देश-दुनिया तक पहुँचेंगे झाँसी के 'ऐतिहासिक विचार'

By Edited By: Publish:Tue, 22 Apr 2014 01:01 AM (IST) Updated:Tue, 22 Apr 2014 01:01 AM (IST)
देश-दुनिया तक पहुँचेंगे झाँसी के 'ऐतिहासिक विचार'

झाँसी : विश्व धरोहर दिवस पर आयोजित निबन्ध प्रतियोगिता में 'मुझे झाँसी से क्यों प्यार है' विषय पर आई प्रविष्टियाँ अब केवल निर्णायकों की टेबिल तक ही सीमित नहीं रहेंगी। देश-दुनिया के लोग भी लेखक के विचारों को इण्टरनेट के माध्यम से जान सकेंगे। मुख्य विकास अधिकारी ने इसकी ़िजम्मेदारी 'ग्रेट झाँसी एडवेंचर क्लब' को सौंपी है।

बुन्देलखण्ड के कण-कण में इतिहास समाया हुआ है। प्राचीन किले, मन्दिर, गढ़ी, तालाब, कँुए समेत ऐसी कई धरोहर हैं, जो देखरेख के अभाव में लुप्त होने की कगार पर पहुँच गई हैं। संरक्षित स्मारक भी अनदेखी की भेंट चढ़ रहे हैं। इनको सहेजने की बड़ी-बड़ी बातें होती हैं, पर किया कुछ नहीं जाता। ऐतिहासिक विरासतों को सहेजने की भले ही अब तक सार्थक पहल न हो पाई हो, लेकिन इसे शुरूआत कहा जा सकता है। 18 अप्रैल को विश्व धरोहर दिवस पर पुरातत्व विभाग ने कार्यक्रम आयोजित किया था। धरोहर की दुर्दशा पर चिन्तन किया गया था तो 'मुझे झाँसी से क्यों प्यार है' विषय पर निबन्ध प्रतियोगिता आयोजित करते हुए बुन्देलखण्ड में पुरा-सम्पदाओं की ह़की़कत जानने की कोशिश की गई थी। इसमें 130 प्रविष्टियाँ आई। निर्णायकों ने शीर्ष प्रविष्टियों का चयन कर उन्हें पुरस्कृत कर दिया, लेकिन प्रतियोगिता में सारगर्भित निबन्धों की संख्या कहीं अधिक है। वहीं, फोटो प्रदर्शनी में कई ऐतिहासिक फोटो भी प्रस्तुत किए गए। अब तक ऐसी प्रतियोगिताओं में प्राप्त होने वाली प्रविष्टियों से आम नागरिक अनजान-सा रहा है। लोग धरोहर के बारे में क्या सोचते हैं, इसकी जानकारी अधिकांश को हो ही नहीं पाती। इन विचारों को साझा करने की शुरूआत मुख्य विकास अधिकारी संजय कुमार ने की है। उन्होंने सारगर्भित निबन्धों को इण्टरनेट पर अपलोड करने के निर्देश दिए हैं। इसकी ़िजम्मेदारी पर्यटन विकास पर काम कर रहे ग्रेट झाँसी एडवेंचर क्लब को सौंपी गई है। क्लब के अध्यक्ष राहुल मिश्रा ने बताया कि फेसबुक पर बने क्लब के पेज पर इसे अपलोड किया जाने का कार्य शुरू कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि गूगल पर बने ब्लॉग व फेसबुक के माध्यम से विश्वभर के लोगों से यह जुड़ा हुआ है। राहुल ने बताया कि एक-एक कर अधिकांश निबन्ध को इण्टरनेट पर डाला जाएगा। इसके साथ ही फोटोग्राफी प्रतियोगिता में उपलब्ध ऐतिहासिक स्थलों की तस्वीरें भी अपलोड की जाएंगी।

फाइल : 1 : राजेश शर्मा

21 अप्रैल 2014

समय : 4.25 बजे

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