स्टेट बैंक काण्ड : दो संदिग्ध हिरासत में

झाँसी : महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलिज परिसर स्थित स्टेट बैंक काण्ड में पुलिस को महत्वपूर्ण सफलता ह

By Edited By: Publish:Wed, 04 Mar 2015 02:21 AM (IST) Updated:Wed, 04 Mar 2015 02:21 AM (IST)
स्टेट बैंक काण्ड : दो संदिग्ध हिरासत में

झाँसी : महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलिज परिसर स्थित स्टेट बैंक काण्ड में पुलिस को महत्वपूर्ण सफलता हाथ लगने का दावा किया जा रहा है। दो संदिग्ध हिरासत में ले लिए गए हैं, जिनसे पूछताछ चल रही है। इस मामले के खुलासे के लिए कई टीमों को अलग-अलग दिशाओं में दौड़ाया जा रहा है, जिनका नेतृत्व स्वयं पुलिस अधिकारी कर रहे हैं।

बताते चलें कि 1 मार्च की रात अज्ञात बदमाशों ने मेडिकल कॉलिज परिसर में स्थित स्टेट बैंक के मुख्य द्वार का गैस कटर से ताला काटकर अन्दर घुस गये और एक के बाद एक 14 ताले काट डाले, जिसमें बैंक के अन्दर रखी रखी तिजोरी भी शामिल थी। हालाँकि बदमाश लॉकर काटने में सफल नहीं हुए, जिससे कैश बच गया। लेकिन बदमाश बैंक का ऑन लाइन सिस्टम राउटर व 8 सीसीटीवी कैमरे समेत लगभग 11 लाख रुपए का सामान चोरी कर ले गये।

याद आया चिरगाँव स्थित सेण्ट्रल बैंक का लॉकर काण्ड

बताते चलें कि चिरगाँव स्थित सेण्ट्रल बैंक की शाखा में 30 नवम्बर 2009 को बदमाश बैंक की पीछे की दीवार की खिड़की को गैस कटर से काटा और अन्दर प्रवेश कर गये थे। इसके बाद उन्होंने सायरन को बन्द कर मालखाने का गेट काटा और उसके अन्दर 225 लॉकर्स में से 46 को काटकर रखी लाखों की ऩकदी, जेवर आदि सामान चोरी कर ले गये थे। थाने के सामने ही रात भर बैंक में बदमाश धमाचौकड़ी मचाते रहे, लेकिन किसी को कोई भनक नहीं पड़ी थी। करोड़ों रुपए ़कीमत का सोना उड़ाने वाले चोरों की गिरफ्तारी के लिए व्यापारी एक जुट हो गये थे और तब उन्होंने रेलवे स्टेशन पर पहुँच कर लखनऊ की ओर जाने वाली इण्टरसिटी को रोक दिया था। तब चेतावनी दी गई थी कि इस घटना का जल्द खुलासा नहीं किया गया तो व्यापारी स्टेशन पर आकर आत्मदाह कर लेंगे।

तालबेहट में काटे गये थे बैंक के लॉकर

इसके साथ ही लगभग ढाई वर्ष पहले ललितपुर के तालबेहट में स्थित पंजाब नैशनल बैंक में घुसकर चोरों ने गैस कटर से लॉकर काटकर ऩकदी समेत लाखों रुपए के जेवर चोरी कर लिए थे। इसमें चिरगाँव में घटना को अंजाम देने वाले लोग शामिल थे।

कानपुर राजमार्ग स्थित बैंक्स में कई बार हो चुका चोरी का प्रयास

लगभग एक वर्ष पहले कानपुर रोड स्थित बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय परिसर में स्थित एसबीआइ की खिड़कियाँ काटकर चोर अन्दर घुस गये थे और ऩकदी हाथ न लगने पर दीवार पर लिखकर गये थे- 'फिर आयेंगे, कोई रोक सके तो रोक ले।' कुछ माह पहले बुन्देलखण्ड इंस्टिट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एण्ड टेक्नॉलजि की बैंक शाखा के ताले तोड़कर चोर घुस गये थे और ऩकदी हाथ न लगने पर वे सीसीटीवी कैमरे, कम्प्यूटर चोरी कर ले गये थे। इन घटनाओं का आज तक खुलासा नहीं हो सका।

एटीएम को कई बार बनाया निशाना

इसे सुरक्षा व्यवस्था में ढील ही कहा जाएगा कि नगर के प्रेमनगर स्थित बैंक, कोतवाली के रानीमहल स्थित बैंक, कचहरी व मेडिकल कॉलिज स्थित बैंक, सीपरी बा़जार के नन्दनपुरा स्थित बैंक पर लगे एटीएम में तोड़फोड़ कर चोरी करने का प्रयास किया गया, मामले भी दर्ज हुए, लेकिन आज तक कोई भी बदमाश हत्थे नहीं चढ़ा सका।

प्रशासन व पुलिस ने दिए बैंक्स की सुरक्षा व्यवस्था के निर्देश

आज ़िजलाधिकारी अुनराग यादव व एसएसपी किरण एस. ने बैंक प्रबन्धकों से सुरक्षा व्यवस्था के लिए सुरक्षा गार्ड रखने तथा अन्य उपाय करने के निर्देश दिए। एसएसपी ने कहा कि पुलिस टीम सुबह 10 से 12 बजे तक बैंक्स की चेकिंग करे। मैनेजर से तालमेल मिलाकर मेनगेट बन्द कर संदिग्ध वस्तु की चेकिंग की जाये। इसके साथ ही बैंक के समीप खुली दुकानों पर पुलिस को निगरानी रखने की जिम्मेदारी दी गयी। बैंक मैनेजर्स से कहा गया कि वे एकान्त क्षेत्र में स्थित बैंक पर दो गार्ड नियुक्त करें। बताते चलें कि चिरगाँव लॉकर काण्ड के बाद तत्कालीन प्रभारी ़िजलाधिकारी जे. सेल्वा कुमारी ने जनपद की बैंक्स के लॉकर व स्ट्रौंग रूम की सुरक्षा बढ़ाने के लिए एसएसपी से बात कर आवश्यक निर्देश पारित किए थे। उन्होंने कहा था कि पुलिस गश्त बढ़ाने के साथ ही अन्य वित्तीय कार्यालयों पर भी ऩजर रखी जाये।

लॉकर धारकों को कराना होगा बीमा

अग्रणी ़िजला बैंक प्रबन्धक (एलडीएम) सुनील चावला के अनुसार लॉकर धारकों का बीमा कराना अति आवश्यक है, क्योंकि घटना होने पर बैंक की जिम्मेदारी नहीं होती है। जब कि बैंक में खुले अकाउण्ट धारक के रुपयों का बीमा होता है। एलडीएम ने कहा कि पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था के साथ-साथ बैंक्स को भी सुरक्षा व्यवस्था के इन्तजाम करना चाहिये।

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