अब आसान किश्तों में बकाये बिल की अदायगी करें बिजली उपभोक्ता

प्रदेश सरकार ने बिजली का बकाया बिल वसूलने के लिए अब आसान किश्त योजना लेकर आई है। जिसके तहत चार किलोवाट तक घरेलू उपभोक्ता 31 दिसंबर तक पंजीयन कराकर आसान किस्तों में बकाये की अदायगी कर सकते हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 09 Dec 2019 04:23 PM (IST) Updated:Mon, 09 Dec 2019 04:23 PM (IST)
अब आसान किश्तों में बकाये बिल की अदायगी करें बिजली उपभोक्ता
अब आसान किश्तों में बकाये बिल की अदायगी करें बिजली उपभोक्ता

जागरण संवाददाता, बदलापुर (जौनपुर): प्रदेश सरकार ने बिजली का बकाया बिल वसूलने के लिए अब आसान किश्त योजना लेकर आई है। जिसके तहत चार किलोवाट तक घरेलू उपभोक्ता 31 दिसंबर तक पंजीयन कराकर आसान किस्तों में बकाये की अदायगी कर सकते हैं। इसके लिए विभाग द्वारा व्यापक प्रचार-प्रसार किया जा रहा है।

उपभोक्ताओं को योजना का लाभ लेने के लिए पंजीकरण के समय बकाया मूल धनराशि का पांच फीसद न्यूनतम 15 सौ के साथ माह का वर्तमान बिल जमा करना होगा। पंजीकरण के बाद चार किलोवाट तक के शहरी क्षेत्र के उपभोक्ताओं को अधिकतम 12 किश्त व ग्रामीण क्षेत्र के उपभोक्ताओं को 24 किश्तों में जमा करने की सुविधा होगी। किश्त की न्यूनतम धनराशि 15 सौ रुपये होगी। देखना है कि बिजली विभाग के अधिकारी-कर्मचारी बकाया बिल वसूलने में कितना सफल हो पाते हैं। यह तो आने वाला समय ही बताएगा। प्रत्येक किश्त के साथ जमा करना होगा बिजली का बिल

आसान किश्त योजना का लाभ लेने के लिए उपभोक्ताओं को प्रत्येक किश्त के साथ वर्तमान माह का बिल जमा करना अनिवार्य होगा। यदि किसी कारण से एक मासिक किश्त व वर्तमान बिल उपभोक्ता नहीं जमा कर सका अगले माह में दोनों किश्त व बिल जमा करना भी अनिवार्य होगा। इतना ही नहीं लगातार दो किश्त न जमा करने पर उपभोक्ता का पंजीयन भी निरस्त हो जाएगा। सरचार्ज भी होगा माफ

आसान किश्त योजना का लाभ लेने वाला उपभोक्ता यदि सभी किश्त व वर्तमान बिल की अदायगी करता है तो 31 अक्टूबर तक बिल पर लगा सरचार्ज भी माफ हो जाएगा अन्यथा की दशा में उससे वंचित हो जाएगा। 522 ने कराया पंजीयन: एसडीओ

आसान किश्त योजना के बारे में पूछे जाने पर सहायक अभियंता विद्युत उपखंड कार्यालय बदलापुर रंजीत कुमार ने बताया कि अबतक योजना का लाभ लेने के लिए 522 लोगों ने पंजीयन कराया है। बकायेदार उपभोक्ताओं से अपील है कि अपने-अपने बकाये की अदायगी हेतु पंजीयन कराकर किश्तों को बनवा लें। इसके बाद सीधे आरसी भेजकर एफआईआर दर्ज कराया जाएगा।

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