चकबंदी के कार्य का दोबारा निकाला भुगतान

संवाद सहयोगी, माधौगढ़ : विकास खंड फर्जी कार्यों का गढ़ बनता जा रहा है। कर्मचारियों की मिल

By JagranEdited By: Publish:Sat, 01 Sep 2018 06:18 PM (IST) Updated:Sat, 01 Sep 2018 06:18 PM (IST)
चकबंदी के कार्य का दोबारा निकाला भुगतान
चकबंदी के कार्य का दोबारा निकाला भुगतान

संवाद सहयोगी, माधौगढ़ : विकास खंड फर्जी कार्यों का गढ़ बनता जा रहा है। कर्मचारियों की मिलीभगत से लाखों के बारे न्यारे हो रहे हैं, विकास खंड के ग्राम सोप्ता में फर्जी कार्यों गड़बड़ी उजागर हुई है।

सोप्ता के मजरा तोर धर्मपुरा में पुलंद्र के खेत से नाला तक 500 मीटर के चकबंदी के कार्य पर एक लाख 88 हजार रुपए का भुगतान हो चुका है, सोप्ता के ग्रामीणों कमल ¨सह, छोटेलाल, ज्ञान ¨सह, लालता आदि ने एसडीएम को शिकायती पत्र देते हुए ग्राम प्रधान पर आरोप लगाया है कि पिछली वर्ष भी इसी कार्य का भुगतान किया जा चुका है फिर भी इसी वर्ष ब्लाक के कर्मचारियों की सांठगांठ से फर्जी कार्य का भुगतान भी हो चुका है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि तोर में मनरेगा से कार्य हो जाता है और ग्रामीणों को पता भी नहीं चला। अन्य गांव के मजदूर के खातों में पैसे डालकर कमीशन देकर रुपए निकाल लिए गए। पुलांदर के खेत से नाले तक के कार्य में बड़ी बड़ी घास खड़ी है मनरेगा के कार्यों में बड़े स्तर पर फर्जी भुगतान किए जा रहे। ग्रामीणों का और भी कहना है कि एपीओ द्वारा फर्जी मास्टर रोल बनाकर भुगतान करा लिया गया है। इसकी जांच करायी जाये। इस पर एसडीएम मनोज कुमार सागर ने उन्हें जांच का आश्वासन दिया है।

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