कन्नौज में 39 फीसदी लोग निरक्षर

कन्नौज, जागरण संवाददाता : एक तरफ सरकार सर्व शिक्षा अधिकार लागू कर सभी को शिक्षित बनाने पर जोर दे रही

By Edited By: Publish:Thu, 20 Aug 2015 06:32 PM (IST) Updated:Thu, 20 Aug 2015 06:32 PM (IST)
कन्नौज में 39 फीसदी लोग निरक्षर

कन्नौज, जागरण संवाददाता : एक तरफ सरकार सर्व शिक्षा अधिकार लागू कर सभी को शिक्षित बनाने पर जोर दे रही है। वहीं मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी के संसदीय क्षेत्र कन्नौज में 39 फीसद लोग निरक्षर है। जिले में 61.4 प्रतिशत लोग साक्षर है, जबकि 39 फीसदी लोग अभी तक निरक्षर है। इसमें पुरुषों की अपेक्षा महिला साक्षरता दर बहुत कम है। 68.45 फीसद पुरुष व 53.36 फीसद महिला साक्षर हैं। अगर पूरे जनपद के आंकड़ों की बात की जाए तो जिला मुख्यालय पर सबसे कम लोग साक्षर है।

सामाजिक आर्थिक जातिगत जनगणना 2011 के आंकड़ों के अनुसार जिले की कुल जनसंख्या 17,14,358 है। इसमें कनौज तहसील में 4,70,059, छिबरामऊ में 7,90,143 व तिर्वा 4,54,156 जनसंख्या है। इसमें शिक्षा के मामले में जनपद अभी तक पिछड़ा हुआ है। अभी तक जिले में सिर्फ 61.4 फीसद लोग ही साक्षर हो सके हैं, जबकि 38.6 प्रतिशत लोग अभी तक निरक्षर है। अगर तहसीलवार आंकड़ों की बात की जाए तो सबसे कम साक्षर लोग जिला मुख्यालय पर निवास करते हैं। इसमें कन्नौज तहसील में 59.9 फीसद, तिर्वा में 62.9 फीसद व छिबरामऊ तहसील में 61.4 फीसद साक्षरता दर है। वहीं पुरुषों व महिलाओं की साक्षरता दर की तुलना की जाए तो यहां की महिलाएं कम साक्षर है। यहां पुरुष 68.45 फीसद व महिलाएं 53.36 प्रतिशत साक्षर है।

प्रचार-प्रसार कमी से जागरूकता कम

बेसिक शिक्षा विभाग प्रत्येक वर्ष सर्व शिक्षा अभियान के तहत स्कूल चलो अभियान चलाया जाता है। इसमें मात्र खाना-पूर्ति में निपटया जाता है। लोगों में प्रचार-प्रसार की कमी के चलते जागरूकता नहीं फैल पाती है। इससे जिले का साक्षरता दर बढ़ नहीं पा रहा है।

निरक्षरों को साक्षर करने को रखे गए थे प्रेरक

बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा निरक्षरों को साक्षर करने के लिए शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में दो-दो प्रेरकों की तैनाती की गई थी। इनको सात हजार मानदेय तय हुआ था। इनकी जिम्मेदारी अपने क्षेत्र के निरक्षरों को स्कूल, पंचायत भवन व अपने निज स्थान पर उन्हें साक्षर बनाना था। विभागीय अफसरों द्वारा सख्ती न होने से प्रेरक मनमाने तरीके से काम करते हैं। इससे निरक्षर साक्षर नहीं हो पा रहे हैं।

साक्षरता परीक्षा 23 को

इस बार बेसिक शिक्षा विभाग को 55 हजार निरक्षरों को साक्षर करने का लक्ष्य दिया गया था। बीएसए विभाग द्वारा 23 अगस्त को साक्षरता परीक्षा का आयोजन किया गया है। यह परीक्षा सभी केंद्रों पर संपन्न कराई जाएगी। इसके लिए सभी खंड शिक्षा अधिकारी, जिला समन्वयक, सह-समन्वयक व संकुल प्रभारियों को निर्देशित किया जा चुका है। इससे परीक्षा को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराया जा सके।

अफसर बोले

बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने व अधिक से अधिक लोगों को साक्षर करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए सभी अधीनस्थ अफसरों व जिम्मेदारों को पहले ही निर्देशित किया जा चुका है। समय-समय पर होने वाले निरीक्षण में कमियां मिलने पर लापरवाह लोगों पर कार्रवाई की जाती है। विभाग का अधिक से अधिक लोगों को साक्षर करने का प्रयास रहेगा।

-राम करन यादव, बेसिक शिक्षा अधिकारी।

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