निर्माणधीन राजकीय मेडिकल कालेज का एमडी ने किया निरीक्षण
निर्माणाधीन राजकीय मेडिकल कॉलेज सिद्दीकपुर का शुक्रवार की दोपहर निर्माण निगम के एमडी उत्तम कुमार गहलोत ने निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने निर्माण कंपनियों को काम की धीमी रफ्तार और गुणवत्ता को लेकर फटकार लगाई। कहां तय समय में बिल्डिग हैंडओवर नहीं हुई तो काम से हटा दिया जाएगा।
जागरण संवाददाता, मल्हनी(जौनपुर): निर्माणाधीन राजकीय मेडिकल कॉलेज सिद्दीकपुर का शुक्रवार की दोपहर निर्माण निगम के एमडी उत्तम कुमार गहलोत ने निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने निर्माण कंपनियों को काम की धीमी रफ्तार और गुणवत्ता को लेकर फटकार लगाई। कहा तय समय में बिल्डिग हैंडओवर नहीं हुई तो काम से हटा दिया जाएगा।
निर्माण निगम के एमडी उत्तम कुमार गहलोत शुक्रवार को करीब एक बजे निर्माणधीन राजकीय मेडिकल कालेज परिसर पहुंचे। पांच बजे शाम तक उन्होंने पूरी बिल्डिग का बारीकी से निरीक्षण किया। उन्होंने कार्य की गुणवत्ता, चुनाई और प्लास्टर देख नराजगी व्यक्त की। इसके लिए उन्होंने निर्माण निगम के प्रोजेक्ट मैनेजर पीएन सिंह, आरई जयराम यादव, इलेक्ट्रिकल प्रोजेक्ट मैनेजर मनोज कुमार यादव को भी फटकार लगाई। कहा ढाई महीने के भीतर ओपीडी भवन को कम्प्लीट कर हैंडओवर करने की बात कही गई थी, लेकिन काम की रफ्तार देखने से लगता है कि इसे ढाई साल में भी पूरा नहीं किया जा सकता है। तीन महीने बाद आफिस पहुंचे निर्माण कंपनी टाटा के आरसीएम को उन्होंने की गुणवत्ता और धीमी रफ्तार को लेकर फटकारा। कहा यही हाल रहा तो काम से हटा दिया जाएगा।
बता दें कि राजकीय मेडिकल की लागत 2015 में 554 करोड़ थी, जो अब बढ़कर 800 करोड़ के पार पहुंच गई है। शासन द्वारा बढ़ी हुई लागत का रिवीजन नहीं हो रहा है। ऐसे में निर्माण कंपनी के लोगों का कहना है कि हम लोग एक सौ रुपये का काम कर रहे हैं और भुगतान 60 से 70 रुपये का मिल रहा है, ऐसे में काम करना मुश्किल हो रहा है। कुछ महीने पहले निर्माण कंपनी टाटा की समय-सीमा भी खत्म हो गई है। जिसका दूसरी कंपनी बाला जी से लेन-देन को लेकर रार है, इसलिए निर्माण कार्य बिल्कुल ठप की स्थिति में है।