चुनाव : कोउ नृप होहिं, हमइ का हानी..

By Edited By: Publish:Tue, 22 Apr 2014 01:01 AM (IST) Updated:Tue, 22 Apr 2014 01:01 AM (IST)
चुनाव : कोउ नृप होहिं, हमइ का हानी..

सरपतहां (जौनपुर) : का हो मंगरू तनी एक कुल्हड़ चाय दिहा तो..। आवा-आवा सुरजू काका, जै राम। बस पांच मिनट में चाय तैयार होत बा। काहे आज दुकनिया देरी से खोलत बाटा। काका रतिया में गेहूं के मड़ाई करत रहे, एही से देर होइ गवा। ठीक कइला दाना-भूसा समय से घरे में चलि जाय तो बड़ी बात बा.. रोजे त आंही-पानी आवत बा। काका ल जाय तैयार बा।

अरे मंगरू, हां काका, चुनौवा के का हाल बा हो। चुनौवा के का हाल बताई केहूं मोदी के लहर बतावत बा तो केहू कांग्रेस के। साइकिल और हाथी के त अपनै चाल बा। कहां हाथी व साइकिल के चाल बा मंगरू? अरे 'पालागी महराज' आवा बैठा, अब आपै बतावा। देखा काका अगर हमार माना त अबकी मोदी के प्रधानमंत्री बने से केहूं रोक ना पाई, चाहे जे जेतना गाल बजावै।

'इहै हमरा विश्वास बा महराज' सुरजू काका बोले। देखा अबकी तीसरा मोर्चा के सरकार बनी और मुलायम बनिहैं प्रधानमंत्री। महराज पालागी, बाबू साहब जै राम कहते हुए टपक पड़े लालमुनी यादव। आवा-आवा हो लालमुनी, सुरजू काका व पंडित जी ने एक सुर में स्वागत किया। मंगरू तनी यादव जी के चाय पियावा। चाय का कुल्हड़ हाथ में लेकर लालमुनी पुन: बोल पड़े, पूरे प्रदेश में सपा के लहर बा.।

इ प्रदेश ना देश के चुनाव हौ लालमुनी भैया, रामेश्वर श्रीवास्तव ने बात काटी। बुरा न माना त तोहार दशा प्रदेशवै में बड़ी खराब बा। अरे तू लोग पूरे देशवै के चिट्ठा बतइबा कि अपनेउ सीटिया के बारे में कुछ बतइबा। अबकी बारी खदेरू विश्वकर्मा की थी। यार इ त बड़ा कठिन सवाल कइला। देखा खदेरू चुनावी तापमान त बढ़त बा, पर मतदाता चुप्पी मारे हौवन, एही से कुछ ठीक-ठाक अनुमान कठिन बाइ, रामेश्वर श्रीवास्तव ने अपनी बात स्पष्ट की।

देखा हमार माना तो अबकी वोट वोही के दिहा जे पार्टी जात-पात, धर्म-मजहब, ऊंच-नीच से ऊपर उठिके पूरे देश के मान-सम्मान ऊंचा करे, धर्मेद्र ने अपनी बात रखी। एक बार लालमुनि पुन: बोल पड़े- बेटवा बात त तोहार सोलहो आना सही बा, पर अब तनी सच्चाई सुना- 'कोउ नृप होहिं, हमइ का हानी, चोरि छांड़ि न होवै रानी'।। तुलसी बाबा एकदम सही लिखे रहेन और अब हम चलत बाटी गेहूं कटवावे के बा। महराज पालागी, बाबू जैराम।

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