व शिक्षकों की 19 सूत्रीय मांगों को लेकर की गई हड़ताल ने आम ज

By Edited By: Publish:Wed, 02 Sep 2015 08:14 PM (IST) Updated:Wed, 02 Sep 2015 08:14 PM (IST)
हड़ताल ने छात्र से लेकर फरियादियों को किया परेशान

कन्नौज, जागरण संवाददाता : राज्य कर्मचारी व शिक्षकों की 19 सूत्रीय मांगों को लेकर की गई हड़ताल ने आम जनमानस को हिला कर दिया। नन्हें-मुन्ने बच्चे सुबह नहा धोकर स्कूल पहुंचे तो उन्हें बहुत कम संख्या में शिक्षक दिखाई दिए। शिक्षकों के जिला मुख्यालय पर होने वाली हड़ताल में चले आने से उन्हें मायूस होकर घर को लौटना पड़ा। वहीं दूर-दराज ग्रामीण अंचलों से शिकायत लेकर फरियादियों के कर्मी न होने पर उनका काम नहीं बन सका। परिवहन विभाग द्वारा बसों का संचालन न होने से यात्रियों को घर तक पहुंचने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

बुधवार को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत कर्मचारी- शिक्षकों ने 19 सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल कर दी। इसमें कर्मचारी-शिक्षक समन्वय समिति, राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ, विशिष्ट बीटीसी एसोसिएशन, शिक्षामित्र बेलफेयर एसोसिएशन, यूपी फेडरेशन ऑफ मिनिस्ट्रयल एसोसिएशन, राज्य कर्मचारी महासंघ, कर्मचारी शिक्षक संघ, ग्राम विकास अधिकारी संघ समेत कई संगठनों ने इस हड़ताल का पूर्णयता समर्थन किया। प्रशासन की सख्ती के चलते स्कूल व कार्यालय तो खुले, लेकिन संगठन के जुड़े किसी भी पदाधिकारी व सदस्य ने काम नहीं किया। जानकारी के अभाव में कई बच्चे स्कूल पहुंच गए। स्कूल में शेष रह गए शिक्षकों ने कुछ देर तो उन्हें पढ़ाया। मध्याह्न भोजन होते ही स्कूल की छुट्टी कर दी। इसके बाद वह जिला मुख्यालय पर होने वाले धरना-प्रदर्शन में सम्मलित होने आए गए। इसकी वजह से बच्चों को समय से पहले घर लौटना पड़ा। हड़ताल की वजह से रात 12 बजे से परिवहन बसों का संचालन बंद कर दिया गया था। इसकी वजह से नेशनल हाइवे पर नाममात्र की बसें दिखाई दी। इसकी वजह से यात्रियों को घर तक पहुंचने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा। स्थानीय यात्री टेंपो व अन्य साधनों ने किसी तरह रवाना हुए। वहीं लंबी दूरी के यात्रियों को बसों का घंटों इंतजार करना पड़ा। प्रार्थना पत्रों का समाधान न होने से अनजाने में फरियादी जिला मुख्यालय तक पहुंचे। हड़ताल की वजह से कार्यालयों में ताला पड़ा देख उन्हें मायूसी हाथ लगी।

विकास भवन में गरजे कर्मचारी-शिक्षक

बुधवार को विकास भवन सभागार में कर्मचारी-शिक्षक समन्वय समिति ने 19 सूत्रीय मांगों को लेकर धरना-प्रदर्शन किया। इसकी अगुवाई संगठन के जिलाध्यक्ष उदय नारायण ¨सह यादव ने की। उन्होंने कहा कि कर्मचारी-शिक्षक काफी लंबे अरसे से इन मांगों को लेकर संघर्षरत है। हर बार आश्वासन देकर उन्हें शांत करा दिया जाता है। उन्होंने कहा कि प्रदेशीय संगठन के आह्वान पर यह हड़ताल की गई है। इस दौरान कर्मचारी- शिक्षकों ने एकता ¨जदाबाद के जोरदार नारे लगाए। बाद में विकास भवन से पैदल मार्च करते हुए मुख्यमंत्री को संबोधित 19 सूत्रीय ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा। इस मौके पर संगठन के संयोजक अमर ¨सह राठौर, शिवनाथ ¨सह वर्मा, सत्येन्द्र मोहन शर्मा, रघुराज ¨सह बघेल, शिव¨सह यादव, मानवेन्द्र ¨सह, प्रमोद कुमार दोहरे, डा. सस्मित द्विवेदी, धर्मपाल ¨सह भदौरिया, अजीत दीक्षित, मोहम्मद फारूक जाफरी, बसीउद्दीन सिद्दीकी, राजीव दीक्षित समेत कई पदाधिकारी व सदस्य मौजूद रहे।

बैंक, स्वास्थ्य कर्मियों ने नहीं किया समर्थन

शिक्षक-कर्मचारी समन्वय समिति की 19 सूत्रीय हड़ताल में सभी राज्य कर्मचारियों व शिक्षकों को सम्मलित होना था। एक तरफ जहां कई संगठन ने इस हड़ताल का खुलकर समर्थन किया। वहीं बैंक व स्वास्थ्य कर्मी इस हड़ताल में सम्मलित नहीं हुई। इसके अलावा विद्युत, जल निगम, पीडब्ल्यूडी समेत कई निर्माण विभाग के सहायक अभियंता व अवर अभियंता इस हड़ताल में सम्मलित नहीं हुए। इस मामले में जब संगठन अध्यक्ष उदय नारायण ¨सह यादव से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इन कर्मचारियों ने अंदरूनी समर्थन किया है। यह लोग जिला मुख्यालय पर होने वाले धरना-प्रदर्शन में किसी कारणवश सम्मलित नहीं हो सके। हालांकि उन्होंने हड़ताल के सफल होने की बात कही है।

राज्य कर्मचारियों की पांच प्रमुख मांगें

-केंद्र सरकार की दर पर मकान किराया भत्ता, परिवहन भत्ता, संतान, शिक्षा भत्ता स्वीकृत किया जाए।

-नई पेंशन नीति को समाप्त कर पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू की जाए।

-एनसीपीके संबंध में समन्वय समिति द्वारा दिए गए सुक्षावों को लागू किया जाए।

-सभी फील्ड कर्मचारियों को मोटर साइकिल भत्ता अनुमन्य कराने के साथ-साथ जनपद मुख्यालय के सीयूजी सिस्टम से जोड़ा जाए।

-चतुर्थ श्रेणी पदों पर तत्काल नियमित नियुक्तियां की जाए।

chat bot
आपका साथी