प्रतिबंध के बाद भी आखिर किसकी सह पर बिक रहा दोहरा

जिला प्रशासन की तरफ से प्रतिबंध के बावजूद जिले में दोहरा की बिक्री जारी है। इसकी वजह से कई परिवारों के मुखिया काल के गाल में समा चुके हैं। ऐसे में जनता की मांग पर पूर्व के अधिकारियों ने समय-समय पर अभियान चलाकर रोक लगाने का प्रयास किया था। इसके लिए पूर्व जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह की तरफ से पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया गया लेकिन अब फिर से बिकना शुरू हो गया है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 14 Sep 2021 11:52 PM (IST) Updated:Tue, 14 Sep 2021 11:52 PM (IST)
प्रतिबंध के बाद भी आखिर किसकी सह पर बिक रहा दोहरा
प्रतिबंध के बाद भी आखिर किसकी सह पर बिक रहा दोहरा

जागरण संवाददाता, जौनपुर : जिला प्रशासन की तरफ से प्रतिबंध के बावजूद जिले में दोहरा की बिक्री जारी है। इसकी वजह से कई परिवारों के मुखिया काल के गाल में समा चुके हैं। ऐसे में जनता की मांग पर पूर्व के अधिकारियों ने समय-समय पर अभियान चलाकर रोक लगाने का प्रयास किया था। इसके लिए पूर्व जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह की तरफ से पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया गया, लेकिन अब फिर से बिकना शुरू हो गया है। कहा जाने लगा है कि जब प्रशासन ने रोक लगाया है तो आखिर किसकी सह पर दुकानों से बिक्री हो रही है। कुछ दुकानों से बिक्री होते पुलिस देखने के बाद भी मुंह मोड़ लेती है।

प्रमुख रूप से दोहरा की बिक्री नगर के कोतवाली, ओलंदगंज, पालीटेक्निक चौराहा, उर्दू बाजार, जौनपुर जंक्शन, लाइन बाजार चौराहा, जेसीज चौराहा, कालीकुत्ती, परमानतपुर आदि क्षेत्रों में जारी है तो ग्रामीण क्षेत्रों की बात की जाए तो बक्शा के वसारतपुर, मुफ्तीगंज, धर्मापुर, केराकत, मड़ियाहूं, सिरकोनी, जलालपुर समेत तमाम छोटे-बड़े बाजारों तक दोहरे की बिक्री होती है। कौन सी मिलती है अखाद्य सामग्री

दोहरा के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाले अधिवक्ता विकास तिवारी ने कहा कि दोहरा एक जानलेवा मादक पदार्थ है। इसमें कई अखाद्य सामग्री मिलाई जाती है। इसमें घटिया क्वालिटी की सूर्ती, गैंबीयर (पशुओं के चमड़े की सफाई के काम आता है), पानी में कई दिनों के भिगोकर रखे सुपाड़ी (जिसमें फंगस लगा रहता है) को मिलाया जाता है। इसको मिलाकर बिना विवरण वाली प्लास्टिक की पुड़िया में इसकी ब्रिकी की जाती है। इसे खाने से माउथ कैंसर का खतरा सबसे अधिक होता है। 2017 से टाटा हास्पिटल मुंबई से मांगी आरटीआइ रिपोर्ट के अनुसार जौनपुर के लोगों की माउथ कैंसर से आठ की मौत तो 117 लोग ग्रसित थे। दोहरा का बढ़ा दाम

दोहरे की बिक्री पर प्रतिबंध के बाद दुकानदारों ने इसको चोरी-छिपे बेचना शुरू कर दिया। जिसका परिणाम है कि यह दोहरा पहले जहां पांच, 10, 20 रुपये में था, अब इसका दाम बढ़ाते हुए 20 से 50 रुपये में कर दिया गया है। सिर्फ दोहरा खाने वाले पुराने ग्राहकों को ही दिया जा रहा है। अभियान बना महज औपचारिकता

अधिकारियों के नेतृत्व में पुलिस व खाद्य विभाग की तरफ से समय-समय पर चलाया जाने वाला अभियान महज औपचारिकता बनकर रह जाता है। वह भी लंबे समय से बंद है।

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अगर पूर्व के जिलाधिकारी व अधिकारियों ने इस पर अभियान चलाया है तो खाद्य विभाग से बात करके इसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। अगर यह आमजन व परिवार से जुड़ा मामला है तो इसके खिलाफ खाद्य विभाग, पुलिस के साथ मिलकर संयुक्त अभियान चलाया जाएगा।

- हिमांशु नागपाल, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट, एसडीएम सदर।

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