एक महीने में तैयार हो जाए सुपर स्पेशिऐलिटि भवन

फोटो : 15 बीकेएस 8 ::: 0 प्रमुख सचिव ने मेडिकल कॉलिज की ़खामियों एवं ़खूबियों को परखा 0 गोल्डन

By JagranEdited By: Publish:Sun, 16 Dec 2018 01:00 AM (IST) Updated:Sun, 16 Dec 2018 01:00 AM (IST)
एक महीने में तैयार हो जाए सुपर स्पेशिऐलिटि भवन
एक महीने में तैयार हो जाए सुपर स्पेशिऐलिटि भवन

फोटो : 15 बीकेएस 8

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0 प्रमुख सचिव ने मेडिकल कॉलिज की ़खामियों एवं ़खूबियों को परखा

0 गोल्डन जुबिली समारोह के पहले विस्तृत निरीक्षण कर दिये दिशा-निर्देश

0 प्राइवेट वॉर्ड, एमबीबीएस की सीट, चिकित्सकों की संख्या बढ़ाने पर बल

झाँसी : प्रदेश के प्रमुख सचिव चिकित्सा-शिक्षा डॉ. रजनीश दुबे मेडिकल कॉलिज की स्थापना के 50 वर्ष पूर्ण किये जाने के परिप्रेक्ष्य में आयोजित किये जाने वाले दो-दिवसीय गोल्डन जुबिली समारोह के सिलसिले में आज यहाँ आए और मेडिकल कॉलिज व अस्पताल के इन्फ्रास्ट्रक्चर तथा संसाधनों के साथ ही रोगियों को उपलब्ध करायी जा रही निदान व उपचार सुविधाओं की ़खूबियों एवं ़खामियों को परखा। धनाभाव के कारण जहाँ बाधायें आ रही है, उसके लिए तत्काल प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजने के लिये कहा।

मेडिकल काउसिल ऑफ इण्डिया की टीम निकट भविष्य में सर्जरी, मेडिसिन एवं स्त्री रोग विभाग के निरीक्षण हेतु आने वाली है। इसके लिए सभी आवश्यक तैयारियाँ पूरी करने व मेडिकल कॉलिज में एमबीबीएस की पढ़ाई की 100 सीट को बढ़ाकर 150 किये जाने का प्रस्ताव बनाकर उन्होंने देने को कहा। बालिका छात्रावास में कक्षों की संख्या बढ़ाने और 100 सीट का नया छात्रावास बनाने का प्रस्ताव भी उन्होंने माँगा। सर्जरी विभाग में पीजी कक्षाओं की मान्यता के लिये चिकित्सकों की कमी आड़े आने पर उन्होंने चिकित्सकों की तैनाती का प्रस्ताव बनाकर देने को कहा। मेडिकल कॉलिज के प्राइवेट वॉ‌र्ड्स वर्षो पहले कण्डम घोषित किये जा चुके है। इस समय यहाँ प्राइवेट वॉ‌र्ड्स की कोई सुविधा नहीं है, इसको लेकर भी उन्होंने प्रस्ताव माँगा।

सुपर स्पेशिऐलिटि भवन का काम 15 जनवरी 2019 तक निबटाने को कहा, ताकि इस भवन में उपलब्ध विशेषज्ञ चिकित्सकों व संसाधनों के माध्यम से प्लास्टिक सर्जरी, न्यूरॉलजि, न्यूरो सर्जरी, गुर्दा रोग, यूरॉलजि आदि के मरीजों को तत्काल उपचार दिया जा सके। डॉ. दुबे ने इस बात पर नारा़जगी जताई कि आयुष्मान भारत योजना में अभी तक मात्र एक ही रोगी पंजीकृत हुआ है, जबकि कम से कम 100 अभ्यर्थी पंजीकृत होने पर ही शासन द्वारा पासवर्ड व पहचान पत्र निर्गत किया जाता है। बताते चलें कि स्वयं चिकित्सक होने के साथ-साथ झाँसी के ़िजलाधिकारी रहे चुके डॉ. रजनीश दुबे झाँसी एवं बुन्देलखण्ड के रोगियों की अपेक्षाओं एवं मेडिकल कॉलिज की क्षमताओं से भली-भाँति परिचित है। मेडिकल कॉलिज के बायो मेडिकल वेस्ट के निस्तारण में लगी फर्म के कार्य पर उन्होंने असन्तुष्टि जताते हुये इसकी विस्तृत जाँच के निर्देश दिये। मेडिकल कॉलिज में शुद्ध पेयजल की उपलब्धता, रोगियों को दवाओं व जाँचों की अधिकाधिक सुविधा अस्पताल में ही मुहैया कराये जाने की अपेक्षा करते हुये उन्होंने विस्तृत रिपोर्ट तलब की। निरीक्षण के दौरान प्रधानाचार्या डॉ. साधना कौशिक, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. हरीशचन्द्र, पैरामेडिकल कॉलिज के निदेशक डॉ. नरेन्द्र सिंह सेंगर सहित विभिन्न चिकित्सक उपस्थित रहे।

15 अंजुम

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