वाह शिक्षा विभाग, बिना प्रश्न पत्र के करा दी परीक्षा

परिषदीय स्कूलों के जिम्मेदार किस तरह कागजी खानापूरी करते हैं इसका उदाहरण मंगलवार को फिर सामने आया। तहसील क्षेत्र के स्कूलों में प्रश्न पत्र पहुंचे बिना ही परीक्षा संपन्न कराई गई। सुबह

By JagranEdited By: Publish:Tue, 22 Oct 2019 11:23 PM (IST) Updated:Wed, 23 Oct 2019 06:19 AM (IST)
वाह शिक्षा विभाग, बिना प्रश्न पत्र के करा दी परीक्षा
वाह शिक्षा विभाग, बिना प्रश्न पत्र के करा दी परीक्षा

संवाद सहयोगी, कालपी : परिषदीय स्कूलों के जिम्मेदार किस तरह कागजी खानापूर्ति करते हैं, इसका उदाहरण मंगलवार को फिर सामने आया। तहसील क्षेत्र के स्कूलों में प्रश्न पत्र पहुंचे बिना ही परीक्षा संपन्न कराई गई। सुबह करीब 11 बजे तक शिक्षक प्रश्न पत्र का इंतजार करते रहे। बाद में ब्लैक बोर्ड पर प्रश्न लिख बच्चों की परीक्षा ली गई।

परिषदीय विद्यालयों में 15 अक्टूबर से शुरू हुई अ‌र्द्धवार्षिक परीक्षा विभागीय लापरवाही के चलते मजाक बनकर रह गई है। संबंधित एजेंसी द्वारा प्रश्न पत्र नहीं भेजे जाने के कारण जिले में पहले दिन परीक्षा निरस्त कर दी गई थी। मंगलवार को पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में प्रथम पाली में अंग्रेजी का प्रश्न पत्र था। द्वितीय पाली में शारीरिक शिक्षा व स्काउट की परीक्षा होनी थी। प्राथमिक विद्यालयों में हमारा परिवेश की परीक्षा होनी थी।

इंतजार के बाद शिक्षकों ने खुद बनाए प्रश्न

नगर से लेकर ग्रामीण अंचलों में कहीं पर भी प्रश्न पत्र नहीं पहुंचे। शिक्षक व छात्र छात्राएं प्रश्न पत्र आने का इंतजार करते रहे। सुबह 10-11 बजे तक जब प्रश्नपत्र नहीं पहुंचे तो हलचल मच गई। शिक्षकों ने ही आननफानन प्रश्न तैयार किए और ब्लैक बोर्ड पर लिख कर परीक्षा करवाई। न्याय पंचायत मंगरौल के किसी भी विद्यालय में प्रश्न पत्र नहीं पहुंचे। नगर के कन्या पूर्व माध्यमिक विद्यालय मनीगंज, सदर बाजार तथा पूर्व माध्यमिक विद्यालय रावगंज, तरीबुल्दा व सीनियर बेसिक स्कूल में बिना प्रश्न पत्र के परीक्षा हुई। प्रश्न पत्र सभी विद्यालयों को पहले ही भेजे जा चुके हैं। यह बीइओ की जिम्मेदारी थी। प्रश्न पत्र क्यों नहीं पहुंचे, इसकी जांच होगी। - बेसिक शिक्षा अधिकारी राजेश कुमार शाही

प्रश्न पत्र विद्यालयों में पहुंचाए जा रहे हैं। कुछ जगहों पर देरी के चलते नहीं पहुंच पाए। - आनंद भूषण, बीइओ

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