संविदा स्टाफ नर्स की सेवा समाप्त

जागरण संवाददाता, उरई : बाबई के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती के बजाए रेफर करने पर पि

By JagranEdited By: Publish:Fri, 25 Jan 2019 11:18 PM (IST) Updated:Fri, 25 Jan 2019 11:18 PM (IST)
संविदा स्टाफ नर्स की सेवा समाप्त
संविदा स्टाफ नर्स की सेवा समाप्त

जागरण संवाददाता, उरई : बाबई के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती के बजाए रेफर करने पर परिसर में महिला का प्रसव होने के मामले में जांच टीम ने संविदा स्टाफ नर्स व दो चिकित्सकों को दोषी पाया। जिसके बाद सीएमओ ने संविदा स्टाफ नर्स की सेवा समाप्त कर दी। साथ ही चिकित्साधिकारी को प्रतिकूल प्रविष्टि व प्रभारी चिकित्साधिकारी की वेतन वृद्धि रोकने की कार्रवाई की।

सनद रहे कि सरसई निवासी भूपेन्द्र की पत्नी सोनम को प्रसव होना था। परिजन उसे लेकर अस्पताल पहुंचे तो भर्ती करने के बजाए गंभीर हालत में जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। गेट से बाहर निकलते ही परिसर में उसकी पीड़ा बढ़ गई, तब आसपास मौजूद महिलाओं ने दरी व चादर की आड़ में उसका प्रसव कराया था। जिसको लेकर जिले की नोडल अधिकारी मिनिस्ती एस ने गुरुवार को समीक्षा बैठक के दौरान कड़ी नाराजगी प्रकट करते हुए कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। जिसके बाद डीएम के आदेश पर सीएमओ डा. अल्पना बरतारिया ने एक जांच समिति का गठित कर शुक्रवार को जांच कराई। टीम ने संविदा स्टाफ नर्स व दो चिकित्साधिकारियों को दोषी पाया और अपनी रिपोर्ट सीएमओ को सौंप दी। जिसके बाद सीएमओ ने संविदा स्टाफ नर्स अर्चना पाल की सेवा तत्काल समाप्त कर दी। इसके साथ ही चिकित्साधिकारी डा. बीएल गुप्ता को प्रतिकूल प्रविष्टि दे डाली। प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. वीर प्रताप ¨सह की एक वेतन वृद्धि को रोक दिया। सीएमओ ने बताया कि मामले को गंभीरता से लेते हुए त्वरित कार्रवाई की गई है। साथ ही जिले की सभी स्टाफ नर्स को चेतावनी दी गई है कि बिना चिकित्साधिकारी के परामर्श लिए बिना किसी गर्भवती महिला को रेफर नहीं किया जाएगा। अगर रेफर की जरूरत है तो एंबुलेंस 102 व 108 के माध्यम से ही किया जाए।

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