ट्रैवेल एजेंसी की आड़ में टिकट दलाली का धंधा

ट्रवेल एजेंसी की आड़ में टिकट दलाली को बड़े पैमाने पर अंजाम दिया जा रहा है। आईआरसीटीसी व आरपीएफ की संयुक्त छापेमारी में पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ में कई खुलासे हुए हैं। इसके बाद आईआरसीटीसी की ओर से जिलेभर में ट्रवेल एजेंटो की जानकारी मांगी गई है। इसमे रेलवे स्टेशन के आस-पास ट्रवेल एजेंट को प्राथमिकता पर लिया गया है। आरपीएफ को एक माह के भीतर जानकारी मुहैया करानी है। मीरगंज, शाहगंज व जौनपुर में हुए छापेमारी के दौरान अबतक कई दलाल पुलिस के हत्थे चढ़ चुके हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 10 Nov 2018 04:46 PM (IST) Updated:Sat, 10 Nov 2018 04:46 PM (IST)
ट्रैवेल एजेंसी की आड़ में टिकट दलाली का धंधा
ट्रैवेल एजेंसी की आड़ में टिकट दलाली का धंधा

जागरण संवाददाता, जौनपुर: ट्रैवेल एजेंसी की आड़ में टिकट दलाली को बड़े पैमाने पर अंजाम दिया जा रहा है। आइआरसीटीसी व आरपीएफ की संयुक्त छापेमारी में पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ में कई खुलासे हुए हैं। इसके बाद आइआरसीटीसी की ओर से जिलेभर में ट्रैवेल एजेंटों की जानकारी मांगी गई है। इसमे रेलवे स्टेशन के आस-पास ट्रैवेल एजेंट को प्राथमिकता पर लिया गया है। आरपीएफ को एक माह के भीतर जानकारी मुहैया करानी है। मीरगंज, शाहगंज व जौनपुर में हुई छापेमारी के दौरान अबतक कई दलाल पुलिस के हत्थे चढ़ चुके हैं।

रेलवे टिकट दूसरे जिलों से मंगाए व भेजे जा रहे हैं। बकायदा इसके लिए गिरोह कार्य कर रहा है, जिनके तार कई जिलों से जुड़े हैं। जौनपुर, शाहगंज समेत आजमगढ़ व बलिया में बड़े पैमाने पर रेलवे टिकटों की दलाली की जा रही है। जानकारी यह भी हुई है कि ट्रैवेल एजेंसी की आड़ में टिकट दलाली को अंजाम दिया जा रहा है। हाल ही में आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर अलग-अलग नामों से फर्जी आईडी बनाने वालों को रडार पर लिया गया था। इसके बाद आरपीएफ के साथ की गई छापेमारी में मीरगंज, शाहगंज व जौनपुर से कई लोगों को दबोचा गया था। बीते दिसंबर माह में रेलवे की वेबसाइट हैक करने के मामले में सीबीआई के असिस्टेंड प्रोग्रामर अजय गर्ग को गिरफ्तार करने के साथ ही 15 लोगों पर अवैध साफ्टवेयर भी बेचने के आरोप लगे थे। बड़े पैमाने पर हुई छापेमारी में टिक¨टग के धंधे को लेकर तमाम तरह के राजफाश हुए। सटीक सूचना के आधार पर जुलाई माह में शाहगंज व मीरगंज में की गई छापेमारी के दौरान पांच लोगों को पकड़ा गया। इसमे शाहगंज में मोबाइल रिपेय¨रग की आड़ में चलाए जा रहे टिकट के धंधे में शामिल चार लोगों को गिरफ्तार कर तकरीबन ढाई लाख रुपये मूल्य के 272 टिकट बरामद किए गए, जिसमें कई काउंटर के टिकट भी शामिल थे। इसके बाद बलिया में दो नवंबर को फर्जी आईडी व साफ्टवेयर से टिकट का खेल करने वालों का भंडाफोड़ करते हुए आरपीएफ ने दो शातिरों को दबोचा। इन सभी घटनाओं में यह साफ हुआ है कि ट्रैवेल एजेंसी की आड़ में टिकट दलाली का कारोबार चलाया जा रहा है, जिसे गंभीरता से लेते हुए जिले भर के ट्रैवेल एजेंसी की जानकारी मुख्यालय से मांगी गई है।

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टिकट दलाली में गिरफ्तार आरोपियों से हुई पूछताछ के बाद कई स्थानों पर छापेमारी की गई है। गिरोह में आस-पास जिलों के कई शातिर शामिल हैं। आईआरसीटीसी पर अलग-अलग आईडी बनाकर भी इस खेल को अंजाम दिया जा रहा है। आईआरसीटीसी अधिकारियों ने ट्रैवेल एजेंट की जानकारी मांगी है, जिसकी जानकारी मुहैया कराकर जल्द ही भेजी जाएगी।

-संदीप कुमार यादव, आरपीएफ प्रभारी शाहगंज

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