सुसाइड नहीं कर सकती मेरी बहन
- सिद्धार्थ नगर में हुसेपुरा सुरई की अंजली की रहस्यमय तरीके से मौत का मामला - कहीं पुलिसिया पेंच में हत्यारे बच न जाएं फंदे से जागरण संवाददाता उरई कुठौैंद थाना क्षेत्र के हुसेपुरा सुरई की अंजली यादव की मौत कहीं पुलिसिया पेंच में फंसकर पहेली न बन जाए। पहले दिन लोहे के तार से हाथ-पैर बांध जलाकर मारने की बात प्रकाश में आने के बाद अब पुलिस खुदकशी करार दे रही है। गुडवर्क की जल्दबाजी में उसके एक शिक्षक मित्र को गिरफ्तार भी कर लिया। पुलिस
जागरण संवाददाता, उरई : कुठौैंद थाना क्षेत्र के हुसेपुरा सुरई की अंजली यादव की मौत कहीं पुलिसिया पेंच में फंसकर पहेली न बन जाए। पहले दिन लोहे के तार से हाथ-पैर बांध जलाकर मारने की बात प्रकाश में आने के बाद अब पुलिस खुदकशी करार दे रही है। गुडवर्क की जल्दबाजी में उसके एक शिक्षक मित्र को गिरफ्तार भी कर लिया। पुलिस पूरे मामले को प्रेम प्रसंग से जोड़ कर आग लगा जान देने की बात कह रही है। इधर, परिजन अंजली के सुसाइड करने की बात को सिरे से खारिज करते हैं। उनका कहना है कि अंजली बहुत निडर स्वभाव की थी। किसी भी परिस्थिति से डरने वाली नहीं थी। कई बार ऐसे मौके आए, जब उसने हौसला खोने के बजाए अपने साहस का परिचय दिया।
हुसेपुरा सुरई अजय यादव की पुत्री अंजली यादव सिद्धार्थ नगर के नौगढ़ में शिक्षिका थी। मोहाना कस्बे के किराए के मकान में मंगलवार की शाम उसका जली हुई हालत में शव बरामद किया गया था। हाथ-पैर तार से बंधे थे और जलकर उसकी मौत हो गई थी। धुआं निकलते देख आसपास के लोग पहुंचे तो बाहर से कुंडी बंद थी। यह बात पहले दिन प्रकाश में आई थी। अब पुलिस अंजली के सुसाइड करने की बात कह रही है। सवाल उठता है कि अंजली ने सुसाइड किया तो बाहर से कुंडी किसने बंद की? अंजली ने आग लगा जान दी, तो हाथ-पैर किसने बांधे? हालांकि पुलिस के पास इन सवालों के उत्तर नहीं हैं।
वजह, खुद अपने हाथ-पैर बांधकर कोई आग लगा जान नहीं दे सकता। अब पुलिस उसके चरित्र पर सवालिया निशान लगा एक शिक्षक से प्रेम संबंध की बात कह रही है, आरोपित को गिरफ्तार भी कर लिया गया। पुलिस की कहानी परिजनों के गले नहीं उतर रही है।
शुरुआती दौर से ही पुलिस मामले को सलटाने की दिशा में बढ़ती दिखाई दी। पहले दिन मोबाइल काल डिटेल के आधार पर कुछ लोगों को संदेह के आधार पर हिरासत में लेने वाली पुलिस का अब दावा है कि अंजली के एक शिक्षक से प्रेम संबंध थे। शिक्षक ने शादीशुदा होने की बात छिपाई थी और शादी करने का झांसा दिया था। बाद में इनकार कर दिया तो अंजली ने सुसाइड कर लिया।
पुलिस यहां भी लचर कहानी पेश करती दिखाई दे रही है। बहन मनीषा बताती है कि अंजली की शादी तय हो चुकी थी। चुनाव में ड्यूटी लग जाने की वजह से तारीख आगे बढ़ गई। अड़चन नहीं आई होती तो अंजली की शादी हो चुकी होती, फिर शादी की बात से इनकार पर जान देने की बात कहां से आई। वह कहती है कि पुलिस ऐसा क्यों कह रही है, वह नहीं बता सकती है।
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पिता ने अज्ञात लोगों पर जलाकर हत्या का जताया था संदेह
अंजली की बड़ी बहन मनीषा बताती हैं कि उसकी बहन कमजोर दिल की नहीं थी। हमेशा हम लोगों का हौसला बढ़ाया करती थी। जैसे ही उसकी मौत की खबर सुनी तो हम सब बदहवास हो गए। उसी हालत में पिता रवाना हो गए। वहां जाने पर पुलिस ने पूछा था कि किसी पर संदेह है। तब पिता ने कहा था कि अनजान शहर में वह किसी को नहीं जानते हैं। उन्होंने यह जरूर लिख कर दिया था कि अज्ञात लोगों ने जलाकर हत्या की है।
हमें न्याय चाहिए
रुंधे गले से मनीषा कहती है कि चार-पांच दिनों से पिता मानसिक रूप से बहुत परेशान हैं। हमेशा उसकी याद में रोते रहते हैं। तबियत भी बिगड़ गई है। हम लोगों को न्याय चाहिए।