कई और संदिग्ध युवक अभी पुलिस के राडार पर

स्वतंत्रता दिवस से पूर्व दिल्ली में शुक्रवार को दो हजार से भी ज्यादा कारतूसों के जखीरे के साथ

By JagranEdited By: Publish:Sun, 14 Aug 2022 04:02 AM (IST) Updated:Sun, 14 Aug 2022 04:02 AM (IST)
कई और संदिग्ध युवक अभी पुलिस के राडार पर
कई और संदिग्ध युवक अभी पुलिस के राडार पर

कई और संदिग्ध युवक अभी पुलिस के राडार पर

कारतूस तस्करी

-सुइथाकलां के तीन युवकों की दिल्ली में गिरफ्तारी के बाद घरों में पसरा सन्नाटा

-बिना काम-धंधा शान-ओ-शौकत दिखाने वाले युवकों की गतिविधियों पर नजर

-पुलिस खंगाल रही कुंडली भी , निकट भविष्य में हो सकता है और भी राजफाश

जागरण संवाददाता, सरपतहां (जौनपुर): स्वतंत्रता दिवस से पूर्व दिल्ली में शुक्रवार को दो हजार से भी ज्यादा कारतूसों के जखीरे के साथ धराए छह तस्करों में तीन के जौनपुर के होने से जिले की पुलिस के कान खड़े हो गए हैं। ऐसे क्षेत्र के कई संदिग्ध युवक पुलिस के निशाने पर आ गए हैं, जो बिना कोई काम-धंधा किए शान-ओ-शौकत से जिंदगी गुजार रहे हैं। इसके साथ ही पुलिस ने अपनी जांच-पड़ताल भी तेज कर दी है। गिरफ्तार कारतूस तस्करों में सरपतहां थाना के सुईंथाकला निवासी राशिद उर्फ लल्लन, सद्दाम व लालापुर गांव का अजमल है। शनिवार को इनके घरों पर सन्नाटा पसरा रहा।

गांव में रहने पर इधर-उधर घूमने वाले तीनों युवकों की हकीकत सामने आने के बाद पड़ोसियों ही नहीं, क्षेत्र के लोग भी हैरान हो गए। इसके बाद गांव व क्षेत्र के कई और ऐसे युवक पुलिस के राडार पर आ गए हैं, जो कोई काम-धंधा किए बगैर महंगी बाइक व मोबाइल फोन लेकर चलते हैं। ऐसे युवकों की गतिविधियों पर पैनी नजर रखने के साथ ही पुलिस उनकी कुंडली खंगाल रही है। जिले की पुलिस दिल्ली पुलिस से इस बारे में जरूरी इनपुट हासिल करने में लगी है। हालांकि आरोपितों के गांव के लोग कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं।

सरपतहां थाने में नहीं है आरोपितों का कोई आपराधिक रिकार्ड

सीओ शाहगंज अंकित कुमार ने कहा कि कारतूस तस्करी में दिल्ली पुलिस के हत्थे चढ़े राशिद उर्फ लल्लन, अजमल व सद्दाम और इनके कथित मास्टर माइंड शुभम का भी सरपतहां ही नहीं, सर्किल में अन्य थानों में भी कोई आपराधिक रिकार्ड नहीं है। मामला गंभीर है। ऐसे में शक की सुई जिस किसी की तरफ भी घूमेगी, उसकी पल-पल की गतिविधियों पर नजर रखने के साथ ही हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की जाएगी।

स्वजन बता रहे बेकसूर

कारतूस तस्करी के गिरफ्तार आरोपितों राशिद उर्फ लल्लन व सद्दाम के सुइथाकला व अजमल के लालापुर स्थित घर पर सन्नाटा पसरा हुआ है। काफी समय से लकवाग्रस्त होकर चारपाई पर दिन गुजार रहे सद्दाम के पिता जमील गिरफ्तार की खबर लगने के बाद दिल्ली चले गए हैं। घर पर सिर्फ उसकी मां रुखसाना व कुछ अन्य रिश्तेदार मौजूद हैं। मां रुखसाना ने पूछने पर सफाई देते हुए कहा कि उनका बेटा कभी ऐसा नहीं था। वह किसी साजिश का शिकार हो गया है। स्नातक की पढ़ाई बीच में छोड़कर सद्दाम रोजी-रोटी कमाने विदेश ब्रुनेई गया था। कुछ ही माह बाद कोरोना संक्रमण के चलते लाकडाउन में घर लौट आया था। लाकडाउन खत्म होने पर मुंबई गया और पुश्तैनी काम सिलाई सीखने लगा। कुछ माह बाद ही फिर घर चला आया। यहां लाख मना करने के बावजूद गांव के ही शुभम् सिंह की गाहे-बगाहे गाड़ी चलाया करता था। इसी का नतीजा है कि आज वह जेल की सलाखों के पीछे पहुंच गया। उधर, राशिद उर्फ लल्लन के घर पर दिव्यांग भाई व बहन भीख मांगकर जीवनयापन करते हैं। पिता शौकत की मौत दस वर्ष पूर्व सऊदी में हो गई थी। मां भी पिछले वर्ष गुजर चुकी है। लल्लन भी बिना काम-धाम के इधर-उधर घूमते देखा जाता था। लालापुर के अजमल के पिता मोहिम आटो रिक्शा चलाकर परिवार का पेट पालते हैं। अजमल को इधर कुछ दिनों से अपाचे बाइक से चलते देखा जाता था। गांव के कुछ लोगों ने बताया कि गिरफ्तार तीनों आरोपित पूरे धंधे में सिर्फ सहयोगी का काम करते थे। असली मास्टर माइंड तो अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर है।

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