दीवानी बार के पूर्व मंत्री व पूर्व डीजीसी पर मुकदमा

एक सभा में जातिगत टिप्पणी के वायरल वीडियो को लेकर दीवानी न्यायालय में अधिवक्ताओं के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। अधिवक्ता विनय सिंह की दरखास्त पर बार के निष्कासित मंत्री बरसातू राम व पूर्व डीजीसी राकेश समेत 14 नामजद एवं अन्य अधिवक्ताओं के खिलाफ डकैती मारपीट गाली-गलौज व 7 सीएलए की धाराओं में लाइन बाजार थाने में प्राथमिकी दर्ज हुई।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 14 Apr 2019 09:00 PM (IST) Updated:Sun, 14 Apr 2019 09:00 PM (IST)
दीवानी बार के पूर्व मंत्री व पूर्व डीजीसी पर मुकदमा
दीवानी बार के पूर्व मंत्री व पूर्व डीजीसी पर मुकदमा

जागरण संवाददाता, जौनपुर: एक सभा में जातिगत टिप्पणी के वायरल वीडियो को लेकर दीवानी न्यायालय में अधिवक्ताओं के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। अधिवक्ता विनय सिंह की दरखास्त पर बार के निष्कासित मंत्री बरसातू राम व पूर्व डीजीसी राकेश समेत 14 नामजद एवं अन्य अधिवक्ताओं के खिलाफ डकैती, मारपीट, गाली-गलौज व 7 सीएलए की धाराओं में लाइन बाजार थाने में प्राथमिकी दर्ज हुई। उधर बरसातू राम की दरखास्त पर अधिवक्ता विनय सिंह समेत 6 नामजद व 20-25 अन्य अधिवक्ताओं के खिलाफ डकैती, मारपीट, एससी-एसटी एक्ट व अन्य धाराओं में प्राथमिकी दर्ज हुई।

अधिवक्ता विनय सिंह ने दरखास्त दिया कि बरसातू राम जातिगत दुर्भावना में होकर जातीय उन्माद एवं राष्ट्र विरोधी उन्माद फैला रहे थे। इसी क्रम में एक मीटिग गोपनीय ढंग से करके जाति विशेष के लोगों पर निशाना करके घृणा पूर्ण बातें कही गई तथा वीडियो वायरल होने पर जानकारी होने पर जब 9 अप्रैल 2019 को 12:00 बजे दिन अधिवक्ता समुदाय ने बरसातू राम से जानना चाहा तो बरसातू एवं वीडियो में घृणा पूर्ण बात करने वाले राकेश यादव आदि व उनके साथ के 15-20 अधिवक्ता आक्रामक होकर जातीय उन्माद व राष्ट्रद्रोह से प्रेरित होकर देश विरोधी नारे लगाते हुए मारपीट पर आमादा हो गए तथा वहां पर उपस्थित दूसरे पक्ष के अधिवक्ताओं के साथ मारपीट, लूटपाट करने लगे। कई अधिवक्ताओं के मोबाइल, चेन, पर्स लूटते हुए गाली-गलौज देते हुए प्रधानमंत्री और देश के बारे में घृणा पूर्ण बातें नारा लगाने के अंदाज में करते रहे। गालियां और जान से मारने की धमकी देते रहे। उधर अधिवक्ता बरसातू ने दरखास्त दिया कि 9 अप्रैल 2019 को 10:30 बजे दिन जब वह अध्यक्ष के पास जा रहे थे तभी विनय सिंह आदि 20-25 अन्य अधिवक्ताओं के साथ एक राय होकर गालियां व जान से मारने की धमकी देते हुए जातिसूचक शब्दों का प्रयोग कर अपमानित किए। उन पर प्राणघातक हमला किए। आवेदन पत्र छीन लिए। कोट को खींचकर फाड़ दिए। उन्हें गंभीर चोटें आई। उनके 10 हजार रुपये छीन लिए। अन्य अधिवक्ताओं ने बीच-बचाव कर जान बचाई। दोनों प्राथमिकी दर्ज होने के बाद अधिवक्ताओं के बीच काफी तनाव व्याप्त है। वायरल वीडियो को लेकर हुए विवाद पर साधारण सभा की बैठक में प्रस्ताव पर पूर्व मंत्री बरसातू राम व पूर्व डीजीसी फौजदारी राकेश यादव संघ से निष्कासित किए जा चुके हैं।

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